- October 27, 2015
खाद्य सुरक्षा की पुख्ता कार्यवाही -चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री
जयपुर – चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ ने प्रदेश में खाद्य पदार्थाें में मिलावट को रोकने के लिए पुख्ता कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने निर्धारित प्रावधानों के अनुसार मावा सहित एकत्रित खाद्य पदार्थाें के नमूनों की निर्धारित समयावधि में जांच करने एवं गड़बड़ी वाले मामलों में सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं।
श्री राठौड़ मंगलवार को स्वास्थ्य भवन में खाद्य सुरक्षा के लिए की जा रही कार्यवाही की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने प्रदेश के सभी खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा प्रतिमाह निर्धारित प्रावधानों के अनुसार न्यूनतम 20 नमूने लेकर जांच कराने के निर्देश दिये। वर्तमान में प्रदेश में कुल 77 खाद्य सुरक्षा अधिकारी कार्यरत हैं।
चिकित्सा मंत्री ने जयपुर लैब को मॉडल लैब बनाने के लिए उपकरणों की खरीद एवं मरम्मत के कार्यों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। इस लैब के लिए सब्जियों सहति विभिन्न खाद्य पदार्थाें में हैवी मेटल्स एवं पेस्टी साइड्स की जांच करने के लिए 7 करोड़ रुपये राशि के उपकरण खरीदे जायेंगे। इन उपकरणों की खरीद के लिए राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन द्वारा कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गयी है। उन्होंने लैब संचालित करने के लिए समुचित स्टॉफ को नियोजित करने के निर्देश दिये।
श्री राठौड़ ने मिलावटी वस्तुओं पर प्रभावी रोकथाम के लिए पैक्ड खाद्य वस्तुओं के साथ ही दूध, मावा, मसालों इत्यादि की नियमित जांच के साथ ही कोल्ड स्टोरेज व होटलों में दिये जा रहे खाद्य पदार्थाें की नियमित जांच कराने के निर्देश दिये। उन्होंने खाद्य सुरक्षा अधिकारियों सहित विश्लेषकों के रिक्त पदों को यथाशीघ्र भरने के साथ ही फूड टेस्टिंग लैब का दौरा कर उनकी कमियों को दूर कर केमिकल्स सहित सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूॢत करने के निर्देश दिये। उन्होंने खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा निरीक्षण का शेड्यूल निर्धारित करने एवं रेन्डम सेम्पलिंग के कार्याें की प्रभावी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिये।
बैठक में प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा श्री मुकेश शर्मा, मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन श्री नवीन जैन, अतिरिक्त मिशन निदेशक डॉ.नीरज के पवन, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. बी.आर.मीणा, अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य डॉ. सुनील सिंह सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।