- March 15, 2017
जंतर मंतर पर सतलज -यमुना लिंक नहर- गोपीचंद गहलोत
पत्रकार गौरव शर्मा——SYL के मुद्दे पर गुरुग्राम के सैक्टर 12 इनेलो के गोपीचंद गहलोत कार्यालय पर मंगलवार को इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोडा ने लोगों को सम्बोधित करते हुए बुधवार को दिल्ली जंतर मंतर पर प्रदर्शन न्योता दिया गया। संसद घेराव के बाद भी यदि केंद्र सरकार ने एसवाइएल नहर का निर्माण शुरू नहीं करवाया तो इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) चुप नहीं बैठेगा।
एसवाइएल मुद्दे पर 15 मार्च को दिल्ली में जंतर मंतर पर धरना दिया जाएगा। उसके बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी। इस संबंध में पूर्व डिप्टी स्पीकर व इनेलो वरिष्ठ नेता गोपी चंद गहलोत ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक की।
इनेलो वरिष्ठ नेता गोपी चंद गहलोत ने संसद घेराव में अधिक से अधिक संख्या में कार्यकर्ताओं को भाग लेने को कहा। गोपी चंद गहलोत ने कांग्रेस व भाजपा पर एसवाइएल के नाम पर राजनीति करने और प्रदेश के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया।
इनेलो नेता गोपी चंद गहलोत ने कहा कि जननायक स्व. देवीलाल ने राजीव लोंगोवाल समझौते का इसलिए विरोध किया था क्योंकि समझौते में हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ को देने और यमुना नहर से मिलने वाले पानी में कटौती करने की शर्त रखी गई थी।
गहलोत ने कहा कि देवीलाल को हरियाणा के हितों की उपेक्षा मंजूर नहीं थी और उन्होंने दिल्ली में लाखों लोगों के साथ पहुंच कर इस समझौते का विरोध किया व सरकार को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था।
उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने के बावजूद एसवाइएल का अभी तक निर्माण न हरियाणा के साथ ज्यादती है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें भरोसा दिया कि वे 15 मार्च के धरने में बढ़-चढ़ कर भाग लेंगे और एसवाइएल का पानी हरियाणा में लाने के लिए किए जा रहे संघर्ष को मजबूती प्रदान करेंगे।
इस अवसर पर अन्नत राम तवंर जी , गंगा राम पूर्व विधायक , युवा इनेलो नेता बिजेंद्र गहलोत, बलदेव धंणघस , शमशेर कटारिया, रमेश दहिया, शलैश खटाना , रिशी राज राणा और महेश चौहान आदि मौजूद रहे।