- October 4, 2018
जब तक लोगों के रहने के लिये आवास नहीं बन जाता, तब तक अन्य योजनाओं का लाभ फलदायी नहीं होगा:- मुख्यमंत्री
पटना————- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में ‘मुख्यमंत्री वास स्थल क्रय सहायता योजना’ एवं ‘मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना’ का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग को इस बात के लिए धन्यवाद देता हूॅ कि इन्होंने दो योजनाओं को क्रियान्वित करना प्रारंभ कर दिया है, जिसका ऐलान हमने 15 अगस्त 2018 को किया था। इस विभाग ने बहुत कम समय में पूरी तैयारी कर इसकी शुरुआत की है। बापू की 150वीं जयंती की शुरुआत हुई है जो अगले दो वर्षों तक चलेगी। इस दौरान हमलोग अनेक योजनाओं की शुरुआत करेंगे, जिसमें गरीबों का उत्थान प्रमुख है। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत लाभार्थियों को एक लाख 20 हजार रूपये की राशि दी जा रही है। सोशियो इकोनॉमिक कॉस्ट सर्वे के आधार पर लाभार्थियों की सूची बनायी गई है, जिसमें ज्यादातर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, आदिवासी, अति पिछड़ा वर्ग के लोग शामिल हैं। इनलोगों के पास आवास के लिए जमीन नहीं है। ये प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण का लाभ उठाने से वंचित न हों, इसके लिए राज्य सरकार अपनी तरफ से घर बनाने के लिए, जमीन खरीदने हेतु मुख्यमंत्री वास स्थल क्रय सहायता योजना के तहत 60 हजार रुपए की राशि उपलब्ध करा रही है। सरकार इन जमीनों की खरीददारी को निबंधन मुक्त रखेगी यानि इस पर निबंधन शुल्क नहीं लगेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय योजना के तहत एक निष्चय के अंतर्गत 02 फरवरी 2016 से महिलाओं को राज्य की सभी सरकारी सेवाओं में 35 प्रतिशत आरक्षण का लाभ दिया जा रहा है। दो अन्य निश्चय में युवाओं पर आधारित योजनाओं को क्रियान्वित किया जा रहा है। बाकी चार निश्चय के अंतर्गत अगले एक वर्ष में लोहिया स्वच्छ अभियान के तहत हर घर में शौचालय का निर्माण कराने का लक्ष्य प्राप्ति की तरफ अग्रसर है। इस वर्ष के अंत तक हर घर तक बिजली का कनेक्शन उपलब्ध हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले लोग पोखर, कुंआ, चापाकल का पानी पीते थे लेकिन अब ग्रामीण हो या शहरी, हर घर तक पाइप जलापूर्ति कर हर घर तक नल का जल उपलब्ध कराया जा रहा है। हर घर तक पक्की गली-नाली का निर्माण कराया जा रहा है। टोलों तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। इन सब कार्यों को चार वर्ष में पूरा किया जाना है। इन टोलों में दलित, महादलित, आदिवासी, अति पिछड़ों की आबादी ज्यादा है। प्राथमिकता के आधार पर उन गांवों में पहले पक्की गली-नाली का निर्माण कराया जा रहा है, जहां दलित, महादलित, आदिवासी, अति पिछड़ों की आबादी ज्यादा है लेकिन तय समय के अंदर सभी गांवों में पक्की गली-नाली का निर्माण होना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर पीने का स्वच्छ पानी एवं खुले में शौच से मुक्ति मिल जाए तो 90 प्रतिशत बीमारियों से छुटकारा मिल जाएगा। आप सभी लोगों से आग्रह है कि शौचालय बनाकर उसका उपयोग भी करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी यात्रा के दौरान मैंने देखा कि वर्ष 1996 से पहले इंदिरा आवास योजना अथवा अन्य योजनाओं के तहत निर्मित आवास वर्तमान में जीर्ण-शीर्ण स्थिति में हैं। इसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अति पिछड़ा वर्ग के परिवार रहते हैं। जब तक लोगों के रहने के लिये आवास नहीं बन जाता, तब तक अन्य योजनाओं का लाभ फलदायी नहीं होगा। हमलोगों ने इन परिवारों को आवास उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा “मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना” के तहत आवास निर्माण हेतु राज्य निधि से एक लाख 20 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान करने का निर्णय किया। आज 200 से ज्यादा लाभार्थियों को उनके खाते में राशि भेजी जा रही है। ग्रामीण विकास विभाग अगले पांच महीनों में ‘मुख्यमंत्री वास स्थल क्रय सहायता योजना’ के तहत 22 हजार लोगों को लाभ पहुंचाने में कामयाब होगा। मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत अगले पांच माह में 20 हजार से ज्यादा लोगों को भी लाभान्वित करने की ग्रामीण विकास विभाग की योजना है। मुझे उम्मीद है कि जल्द से जल्द इसे पूरा कर लिया जाएगा। राज्य सरकार हर सूरत-ए-हाल में तय की गई राशि उपलब्ध कराएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही ग्राम परिवहन योजना की शुरुआत की जाएगी, जिसमें प्रत्येक प्रखंड में 5 लोगों को वाहन खरीदने के लिए 2 लाख रुपए की राशि दी जाएगी, जिसमें एक लाख रुपए का अनुदान दिया जाएगा। ग्रामीणों को प्रखंड तक जाने में सहूलियत हो, इसके लिए यह योजना लागू की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी की अवधारणा थी कि जो व्यक्ति अंतिम पायदान पर है, हाशिए पर है, उन्हें विकास की मुख्य धारा में लाना चाहिए। हमलोग हर परिवार को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं, इसके लिए विकेंद्रीकृत तरीके से काम कर रहे हैं। लोगों की समस्याएं सुनने के बाद उसके निदान के लिए काम करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब परिवारों के बच्चों को पढ़ाने के लिए सरकार कई तरह की योजनाएं चला रही है। आप लोग बेटे और बेटी को जरुर पढ़ाईये, जो पढ़ेगा वही आगे बढ़ेगा। आज दो योजनाओं की शुरुआत की गई है, उसका लाभ उठाइये। आगे बढ़ते रहिए। यहां बैठी महिलाओं से कहना चाहता हूं कि आपलोग जीविका से जुड़िए, उससे न सिर्फ आपकी आमदनी बढ़ेगी बल्कि आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। आप लोग समाज सुधार कार्यक्रम के तहत चलाए जा रहे अभियान शराबबंदी तथा बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ मुहिम में शामिल हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के गौरवशाली अतीत को फिर से प्राप्त करने के लिए प्रेम, भाईचारा एवं सद्भाव के साथ मिलकर आगे बढ़ना होगा।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श्री अरविंद कुमार चैधरी ने मुख्यमंत्री का स्वागत पुष्प-गुच्छ भेंटकर किया। समारोह के दौरान ‘मुख्यमंत्री वास स्थल क्रय सहायता योजना’ एवं ‘मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना’ की संरचना, उद्देश्य एवं लक्ष्य पर आधारित वृत्तचित्र की प्रस्तुति की गई। ‘मुख्यमंत्री वास स्थल क्रय सहायता योजना’ एवं ‘मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना’ के कुछ लाभार्थियों को मुख्यमंत्री ने चेक भी प्रदान किये। लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान पर आधारित रेडियो जिंग्लस एवं रेडियो स्पॉट का मुख्यमंत्री ने लोकार्पण किया।
कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी, ग्रामीण विकास मंत्री श्री श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श्री अरविंद कुमार चैधरी ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री मनीष कुमार वर्मा, जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी श्री बाला मुरुगन डी0, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, जिलाधिकारी श्री कुमार रवि, ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव श्री कंवल तनुज सहित ग्रामीण विकास विभाग के अन्य पदाधिकारीगण, लाभार्थी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।