- March 11, 2016
चंडी मंदीर में सामूहिक विवाह : शौचालय निर्माण के लिए प्रोत्साहन राशि
महासमुंद ——–(छ०गढ)——————— मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में धूमधाम और पूरे सम्मान के साथ गरीब परिवारों की बेटियों सामूहिक विवाह बिरकोनी के चंडी मंदिर में सम्पन्न हुआ। सबसे पहले दूल्हों की बरात निकली। परम्परागत रूप से सजे धजे दूल्हों ने बाजे-गाजे के साथ विवाह मंडप में प्रवेश किया।
विवाह मंडल में गायत्री परिवार की ओर से वैदिक मंत्रोचार के बीच विवाह सम्पन्न हुआ। समारोह में 115 जोड़ों ने दाम्पत्य जीवन में प्रवेश किया। इस अवसर पर आशिर्वाद समारोह में मुख्य अतिथि संसदीय सचिव श्रीमती रूपकुमारी चौधरी और कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. विमल चोपड़ा ने नव विवाहित जोड़ों का सुखमय जीवन के लिए आशीष दिया।
नव विवाहित जोड़ों को मुख्य अतिथि श्रीमती चौधरी ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छता की शपथ दिलायी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह की चिन्ता दूर करने के लिए मुख्य मंत्री कन्या विवाह योजना संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा न सिर्फ विवाह के लिए सहायता दी जा रही है बल्कि उनके सुखमय जीवन और आर्थिक उन्नति के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना और कौशल विकास योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने सभी जोड़ों से योजनाओं का लाभ उठाने की अपील भी की। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधायक महासमुंद डॉ विमल चोपड़ा ने कहा कि नव विवाहित जोड़ों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सादा जीवन उच्च विचार को अपनाया हैं। इससे युवाओं को प्रेरणा मिलेगी। इन जोडों की सामाजिक आर्थिक उन्नति के लिए राज्य सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही है। इनका लाभ लेकर अपने जीवन को सुखमय बना सकते हैं।
उन्होंने सभी जोड़ों से महिलाओं के सम्मान की खातिर शौचालय बनाने और नशा मुक्त समाज बनाने में सहयोग की भी अपील की। डॉ. चोपड़ा ने नव विवाहित जोडों से समझाईश दी कि लगातार परिश्रम करे और जीवन में ऐसी स्थिति नहीं लाने दे जिससे कि किसी दूसरे के आगे हाथ फैलाने की नौबत आए। इस अवसर पर संसदीय सचिव श्रीमती चौधरी और विधायक डॉ चोपड़ा ने नव विवाहितों को उपहार भी वितरित किए।
शौचालय निर्माण के लिए मिलेगी प्रोत्साहन राशि
कलेक्टर श्री उमेश कुमार अग्रवाल ने कहा कि बेटी की डोली अब वहां जाएगी जिस घर में शौचालय होगा। जिला प्रशासन द्वारा की बेटियों के सम्मान के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में विवाह करने वाले जोड़ों के ऐसे पात्र परिवार जिनके यहां शौचालय नहीं है उन्हें शौचालयों के लिए स्वीकृति दी जाएगी। उन्होंने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालयों का निर्माण कराए जाने पर 12 हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि ऐसे परिवारों को मिलेगी।
समाज सेवियों दानदाताओं का मिला सहयोग
विवाह के आयोजन में समाजिक संस्थाओं, समाज सेवियों और दानदाताओं ने भरपूर सहयोग दिया। चंडी मंदिर समिति द्वारा नव विवाहित जोड़ों को एक-एक साड़ी एवं श्रीफल, जैन समाज के अध्यक्ष श्री स्वरूप चंद जैन और श्री पारस चोपड़ा की ओर से कम्बल, श्री धरमचंद श्रीश्रीमाल की ओर से दीवाल घड़ी का वितरण किया गया। इसके अलावा आयोजन में भी विभिन्न सहयोग दिया गया।
कार्यक्रम में पर्यावरण मित्र श्री विश्वनाथ पाणीग्रही ने नव दम्पत्तियों को एक-एक पौधा वितरित कर पर्यावरण के प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया। कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती गोपा साहू, नगर पालिका महासमुंद की उपाध्यक्ष श्रीमती कौशिल्या बंसल, समाज सेवी श्री दाउलाल चंद्राकर, श्री बलदाउ चंद्राकर, श्री मोती साहू सहित अनेक पंचायत प्रतिनिधि गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में नवविवाहितों के साथ आए परिवारजन शामिल थे।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में 1.88 करोड रूपए का ऋण स्वीकृत
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में देना बैंक द्वारा 258 हितग्राहियों को एक करोड़ 88 लाख रूपए के ऋण स्वीकृत किया गया। इसके अलावा गुरूनानक महिला स्वसहायता समूह के आर्थिक गतिविधियों के लिए डेढ़ लाख रूपए की राशि वितरित की गई।
इस अवसर पर देना बैंक आरसेटी और मुख्यमंत्री कौशल विकास विभाग के द्वारा कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए युवाओं की काउंसिलिंग की गई। मुख्यमंत्री कौशल विकास में सिलाई का प्रशिक्षण लेने वाले 70 युवाओं को प्रमाण पत्र का वितरण किया गया।
समारोह स्थल पर स्वच्छ भारत अभियान की जानकारी देने के लिए शौचालय का माड़ल भी प्रदर्शित कया गया था। समारोह में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत वर-वधु को शौचालय निर्माण करने के लिए मॉडल शौचालय का प्रतिरूप वितरित किए गए। इनमें बेमचा के श्री चमनलाल ध्रुव, कन्हारपुरी के श्री खामसिंह, नवागांव कला के श्री विरेन्द्र यादव, कुरचुंडी के श्री ओमप्रकाश सिदार एवं भीखापाली के श्री ओंकार चौहान शामिल हैं। इस अवसर पर गायत्री परिवार की ओर से नव विवाहित जोड़ों को सुखमय दाम्पत्य जीवन के लिए उपयोगी किताबें भी वितरित की गई।
सूखा प्रभावित किसानों को बेटियों की
शादी के लिए मिली राशि
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की घोषणा के अनुरूप सूखा प्रभावित किसानों की बेटियों के विवाह के लिए भी नौ किसानों को तीस-तीस हजार रूपए की राशि का चेक वितरण किया गया। इनमें ग्राम रामपुर की श्रीमती धनई बाई, किसनपुर के श्री भरत ठाकुर, श्री विश्राम प्रधान और श्री परमानंद यादव, डोंगरीपाली की श्रीमती शोभा बाई बाघ, नवागांव के श्री हरिशंकर, खुसरूपाली के श्री संतराम यादव, अरंड के श्री रामचंद देवांगन और ठाकुरदिया कला के श्री दानी राम दीवान शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने सूखा प्रभावित किसानों के घर पर मांगलिक कार्यों में कोई अड़चन न आए इस लिए मुख्यमंत्री कन्या दान योजना में प्रभावित किसानों की बेटियों के विवाह के लिए तीस हजार रूपए देने का निर्णय लिया गया है। इसी प्रकार राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वरोजगार स्थापित करने के लिए तीन हितग्राहियों को दो लाख 50 हजार रूपए का चेक सौंपा गया। इसमें बांसकुड़ा जय मां दुर्गा महिला स्व सहायता समूह को एक लाख रूपए, कुहरी के जय बड़ादेव महिला स्व सहायता समूह को एक लाख रूपए एवं लोहारडीह के सीता महिला स्व सहायता समूह को 50 हजार रूपए का चेक दियाग या।
योजना के प्रावधान
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का उद्देश्य विवाह पर होने वाले फिजूल खर्च को रोकना सादगी पूर्ण विवाह को प्रोत्साहन देना है, साथ ही बाल विवाह को हतोत्साहित करना है। प्रत्येक जोड़ों के विवाह पर 15 हजार रूपए की राशि व्यय की जाती है। इनमें ढ़ाई हजार रूपए विवाह के आायोजन पर दो हजार रूपए गहने तथा वर वधु के श्रृंगार एवं कपड़ों पर तथा पांच सौ रूपए परिवहन पर एवं नौ हजार रूपए की उपहार सामग्री दी जाती हैं। एक हजार रूपए का ड्राफ्ट दिया जाता है।
योजना के लिए पात्रता शर्तों में कन्या का परिवार गरीबी रेखा श्रेणी अथवा मुख्यमंत्री खाद्यान्न सुरक्षा योजना में शामिल होना चाहिए। इसके अलावा छत्तीसगढ़ का मूल निवासी, वधु की आयु 18 वर्ष तथा वर की आयु 21 वर्ष होनी चाहिए। योजना में प्रथम दो कन्याओं के विवाह के लिए सहायता दिए जाने का प्रावधान है।