- February 20, 2019
खेतों में अपने किसानों और सीमा पर अपने जवानों पर गर्व है-खेती प्लस तो धन प्लस के वायदे पर खडें–शिक्षा मंत्री श्री राम बिलास शर्मा
चंडीगढ़——हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री राम बिलास शर्मा ने कहा कि हमें खेतों में अपने किसानों और सीमा पर अपने जवानों पर गर्व है। हमारे किसानों ने आज आधुनिक तकनीक को अपनाकर कृषि के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं। आज हमारे प्रदेश के तीन किसानों को पद्मश्री जैसे पुरस्कार मिले हैं और यह हमारे लिए गर्व की बात है। श्री शर्मा शनिवार को सोनीपत जिला के गन्नौर में इंडिया इंटरनेशनल हार्टिकल्चर मार्केट में चौथी एग्रीलीडरशीप समिट में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
श्री शर्मा ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में किसानों की फसलों के दामों में दोगुना बढ़ौतरी हुई है। बाजरे का दाम 990 रुपये से बढकऱ 1950 रुपये तक पहुंच चुका है। गन्ने का दाम हम पूरे देश में सबसे ज्यादा दे रहे हैं। वर्ष 2015 में हुई ओलावृष्टि हो या सफेद मक्खी का कपास पर प्रहार ,हमने सबसे ज्यादा 2600 करोड़ रुपये का मुआवजा किसानों को दिया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रदेश सरकार व प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार किसानों के लिए लगातार कार्य कर रही है। किसानों के लिए एमएसपी तय करने सहित कई बेहतरीन कार्य किए गए हैं। भावांतर भरपाई जैसी योजनाएं हमारे किसानों के लिए बड़ा वरदान हैं। इस दौरान उन्होंने दो दिन पहले पुलवामा में आतंकी हमले को लेकर कहा कि हमें अपने जवानों पर गर्व है।
इस दौरान हरियाणा विधानसभा के स्पीकर श्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि सरकार ने किसानों को सम्मान देने का फैसला किया । उन्होंने कहा कि आज हमारे प्रदेश में किसानों ने 50 लाख लीटर प्रतिदिन दूग्ध उत्पादन में वृद्धि की है। हमारे बच्चे आज पशुपालन जैसे व्यवसाय से जुड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमें मिश्रित खेती की तरफ अपना रूझान बढ़ाना होगा। पशुपालन को अपनी खेती का अंग बनाना होगा। उन्होंने कहा कि अगर पशुपालन खत्म होगा तो खेती भी खत्म हो जाएगी। उन्होंने समिट में पहुंचे किसानों को बधाई दी और खेतों में पराली न जलाने का आह्वान भी किया।
कृषि मंत्री श्री ओमप्रकाश धनखड़ न ेतीन दिवसीय इस समिट में हजारों किसानों को पहुंचने पर बधाई देते हुए कहा कि आज हम कृषि को घाटे के सौदे से फायदे का व्यवसाय बनाने की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कृषि के लिए हमने लगातार कार्य किए हैं। हम प्रदेश के 25 किसानों को कृषि रत्न पुरस्कार देने जा रहे हैं।
भारत सरकार ने भी कृषि के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने वाले हमारे प्रदेश के किसानों की पहचान की और प्रदेश के तीन किसानों को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि हमने खेती किसानी का सम्मान बचाकर सबसे उपर लाने का कार्य कियाहै। पशुओं को काला सोना बनाकर किसानों की आय बढ़ीहै। आज सुल्तान, युवराज जैसे भैंसे हमारे किसानों की पहचान हैं।
एक से 70 लाख रुपये तक की कमाई यह भैंसे कर रहे हैं। खेती प्लस तो धन प्लस के वायदे के साथ हम किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कार्य कर रहेहैं। खेती के साथ पोल्ट्री को बढ़ावा दिया गयाहै। जिसके खेत में मछली उसकी जेब में लक्ष्मी की कहावत को साकार किया है। किसानों को हमने बागवानी व हार्टिकल्चर की तरफ मोड़ा है।
श्री धनखड़ ने किसानों से आह्वान किया कि हम चाहत ेहैं कि दिल्ली का बाजार हमारे किसानों के कब्जे में हो। दिल्ली वालों को ताजा दूध, सब्जी, फल और फूल दें। इसलिए हम गुडग़ांव में फूल मंडी विकसित कर रहे हैं और सोनीपत के गन्नौर की इस हार्टिकल्चर मार्केट को विकसित कर रहे हैं।
इस अवसर पर प्रदेश के परिवहन मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार, खाद्य एवं पूर्ति राज्यमंत्री श्री कर्णदेव कांबोज, उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्यप्रताप साही,जनस्वास्थ्य मंत्री श्री बनवारीलाल, हरियाणा विधानसभा की डिप्टी स्पीकर श्रीमती संतोष यादव, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुनील गुलाटी, अतिरिक्त मुख्य सचिव नवराज संधू, किसान नेता कृष्णवीर चौधरी ने भी किसानों को संबोधित किया।