चिकित्सा संस्थानों को आगे आने का आव्हान

चिकित्सा संस्थानों को आगे आने का आव्हान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों तक आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रसार के लिए बड़े चिकित्सा संस्थानों को आगे आने का आव्हान किया है। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए सुनियोजित पॉलिसी लाने पर विचार कर रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान रविवार को भोपाल के नेशनल अस्पताल में विश्व की आधुनिक और मध्य भारत की पहली आधुनिक कैथ लेब का उद्घाटन कर सम्बोधित कर रहे थे।

मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिरीक्षक श्री विवेक जौहरी, मुख्यमंत्री श्री चौहान की धर्म पत्नी श्रीमती साधना सिंह और अस्पताल के प्रमुख डॉ. पी. के. पांडे उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज का दिन देश के लिए भी विशेष और महत्वपूर्ण है, क्योंकि आज ही के दिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड से युद्ध के लिए वैक्सीन की शुरुआत की थी। उन्होंने वैज्ञानिकों सहित डॉक्टर्स और वैक्सीनेशन से जुड़े हर एक व्यक्ति और संस्थाओं को धन्यवाद भी दिया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नेशनल अस्पताल में आज से ह्रदय रोगियों के लिये शुरू हुई यह कैथ लेब परफेक्ट रिजल्ट देगी, जिससे रोगी का एकदम सही उपचार हो सकेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोविड काल में चिकित्सा संस्थानों के मिले सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि प्राइवेट अस्पताल सेवाभावी बने और व्यावसायिक मानसिकता से बचें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि समर्पण भाव से की गई रोगियों की सेवा से बड़ा कोई महान प्रतिफल हो ही नहीं सकता। नेशनल अस्पताल इस नए कैथ लेब के मार्फ़त मध्यभारत में अपने सेवा-भाव से नई पहचान स्थापित करेगा।

Related post

धोखाधड़ी, जालसाजी व जान से मारने की धमकी  : मुख्यमंत्री महोदय का  पत्र सलग्न :

धोखाधड़ी, जालसाजी व जान से मारने की धमकी : मुख्यमंत्री महोदय का पत्र सलग्न :

रमाकांत उपाध्याय (आरा )—– प्रार्थी के जमीन के साथ हुई कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर धोखाधड़ी, जालसाजी…
क्या भारत एक स्वस्थ युवाओं का देश भी है?

क्या भारत एक स्वस्थ युवाओं का देश भी है?

डॉक्टर नीलम महेंद्र : वर्तमान  भारत जिसके विषय में हम गर्व से कहते हैं कि यह…
नेहरू से हमें जो सीखना चाहिए

नेहरू से हमें जो सीखना चाहिए

कल्पना पांडे————-इतने सालों बाद हमे शर्म से ये स्वीकार कर लेना चाहिए कि धार्मिक आडंबरों, पाखंड…

Leave a Reply