• April 16, 2018

छात्रा परिवहन सुरक्षा योजना—हरियाणा दूसरा प्रदेश जहां बच्चियों के साथ दुराचार करने पर फांसी कि सजा

छात्रा परिवहन सुरक्षा योजना—हरियाणा दूसरा प्रदेश जहां बच्चियों के साथ दुराचार करने पर फांसी कि सजा

झज्जर———-हरियाणा में बेटियों को शिक्षण संस्थान तक मुफ्त परिवहन सेवा उपलब्ध कराने का जिम्मा सरकार का रहेगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने झज्जर में छात्रा परिवहन सुरक्षा योजना की घोषणा करते हुए कहा कि चाहे किसी शिक्षण संस्थान में पांच छात्राएं ही मांग क्यों न करे। उनके अनुरूप आटो से लेकर बस तक की परिवहन सेवा सरकार की ओर से नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।
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मुख्यमंत्री झज्जर के राजकीय नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय सभागार में लैंगिक असमानता को दूर करने के लिए विशेष तैयार किए गए प्रोजेक्ट जागृति का शुभारंभ करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि जागृति प्रोजेक्ट का भी मुख्य उद्देश्य यही है कि बेटियां सार्वजनिक स्थल, कार्यस्थल और आवागमन में स्वयं को सुरक्षित महसूस करें।

उन्होंने परियोजना का शुभारंभ करते हुए इस नई पहल के उद्देश्यों की सराहना भी की। मुख्यमंत्री ने जागृति प्रोजेक्ट की महिला सुरक्षा सर्वे रिपोर्ट का अनावरण भी किया। मुख्यमत्री ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार पूरी तरह से गंभीर है और इसके लिए प्रदेश में दुर्गाशक्ति वाहिनी विशेष फोर्स का गठन भी किया जाएगा जिससे महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों पर त्वरित अंकुश लगाया जा सके।

मुख्यमंत्री ने जागृति परियोजना में रखे गए पहलुओं पर चर्चा करते हुए कहा कि आज समय बदल चुका है लेकिन हमें सामाजिक भाईचारे को बढ़ावा देते हुए लैंगिक असमानता को दूर करना होगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश में छात्राओं को शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए यातायात स्वरूप 131 रूट पर महिला विशेष बसों का परिचालन हो रहा है। छात्रा परिवहन सुरक्षा योजना में भी शिक्षण संस्थानों में नोडल अधिकारियों की नियुक्ति होगी जिन्हें छात्राएं पहिवहन संबंधी जरूरत की मांग सौंप सकेंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा महिलाओं के प्रति अनैतिक व्यवहार किसी भी रूप से बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ****———–आज मध्यप्रदेश के बाद हरियाणा ऐसा दूसरा प्रदेश है जहां 12 साल से कम उम्र की बच्चियों के साथ दुराचार करने वाले दोषियों को फांसी की सजा का प्रावधान किया है ——————****और देश के प्रधानमंत्री श्री नरेेंद्र मोदी जी ने भी मन की बात कार्यक्रम के जरिए राज्य सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम को देश के अन्य राज्यों के लिए भी जरूरी माना हैं।

उन्होंने उम्मीद जताई कि लोकसभा में भी यह कानून पूरे देश के लिए पारित हो सकता है, जिससे बेटियों की सुरक्षा चाक चौबंद होगी। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराई के खिलाफ सरकार के साथ ही सामाजिक संस्थाओं को भी आगे आना होगा और प्रदेश में लिंगानुपात सुधार की दिशा में सभी को आगे बढऩा होगा।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खुशी जताई कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ राष्ट्रीय कार्यक्रम के चलते प्रदेश के लिंगानुपात में सफलतम सुधार हुआ है। आज बहु बेटियों को नेतृत्व करने का अवसर मिल रहा है और लैंगिक समानता लाने में जागृति परियोजना पूरे प्रदेश के लिए एक विशेष मुहिम बनेगी।

उन्होंने बताया कि महिलाओं के मान-सम्मान को लेकर प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में जहां पढ़ी लिखी पंचायतों का चयन किया वहीं महिला सशक्तिकरण के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं के लिए रखा गया और वे यह बताते हुए गर्व महसूस कर रहे हैं कि 33 प्रतिशत आरक्षण के बावजूद आज पूरे प्रदेश में 42 फीसदी महिला पंचायत प्रतिनिधि ग्राम पंचायतों का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि बेटियों को आगे बढ़ाने में साामजिक संगठनों के साथ आमजन के सुझावों पर भी प्रभावी ढंग से अमल होगा। उन्होंने उपस्थित जनसमूह को अपने बच्चों को संस्कारवान बनाने के लिए प्रेरित किया ताकि वे बहन-बेटियों का सम्मान करते हुए समाज को सामाजिक रूप से सशक्त बना सकें।
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बेटियों के उत्थान के लिए की गई घोषणाओं पर विधायक नरेश कौशिक ने कहा कि बेटियों को बचाने, उनकी सुरक्षा करने के साथ ही पढ़ाने तक की जिम्मेवारी मौजूदा सरकार ले रही है और यह सभी मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की दूरगामी सोच का ही परिणाम है। आज पूरे प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।

बेटियों के लिए सुखद व सुरक्षित माहौल कायम करते हुए सरकार की ओर से महत्वाकांक्षी योजनाओं का क्रियांवित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज हमारी बेटी किसी से पीछे नहीं हैं। उन्होंने जागृति प्रोजेक्ट की सराहना करते हुए कहा कि जिस सकारात्मक सोच के साथ यह प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है वह म्हारे हरियाणा की शान, लड़का-लड़की एक समान के उद्देश्य को सार्थक करेगा।

उपायुक्त सोनल गोयल ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का स्वागत करते हुए कहा कि जिले के लिंगानुपात में आशानुरूप वृद्धि हुई है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ राष्ट्रीय कार्यक्रम के आगाज के दौरान लिंगानुपात झज्जर जिले का 824 था जोकि अब बढ़कर 920 के पार तक पहुंच गया है।

उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के महत्व को जानते हुए लैंगिक असामनता की भावना को दूर करने का संकल्प आज से हम मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में लें। उन्होंने बताया कि झज्जर व रोहतक जिले में क्रियांवित होने वाला जागृति प्रोजेक्ट से राज्य में लैंगिक असमानता को दूर करने का कार्य किया जाएगा।

यूनिसेफ की भारत प्रमुख डा.यास्मिन अली हक ने भारत सरकार व हरियाणा सरकार ने स्वच्छता अभियान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम की प्रंशसा करते हुए कहा कि शिशु मृत्यु दर कम करने पर सराहनीय कार्य हुआ है।

इस मौके पर खेल विभाग के निदेशक जगदीप सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष बिजेंद्र दलाल, जिला परिषद चेयरमैन परमजीत सौलधा, वाइस चेयरमैन योगेश सिलानी, विक्रम कादियान, पूर्व मंत्री कांता देवी, सुनीता चौहान, डा.धर्मेंद्र सहित प्रशासन की ओर से एसएसपी बी.सतीश बालन, एडीसी सुशील सारवान, एनटीपीसी से एन.एन.मिश्रा व यूनिसेफ से अंतरा गांगुली मौजूद रहे।

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