• December 30, 2018

गऊ चरान की जमीन 33 साल के लिए पट्टे पर – मुख्यमंत्री मनोहर लाल

गऊ चरान की जमीन  33 साल के लिए पट्टे पर – मुख्यमंत्री मनोहर लाल

करनाल —— मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में गौ संवर्धन व संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए गौशालाओं को गऊ चरान की जमीन अब 15 साल की बजाय 33 साल के लिए पट्टे पर दी जाएगी। करनाल की श्रीकृष्ण कृपा गौशाला की कमेटी की मांग पर गौशाला के लिए बजीदा जाटान की पंचायत की जमीन उपलब्ध करवाई जाएगी तथा श्रीकृष्ण कृपा गौशाला को मुख्यमंत्री ने अपने ऐच्छिक कोष से 21 लाख रुपये देने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने यह घोषणा शनिवार को देर सायं स्थानीय ओपीएस विद्या मंदिर श्रीकृष्ण कृपा गौशाला की ओर से आयोजित पांच दिवसीय दिव्य गीता सत्संग में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने आरती में भाग लिया तथा गीतामनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज से आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा एक ऐसा पहला प्रदेश है जहां सबसे पहले गौ संरक्षण व संवर्धन के लिए कानून बनाया गया है। जिसकी सराहना दूसरे प्रदेशों में भी की जा रही है।

उन्होंने कहा कि गौ संवर्धन के लिए केवल सरकारों पर आधारित नहीं रहना चाहिए इसके लिए समाज के लोगों की भी भागीदारी जरूरी है। उन्होंने कहा कि गीता एक ऐसा पवित्र ग्रंथ है जिसके एक श्लोक को पढक़र ही कर्म करने की प्रेरणा मिलती है, उन्होंने भी इस श्लोक को आत्मसात किया और जीवन में कर्म करने का संकल्प लिया।

उन्होंने कहा कि गीता का संदेश न केवल कुरूक्षेत्र व करनाल में ही नहीं बल्कि गांव-गांव में होना चाहिए। इसके लिए सरकार ने गीता के श्लोकों को पाठ्यक्रम में शामिल करने का निर्णय लिया है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी मॉरिशिस में गीता जयंती का पर्व मनाया जाएगा। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी के मार्गदर्शन में कनाडा, इंग्लैंड व अन्य देशों के लोग भी अपने वहां गीता जयंती मनाने के लिए आतुर हैं। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें ऐसे पर्व को भूल गई थी हमने निर्णय लिया है कि धार्मिकता से नैतिकता को बढ़ावा मिलता है, नैतिकता समाज के बदलाव में अहम भूमिका रखती है। उन्होंने कहा कि गीता से संबंधित धार्मिक कार्य व संतों का सानिध्य हर समय मिलता रहना चाहिए इसमें आत्मिक शांति मिलती है।

इस अवसर पर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि गीता जीवन मूल्यों के साथ जीना सिखाती है, हर समस्या का समाधान है गीता, विपरीत परिस्थितियों में भी जीने के लिए प्रेरणा देती है गीता, गीता का अध्ययन मनुष्य के जीवन में ऊर्जा प्रदान करता है और आत्मविश्वास को बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि गीता ऐसा ग्रंथ है जो समरसता को बढ़ाता है और गीता के सामने कोई ऊंच-नीच, छोटा-बड़ा व भेदभाव नहीं है।

गीता कर्म करने का एक पवित्र संदेश देती है, हर भय का समूल विनाश करने का साधन है गीता। उन्होंने गीता जयंती को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाने के लिए मुख्यमंत्री व हरियाणा सरकार का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा में ही नहीं पूरे विश्व में गीता का संदेश पहुंच रहा है। विश्व के लोग भी गीता के ज्ञान से फलीभूत हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार करीब 40 लाख लोगों ने कुरूक्षेत्र में अंतराष्ट्रीय गीता जयंती में भाग लिया जोकि अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।

इस मौके पर घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण, नीलोखेड़ी के विधायक भगवानदास कबीरपंथी, मेयर रेनू बाला गुप्ता, ओएसडी अमरेन्द्र सिंह, जिलाध्यक्ष जगमोहन आंनद, पूर्व मंत्री शशिपाल मेहता, जिला महामंत्री योगेन्द्र राणा व राजबीर शर्मा, केश कला बोर्ड के उपाध्यक्ष यशपाल ठाकुर, समाजसेवी बृज गुप्ता, गौशाला समिति के सदस्यों में सुरेश गुप्ता, रमेश गुप्ता, रामकुमार गुप्ता, अशोक कुमार गोयल, संजय गुप्ता, संजय बंसल, सुरेन्द्र गुप्ता, भारत भूषण कपूर, श्याम बत्रा सहित शहर के गणमान्य व्यक्ति व जियो गीता के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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