कोशी, गंडक, कमला एवं अन्य नदियों पर समीक्षा बैठक –मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार

कोशी, गंडक, कमला एवं अन्य  नदियों पर समीक्षा बैठक  –मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार

मुख्यमंत्री के निर्देश:- कोशी, गंडक, कमला एवं अन्य नदी बेसिन एवं सीमावर्ती क्षेत्रों तथा पिछली बार जहाॅ कटाव हुआ था उन स्थलों पर सुरक्षा हेतु बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों का कार्यान्वयन पूरी तत्परता से करें। बाढ़ सुरक्षा से संबंधित सभी लंबित योजनाओं को पूर्ण करने के लिए नेपाल के भी संबंधित अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य को शीघ्र पूरा करें।

 संभावित बाढ़ से बचाव की सारी तैयारियां पूर्व से ही रखें।

तटबंधों के किनारे वृक्षारोपण किया जाए। इससे तटबंधों को मजूबती मिलेगी साथ ही रिसाव भी नियंत्रित होगा।

सभी तटबंधों के महत्त्वपूर्ण/स्टैªटिजिक स्थानों पर बाढ़ संघर्षात्मक सामग्रियों का भंडारण पर्याप्त मात्रा में रखें ताकि बाढ़ की स्थिति में निरोधात्मक कार्य सुचारू रूप से किया जा सके।

कमला बलान तटबंध की मजबूती के लिए तटबंधों मंें स्टील सीट पायलिंग की जा रही है। इस तरह का प्रयोग बिहार में पहली बार हो रहा है। इससे तटबंध को मजबूती मिलेगी।

संभावित बाढ़ को देखते हुए ललबेकिया दायां मार्जिनल बांध एवं कमला वियर के बायें एवं दायें गाईड/मार्जिनल बांध पर बाढ़ संघर्षात्मक सामग्रियों का भंडारण पर्याप्त मात्रा में रखें।

कोशी बेसिन में प्रस्तावित 22 अदद कार्यों में से 15 अदद कार्यों को पूर्ण करा लिया गया है तथा शेष 07 अदद कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के लिए कार्य में तेजी लाएं।

जल संसाधन विभाग के प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि कमला वियर के बायें एवं दायें गाईड बांध का ब्रीच क्लोजर/सुरक्षात्मक कार्य अभी अपूर्ण है। मुख्यमंत्री ने निर्देष दिया कि संबंधित अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य को शीघ्र पूर्ण करें।

वाल्मिकीनगर स्थित गंडक बराज का लगातार निरीक्षण किया जाय। अगर बराज के किसी गेट मंें कोई समस्या हो तो सुरक्षात्मक कार्य शीघ्र किया जाय। निरीक्षण कार्य में लगे सभी अधिकारी/इंजीनियर सतर्क रहें। अधिकारियों को इसके लिये प्रषिक्षित भी किया जाय।

जल संसाधन विभाग द्वारा बताया गया कि पूर्वी चम्पारण के बेलवा धार में एंटी फ्लड स्लुईस गेट निर्माण का कार्य चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कार्य को शीघ्र पूरा करने तथा वहां विषेष सतर्कता बरतने का निर्देष दिया।

संचार व्यवस्था और सुदृढ़ रखें ताकि बाढ़ की स्थिति में भी संचार व्यवस्था पूरी तरह बहाल रहे।

बाढ़ की स्थिति में लोगों को राहत पहुंचाने के लिए जो भी कार्य किए जाने हैं, एस0ओ0पी0 के अनुसार वे सारी तैयारियां की जाएं, ताकि किसी को भी कोई कठिनाई न हो।

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