- May 4, 2019
चुनाव के दौरान कर्मचारी व अधिकारी तन्मयता, विवेक और उत्साह से करें डयूटी: एआरओ श्याम लाल
करनाल ——- लोकसभा आम चुनाव के लिए आगामी 12 मई को होने वाले मतदान से पूर्व करनाल में पोलिंग पार्टियों को प्रशिक्षित करने का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को एन.डी.आर.आई. के सभागार में प्रात: के सत्र में घरौंडा विधानसभा क्षेत्र में मतदान करवाने वाली पोलिंग पार्टियों को प्रशिक्षण दिया गया।
इस मौके पर इस क्षेत्र के सहायक रिटर्निंग अधिकारी एवं डीआरओ श्याम लाल, बीडीपीओ प्रेम सिंह, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, डयूटी मजिस्ट्रेट तथा सुपरवाईज़र उपस्थित रहे। कुल 262 पोलिंग पार्टियां, जिनमें पीओ, एपीओ व पोलिंग ऑफिसर शामिल थे, को भारत चुनाव आयोग की ओर से जारी एक डॉक्यूमेंटरी के माध्यम से मतदान की पूरी प्रक्रिया स्क्रीन पर दिखाई गई और फिर मास्टर ट्रेनर ने ईवीएम और उसके साथ जुडऩे वाली कंट्रोल यूनिट व वीवीपैट पर कम्पलीट डैमो दिया।
प्रशिक्षण के समय घरौंडा के एआरओ श्याम लाल ने उपस्थित पोलिंग पार्टियों में शामिल कर्मचारियों को इस बात के लिए सराहा कि वे प्रजातंत्र के महापर्व में अपनी आहुति देने जा रहे हैं। उन्होंने कर्मचारियों को कुछ जरूरी टिप्स दिए और कहा कि सबसे जरूरी है मतदान किट को प्राप्त करने से लेकर मतदान की समाप्ति तक पूरी तन्मयता, विवेक और उत्साह से काम करना।
चुनाव सम्बंधी जो जरूरी लिफाफे (स्टैच्यूवरी व नोन स्टैच्यूवरी पोलीथीन) तैयार करने हैं, उन पर रात को ही लिख दें कि उनमें क्या-क्या डालना है। उससे पीठासीन अधिकारी को कतई दिक्कत नही आएगी और समय भी बचेगा। पीओ डायरी और हैंडबुक का अच्छी तरह से अध्ययन करें और उसे सम्भाल कर रखें।
मतदान केन्द्र पर जाने से पहले किट को प्राप्त करके उसके साथ दी गई लिस्ट में बताए गए सामान को अच्छी तरह से चैक कर लें। यदि कोई आईटम नही है, तो मौके पर उपस्थित वितरण टीम को उस बारे बताएं। हालांकि सभी किट बड़े ध्यान से तैयार की गई हैं।
उन्होंने कहा कि मतदान केन्द्र पर पहुंच कर सबसे पहले उसका फिजीकल निरीक्षण करें, वहां रोशनी की व्यवस्था हो, पीने का पानी, रैम्प, महिला और पुरूषो के लिए अलग लाईनो का स्पेस, एंट्री व एग्जिट द्वार तथा सुरक्षा की दृष्टि से मतदान कक्ष ठीक होना चाहिए। अपनी तैयारी करने के बाद रात्रि विश्राम भी उसे जगह पर करें।
अपना सामान छोडक़र किसी के कहने या आवभगत के बुलावे पर ना जाएं। प्रात: जल्दी उठें और तैयारी करके मतदान से एक घण्टा पहले मॉक पोल करवाएं। यह अतिआवश्यक है। इसे करवाने के बाद ही ठीक 7 बजे मतदान प्रारम्भ करना है।
अपनी टीम के साथ जोड़े गए पुलिस बल या सुरक्षा कर्मियों को उनकी डयूटी समझाएं। बैलेट यूनिट की गौपनीयता बनी रहे। जो-जो संवदेन व अतिसंवेदनशील मतदान केन्द्र हैं, वहां सुरक्षा के प्रबंधो को भी देख लें। केन्द्र पर पहुंच कर यदि किसी तरह की कोई दिक्कत यां असुविधा नजर आए, तो उसकी सूचना सैक्टर सुपरवाईज़र या मजिस्ट्रेट को दें। मतदाताओं से शिष्टता का व्यवहार करें।
इसके पश्चात आई.टी.आई. के मास्टर ट्रेनर अमरीश ने पोलिंग पार्टियों के समक्ष बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट को तैयार करने की विधि बताई। डैमो देकर समझाया कि बैलेट यूनिट के साथ वीवीपैट को कनैक्ट करना है और वीवीपैट के साथ कंट्रोल यूनिट को जोड़ा जाना है। कौन-कौन सी सीलें लगाई जानी हैं, उन बारे बताया।
मास्टर ट्रेनर ने बताया कि ईवीएम की स्क्रीन पर रैडी यानि तैयार का संकेत आने तक इंतेजार करें। उसके बाद मॉक पोल करवाएं। मॉक पोल नही करवाया, तो इलैक्शन को दोबारा शुरू करवाना पड़ेगा।
मशीनो पर एरर की गुंजाईश ना के बराबर आती है, यदि उसके संचालन व कंट्रोल की जानकारी सही तरीके से हो। इसका बढिया तरीका यह है कि प्रशिक्षण के बाद जो भी क्वायरी है, उसे दूर करके जाएं और अच्छी तरह से समझ कर जाएं, ताकि मतदान केन्द्र पर पहुंच कर कॉन्फिडैंस बना रहे।
आज ही एनडीआरआई के सभागार में दूसरे सत्र के असंध क्षेत्र की पोलिंग पार्टियों को भी प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान एआरओ एवं एसडीएम असंध अनुराग ढालिया और उनके सहयोगी अधिकारी उपस्थित रहे।