- December 8, 2014
घर-घर सर्वे: पीलिया प्रभावित क्षेत्र पर नजर
जयपुर – जिला कलक्टर श्री कृष्ण कुणाल ने शहर के सोढाला क्षेत्र के पीलिया प्रभावित क्षेत्र में चिकित्सा दलों द्वारा घर-घर किये जा रहे सर्वे एवं पीने के पानी के नमूने लेने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि इस क्षेत्र के पीलिया प्रभावित लोगों को समुचित उपचार देने के साथ ही पीने के पानी का उपयोग करने के संबंध में उचित सलाह दी जाये ताकि कोई भी व्यक्ति पीलिया से प्रभावित नहीं हो सके।
जिला कलक्टर ने रविवार को सोढाला के पीलिया प्रभावित क्षेत्र में तत्काल पीलिया की रोकथाम एवं प्रभावित व्यक्तियों के उपचार तथा पानी के नमूने लेने के संबंध में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों की आयोजित बैठक में ये निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए कि इस क्षेत्र में पीलिया की रोकथाम के लिए त्वरित से कार्यवाही अमल में लाये। उन्होंने बताया कि सोढाला क्षेत्र में पीलिया की रोकथाम के जिला प्रशासन एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मुस्तैदी से प्रयासरत है तथा हालात पर नजर रखे हुए है।
अतिरिक्त कलक्टर चतुर्थ श्री पुरूषोत्तम शर्मा ने बताया कि उन्होंने उपखण्ड अधिकारी शहर दक्षिण श्री बिरदीचंद गंगवाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओ.पी.थाकन, अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य डॉ. आर.एस.खींची, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री अशोक व अधीशाषी अभियंता श्री मुकेेश गोयल के साथ सोढाला क्षेत्र की लक्ष्मी नगर, जनता नगर, रांकडी, गायत्री नगर, कुमावत कालोनी, विष्णु कालोनी, गणेश नगर सहित अन्य क्षेत्र का दौरा कर यहां के नागरिकों से बातचीत की और स्थिति का जायजा लिया।
उन्होंने बताया कि सोढाला के उक्त प्रभावित क्षेत्र में 6 चिकित्सा अधिकारियों, 30 पैरा मेडिकल स्टॉफ के चिकित्सा दल बनाये गये है जो घर-घर सर्वे कर रहे है। उन्होंने बताया कि शनिवार तक एक हजार 65 घरों का सर्वे किया जा चुका है जिनमें से 49 पीलिया रोग से प्रभावित रोगी पाये गये है इन रोगियों की चिकित्सा दलों द्वारा देखभाल, उपचार करने के साथ ही उन्हें पीने के पानी उबाल कर उपयोग करने की भी सलाह दी जा रही है। चिकित्सा दलों की मॉनिटरिंग उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा की जा रही है।
उन्होंने बताया कि जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के 6 दलों द्वारा भी उक्त क्षेत्र में पीने के पानी के नमूने लिये जा रहे है इनकी जांच की जा रही है तथा पीने के पानी प्रदूषित नहीं हो इसके प्रभावी रूप से उपाय किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि जलदाय विभाग के अधिकारियों द्वारा उक्त प्रभावित क्षेत्र से किसी भी व्यक्ति द्वारा पीने के पानी के संबंध में किसी भी तरह की जानकारी दी जाती है तो उस पर तत्काल कार्यवाही अमल में लायी जा रही है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि चिकित्सा दलों द्वारा पीलिया ग्रसित व्यक्तियों की उपचार, देखभाल करने के साथ ही सर्वे के दौरान घरों में पीने के पानी के शुद्घिकरण के लिए क्लोरिन टेबलेटो का भी वितरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उक्त क्षेत्र में चिकित्सा दलों द्वारा घर-घर सर्वे का कार्य सोमवार को भी किया जायेगा।