- January 21, 2016
जिला स्थाई लोक अदालत का आयोजन :: 25 जनवरी सामूहिक अवकाश –
प्रतापगढ़/21 जनवरी 2016———— जन उपयोगी सेवा विवाद के निस्तारण हेतु जिला मुख्यालय हेतु गठित जिला स्थाई लोक अदालत का सफल आयोजन आज गुरूवार को ए.डी.आर सेन्टर पर किया गया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पूर्णकालिक सचिव-प्रशान्त शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि आम जन को सस्ता शीघ्र एवं सुलभ न्याय दिलाने हेतु जिला मुख्यालय के लिये जिला एवं सेशन न्यायाधीश-सुरेन्द्र कुमार स्वामी की अध्यक्षता एवं राधेश्याम कुमावत एवं डी.डी.सिंह राणावत की सदस्यता में जिला स्थाई लोक अदालत की बैठक में कई अहम मामलों की सुनवाई की।
इस अवसर पर पूर्णकालिक सचिव-प्रशान्त शर्मा ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि आज की लोक अदालत में कई मामलों की क्रमवार सुनवाई के दौरान की गई समझाईश के नतीजन विद्युत विभाग के अधिशाषी अभियन्ता-एम.डी.चौधरीएवं सहायक अभियन्ता ग्रामीण के सकारात्मक रूख के चलते गांव तलाया के जगदीश मीणा की वर्ष 2014 में 11 के.वी लाईन के तार से लगे करन्ट से भैंस की मृत्यू होने से विभागीय नियमों के अनुरूप दोनों पक्षों के मध्य 20 हजार की राशि विद्युत विभाग द्वारा प्रार्थी को दो माह में अदा करने की सहर्ष रूप से सहमति तय होगई।
समझाईश वार्ता के दौर में जिला स्थाई लोक अदालत के समक्ष जल संरक्षण से सम्बन्घित वर्तमान समय में हुई अनावृष्टि के चलते प्रार्थी रमेशचन्द्र शर्मा द्वारा जनहित में लगाये गये मामलें में अहम सुनवाई हुई। इस विवाद के निस्तारण हेतु अधिशाषी अभियन्ता जल-संशाधन विभाग को आवश्यक पक्षकार बनाया जाकर सुनवाई हेतु अवसर दिया ।
आज की लोक अदालत में अजमेर विधुत वितरण निगम के अधिशाषी अभियन्ता-एम.डी.चैधरी, राज्य सरकार की ओर से लोक अभियोजक-तरूणदास बैरागी, जलदाय विभाग के सहायक अभियन्ता-कैलाशचन्द्र , उप-वन संरक्षक की ओर से प्रतिनिधि अभिभाषक-रमेशचन्द्र शर्मा इत्यादि ने लोक अदालत की भावना के मध्यनजर सक्रिय सहयोग प्रदान किया।
जिला न्यायिक कर्मचारी संघ 25 जनवरी सामूहिक अवकाश ——– जिला मुख्यालय पर जिला न्यायिक कर्मचारी संघ के बैनर तले गत् 18 जनवरी से न्यायिककर्मीयों द्वारा शेट्ठी वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार परिलाभों से वंचित किये जाने से लोकतान्त्रिक तरीके से विरोध प्रकट करने की कड़ी में आपात बैठक का आयोजन किया गया।
जिला न्यायिक कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष-विजय खाडिया के नेतृत्व में आज सायंकाल आयोजित आपात बैठक में न्यायिककर्मीयों की मौजूदगी में 25 जनवरी को सामूहिक अवकाश पर रहने का निर्णय लेते हुए इस आयोजन हेतु विमल माण्डावत को संयोजक मनोनीत किया गया।
जिला न्यायिक कर्मचारी संघ के प्रचार मंत्री-सतीश सालवी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला न्यायिक कर्मचारी संघ के बैनर तले जिलाध्यक्ष-विजय खाण्डिया के नेतृत्व संरक्षक प्रहलादसिंह एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष-जगदीश मीणा एवं प्रान्तीय प्रतिनिधि-मोहनलाल कुमावत एवं अनिल भारती एवं जिला मुख्यालय की सभी न्यायालयों के न्यायिक कर्मीयों के समूह ने 18 जनवरी से लगातार काली पट्टी बान्धकर लोकतान्त्रिक तरीके से विरोध जता रहे न्यायिक कर्मचारियों ने 25 जनवरी को सामूहिक अवकाश पर रहने के निर्णय पर सभी ने एक आवाज में अपनी मुहर लगाई।
आगे जानकारी देते हुए बताया कि जिलाध्यक्ष विजय खाण्डिया के नेतृत्व में लिये निर्णयानुसार 25 जनवरी 2016 को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रस्तावित बेटी बचाओं-बेटी पढाओं एवं मतदाता शपथ-पत्र कार्यक्रम में प्रातः दस बजे शामिल होने के बाद से सद्भाविक रूप से सामूहिक रूप से अवकाश पर रह कर अधिनस्थ न्यायालयों के कर्मचारियों को शेट्ठी वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार राज्य सरकार द्वारा परिलाभ प्रदान नहीं किये जाने के कारण जिले भर के सभी कर्मचारियों द्वारा लोकतान्त्रिक तरीके से विरोध प्रदर्शित करेगें।
आज की आपात बैठक में जिला न्यायिक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष विजय खाण्डिया , देवनारायण शर्मा, प्रदीप शर्मा, कैलाश शर्मा, बाबूलाल तेली, हमीदखां पठान विमल माण्डावत, मांगीलाल जैन, जगदीश मीणा, मनोहरलाल पोरवाल,, कोषाध्यक्ष-धर्मेन्द्र बैरागी, सचिव-निखिलेश कुमार गोपालसिंह,, प्रान्तीय प्रतिनिधि-अनिल भारती एवं मोहनलाल कुमावत, श्रीमती शिवकन्या शर्मा, योगेश राव, आशुलिपिक दीपकसिंह चैहान, राजेश सुथार, अनिश पोरवाल, राजेश राजपुत, कमलेश शर्मा एवं रामकरण वर्मा, सुरेश शर्मा, राजकुमार अग्रवाल, इत्यादि कई न्यायिक कर्मचारियों ने अपनी सक्रिय सहभागिता निभाई।