- September 11, 2017
जन सहभागिता से निखरेगा आयड़ नदी का स्वरूप
जयपुर———– शहर के बीच गुजरने वाली आयड़ नदी का स्वरुप जल्द ही निखरेगा। गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने शनिवार को जिला कलक्टर कार्यालय सभागार में अधिकारियों एवं विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर पहले चरण में किए जाने वाले कायोर्ं की रुपरेखा सामने रखी।
कटारिया ने कहा कि पहले चरण में आयड़ के पुलां पुलिया से लेकर ठोकर चौराहा पुलिया तक के हिस्से को वास्तविक स्वरुप में लाया जाएगा। करीब ढ़ाई किमी लंबे इस भाग में झाड़ियों आदि की सफाई कर नदी के मूल स्वरुप को सामने लाया जाएगा। झाड़ियों को जड़ से उखाड़ा जाए ताकि फिर से पनप नहीं सके। इस कार्य में विभिन्न सरकारी एजेंसियों के साथ ही निजी संस्थानों का सहयोग लिया जाएगा। आगामी 2 अक्टूबर से अभियान चलाकर इस कार्य को अंजाम दिया जाएगा।
कटारिया ने कहा कि अगले चरण में नदी के बहाव, इसके किनारे पार्क व पैदल-पथ, ट्रेक आदि के कार्य किए जा सकते हैं जिसके लिए बाद में योजना बनाई जाएगी। रविवार को तकनीकी विशेषज्ञों का एक दल नदी के इस हिस्से का मुआयना कर सफाई के कार्य की रुपरेखा बनाएगा। बैठक में मेयर चंद्रसिंह कोठारी, यूआईटी अध्यक्ष रवींद्र श्रीमाली, जिला कलक्टर बिष्णुचरण मल्लिक, एडीएम सुभाष चंद्र शर्मा व सीआर देवासी, यूसीसीआई अध्यक्ष हंसराज चौधरी सहित अन्य अधिकारी एवं उद्योगों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
विभिन्न खंडों में बांटकर सौंपें जाए कार्य
कटारिया ने कहा कि तकनीकी विशेषज्ञ नदी के इस भाग को छोटे-छोटे खंडों में चिन्हित करें उसके पश्चात ये खंड अलग-अलग एजेंसियों को सौंप दिये जाएं। इससे कार्य का बंटवारा हो जाएगा और कम समय में कार्य सम्पादित हो सकेगा। उन्होने कहा कि आम जन को भी इस कार्य में सहयोग हेतु प्रेरित किया जाएगा। यूसीसीआई अध्यक्ष चौधरी ने राय दी कि एक साथ मशीनरी लगाकर कार्य करवा लिया जाए जिसके व्यय सभी एजेंसी या उद्योग मिलकर वहन कर लेंगे।