- June 2, 2018
जल संकट निवारण –जल निगरानी कमेटी गठित
शिमला ——– प्रदेश सरकार मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित छः सदस्य कमेटी जल संकट के निवारण के लिए पुरजोर प्रयास कर रही है।
कमेटी नियमित रूप से बैठक कर पानी की उपलब्धता व वितरण प्रक्रिया की प्रतिदिन सांय अनुश्रवण कर रही है ताकि लोगों को पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।
जल वितरण के लिए शहर को तीन अंचलों में विभाजित किया गया है तथा जल वितरण के लिए तैयार की गई समय सारणी का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कमेटी द्वारा आवश्यकता के अनुसार टैंकरों के माध्यम से भी जलापूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।
उन्होंने बताया कि योजनाबद्ध तरीके से पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है तथा किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन, नगर निगम, शहरी विकास तथा पुलिस विभाग में समन्वय स्थापित किया गया है।
उन्होंने बताया कि शिकायतों की एक कन्ट्रोल कक्ष के माध्यम से निगरानी की जा रही है तथा उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए निःशुल्क टोल-फ्री नम्बरः 1077 आरम्भ किया गया है।
उन्होंने बताया कि कमेटी जल स्त्रोतां का दौरा करने के साथ-साथ ऐसे स्थानों को चिन्हित कर रही है जहां पर बोरवैल स्थापित किए जा सके। उन्होंने बताया कि पम्पिंग स्टेशनों पर जल की स्थिति की निरतंर निगरानी की जा रही है।
उन्होंने बताया कि कमेटी प्रतिदिन जलापूर्ति बढ़ाने का प्रयास कर रही है, जिसकी वजह से एक सप्ताह में 7 एमएलडी जलापूर्ति बढ़ी है तथा आज शिमला शहर के लिए 28.47 एमएलडी पानी उपलब्ध हुआ है।
उन्होंने बताया कि जल टैंकों के साथ टुलू पम्प भी जोड़े जा रहे हैं जिससे ऐसे क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित होगी जहां पर सड़कें उपलब्ध नहीं है तथा टैंकर नहीं पहुंच सकते हैं।