- November 4, 2021
कोविड टीका अभियान: ‘हर घर दस्तक’ की जरूरत — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कम टीकाकरण दर वाले करीब 45 जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बुधवार को समीक्षा बैठक की और कहा कि कोविड टीका अभियान को ‘हर घर दस्तक’ मंत्र के साथ हरेक घर तक पहुंचाने की जरूरत है।
मोदी ने झारखंड, मणिपुर, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, मेघालय और अन्य राज्यों के लगभग 45 जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बातचीत की जहां पहली खुराक ही 50 फीसदी से कम दी गई है और कोविड की दूसरी खुराक का कवरेज भी काफी कम है।
प्रधानमंत्री ने जिलाधिकारियों से कहा कि वे लोगों को टीकाकरण केंद्र ले जाने के लिए की गई व्यवस्थाओं में कुछ बदलाव लाएं और सुरक्षित टीकाकरण के लिए घर-घर जाकर टीके देने का इंतजाम करें। मोदी ने कहा, ‘हर घर टीका, घर घर टीका।
हर घर में, जहां टीके की दो खुराक वाले सुरक्षा कवच की कमी होगी उनसे संपर्क किया जाएगा।’ उन्होंने जिले के अधिकारियों से टीकाकरण की दूसरी खुराक पर ध्यान केंद्रित करने की चेतावनी देते हुए कहा कि संक्रमण कम होने की वजह से तत्काल टीका लगाने का रुझान भी कम हो रहा है, ऐसे में उन लोगों से संपर्क करना होगा जिन्होंने प्राथमिकता के आधार पर निर्धारित समय के बावजूद दूसरी खुराक नहीं ली है। इसकी अनदेखी करने से दुनिया के कई देशों में समस्याएं पैदा हो रही हैं।
मणिपाल, नगालैंड और झारखंड में आठ-आठ जिलों में टीकाकरण कवरेज 50 प्रतिशत से कम है। इन जिलों के जिलाधिकारी भी इस बैठक का हिस्सा थे। इस बैठक में इन जिले के जिलाधिकारियों ने टीके को लेकर हिचकिचाहट और दुर्गम इलाकों से लेकर मौजूदा मौसम की स्थिति के कारण पैदा हुई चुनौतियों सहित कई स्थानीय वजहों को कम टीकाकरण के लिए जिम्मेदार ठहराया।
मोदी ने कहा, ‘कोरोना से बचाव में देश की लड़ाई में एक विशेष बात यह थी कि हमने नए समाधान पाए और नए तरीके अपनाने की कोशिश की। आपको अपने जिलों को राष्ट्रीय औसत के नजदीक ले जाने की पूरी कोशिश करनी होगी।’
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि स्थानीय स्तर पर कमियों को दूर कर टीकाकरण का स्तर बढ़ाने के लिए अब तक के अनुभव को ध्यान में रखते हुए सूक्ष्म रणनीतियां तैयार करें। बैठक में महाराष्ट्र के उद्धव ठाकरे और छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल समेत अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद थे।
जी-20 और सीओपी26 की बैठकों में भाग लेने के बाद प्रधानमंत्री के स्वदेश लौटने पर तत्काल यह समीक्षा बैठक हुई।
मोदी ने पोप फ्रांसिस से मुलाकात का जिक्र करते हुए जिलाधिकारियों से स्थानीय धर्मगुरुओं से भी और मदद लेने को कहा।
उन्होंने कहा, ‘हमेशा सभी धर्मगुरुओं ने टीकाकरण की सिफारिश की है।’