कौशल्या योजना–एक झलक

कौशल्या योजना–एक झलक

1. योजना का उद्देश्य एवं लक्ष्य-

प्रस्तावित योजना के निम्न उद्देश्य हैं-

रोजगार अथवा स्व-रोजगार प्राप्त करने के लिए महिलाओं को आवश्यक कौशल प्रदाय।

महिलाओं के रोजगार अवसर में वृद्धि करना।

प्रशिक्षण उपरांत पारिश्रमिक स्तर में वृद्धि हासिल करना।

वर्ष 2017-18 से प्रतिवर्ष 2.00 लाख महिलाओं को प्रशिक्षित किया जायेगा।

2. लक्ष्य समूह :

औपचारिक शिक्षा प्रणाली को छोड़ी हुई महिलाऐं।

ऐसी महिलाऐं जो अपना कौशल विकसित कर रोजगार/स्व-रोजगार चाहती हैं।

ऐसी महिलाऐं जो अपने कौशल को बढ़ाना चाहती हैं।

ऐसी कामगार महिलाऐं जो अपने अनौपचारिक कौशल का प्रमाणीकरण चाहती हैं।

नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों की महिलाओं को आवासीय प्रशिक्षण।

3. प्रशिक्षण के लिए सेक्टर्स –

परिधान एवं गृह सज्जा, ऑटोमोबाइल्स, सौंदर्य प्रसाधन, केपिटल गुडस, निर्माण कार्य, घरेलू काम-काज, इलेक्ट्रानिक्स एण्ड हार्डवेयर, फूड प्रोसेसिंग, हेल्थकेयर, रिटेल, आईटी, सुरक्षा, टेलीकॉम, टूरिज्म एण्ड हॉसपिटेलिटी एवं वित्त सेवाएं।

4. प्रशिक्षण संस्थाओं/पाठ्यक्रमों/लक्ष्यों का निर्धारण

नेशनल स्किल क्वालीफिकेशन फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के तहत कौशल दक्षता के स्तर निर्धारित किये गये हैं। इस योजना के तहत इन पाठ्यक्रमों को संचालित किया जाना प्रस्तावित है।

ऐसे कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम भी किये जायेगें, जिनके लिये रोजगार प्रदायकर्ता सुनिश्चित रोजगार देने के लिये अनुबंध करेंगे।

निजी क्षेत्र के प्रशिक्षण प्रदायकर्ता संस्थानों का चयन एवं लक्ष्य निर्धारण आरएफपी जारी कर साधिकार समिति द्वारा किया जायेगा।

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