• February 17, 2015

घुड़सवारी प्रतियोगिता: नेशनल पुलिस अकादमी की दबदवा

घुड़सवारी प्रतियोगिता:  नेशनल पुलिस अकादमी की  दबदवा

जयपुर- राजस्थान पुलिस अकादमी में चल रही 33वीं अखिल भारतीय पुलिस घुड़सवारी प्रतियोगिता के चौथे दिन सोमवार को नेशनल पुलिस अकादमी, हैदराबाद के घुड़सवारों ने सबका दिल जीत लिया। ड्रेसाज ओपन व्यक्तिगत व टीम दोनों प्रतियोगिताओं में नेशनल पुलिस अकादमी ने बाजी मारी। घुड़सवारों ने घोड़ों के साथ बेहतरीन तालमेल का प्रर्दशन किया। प्रतियोगिता के दौरान घुड़सवार और घोड़ों के निरंतर अभ्यास की झलक मिल रही थी। दर्शकों ने प्रतियोगिता का जमकर लुत्फ उठाया।fan

आज के परिणाम

ड्रेसाज ओपन व्यक्तिगत प्रतियोगिता में एनपीए के एसआई श्री पी. सुब्बाराव प्रथम स्थान पर रहे। दूसरे स्थान पर भी एनपीए के ही एसआई श्री सत्यवीर सिंह रहे। तीसरे स्थान पर मध्यप्रदेश पुलिस के हैड कॉन्स्टेबल श्री भूपेंद्र सिंह रहे। चौथे स्थान पर एनपीए के इन्स्पेक्टर श्री वी. पांडियन रहे।

इसी प्रकार ड्रेसाज ओपन टीम प्रतियोगिता में एनपीए की टीम प्रथम स्थान पर रही। दूसरे स्थान पर मध्यप्रदेश और तीसरे स्थान पर हरियाणा की टीम रही।

शो जम्पिंग नोविस र्नोमल प्रतियोगिता में हरियाणा पुलिस के हैड कॉन्स्टेबल हरिकेश सिंह, कर्नाटक के श्री के. एस. रुद्ररप्पा पर एक साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर और चर्तुथ स्थान पर राजस्थान पुलिस के हैड कॉन्स्टेबल श्री मंगेज सिंह रहे। दक्षिणी-पश्चिमी कमान के लेफ्टिनेंट कर्नल अरुण साहनी ने विजेताओं को पदक देकर सम्मानित किया।

33वीं अखिल भारतीय पुलिस घुड़सवारी प्रतियोगिता में नेशनल पुलिस अकादमी, हैदराबाद की टीम छाई हुई है। इस टीम के कप्तान एडिशनल एसपी श्री तेजपाल डाबर हैं। वह तीन साल से एनपीए से जुड़े हुए हैं। वह जोरो, जिब्रान और एस्पिन नाम के तीन घोड़ों के साथ अपना प्रदर्शन कर रहे हैं। वह बताते हैं कि एनपीए की टीम काफी छोटी है। इसमें मात्र 7 सदस्य हैं। टीम का हर सदस्य अपने हुनर में माहिर है। टीम के सदस्य एसआई श्री सत्यवीर सिंह ड्रेसाज ओपन और नोविस में पिछले छह साल से गोल्ड मैडल जीत रहे हैं। टीम के सदस्य श्री नीरज सिंह शो जम्पिंग प्रीलिमरी में पिछली बार के विजेता हैं। इसी तरह वी. पांडियन डे्रसाज में बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं। श्री तेजपाल बताते हैं कि हमारी टीम ने पिछली बार गुजरात में शानदार प्रदर्शन किया था और हम चैम्पियन रहे। हम अपनी स्थिति बनाए रखना चाहते थे। इसलिए हमने सालभर मेहनत की। हमारी पूरी टीम मिलकर रहती है और हम एक-दूसरे से चीजें सीखने की पूरी कोशिश करते हैं। घोड़ों के बारे में वह बताते हैं कि घोड़े के अंदर पावर ऑफ इन्टेंशन होती है। वह आसानी से पता लगा लेता है कि आप क्या सोचने वाले हैं।

उल्लेखनीय है कि 33वीं अखिल भारतीय पुलिस घुड़सवारी प्रतियोगिता में देशभर की 17 टीम और 300 घोड़े हिस्सा ले रहे हैं। इस आयोजन में कुल 32 प्रतिस्पर्धाएं होंगी। प्रतियोगिता का समापन 20 फरवरी को सायं 4.00 बजे मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे राजस्थान पुलिस अकादमी स्टेडियम में करेंगी। इस आयोजन का आनंद विभिन्न स्कूलों के बच्चे और शहर के गणमान्य नागरिक नि:शुल्क उठा सकते हैं।

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