कैशलेस लेन-देन के तरीके बताये

कैशलेस लेन-देन के तरीके बताये

अम्बिकापुर 27 दिसम्बर 2016— रेशम विभाग द्वारा अपने रेशम टसेरा कीट पालकों, धागाकारकों और बीज उत्पादन करने वाले कृषकों के लिए पिछले दिनों उदयपुर विकासखण्ड के ग्राम रामनगर में कैशलेस जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम में मोबाईल में एसबीआई बर्डी के माध्यम से लेन-देन के विभिन्न तरीकों से हितग्राहियों को अवगत कराया गया। इसके साथ ही हितग्राहियों को आधार नम्बर, पासवर्ड नंबर, पिन नबंर, मोबाईल नंबर की उपयोगिता एवं महत्व समझाया गया।

इस प्रशिक्षण में हितग्राहियों को बताया गया कि एटीएम कार्ड, डेबिट कार्ड, पीओएस मशीन, स्टेट बैंक बर्डी, पेटीएम और आधार कार्ड से भी कैशलेस लेन-देन किया जा सकता है। इसके साथ ही अपने गुप्त कोड को किसी दूसरे को नहीं बताने की समझाईश दी गई।

ग्रामीणों को बताया गया कि वे घर बैठे मोबाईल से मोबाईल रिचार्ज, गैस कनेक्शन भुगतान, बिजली बिल का भुगतान, टेलीफोन रिजार्च, स्कूली बच्चों का फीस जमा करने के साथ ही दिन प्रतिदिन का लेन-देन कैशलेस से कर सकते हैं।

इस डिजिटल साक्षरता जागरूकता कार्यक्रम में ग्राम कुदरबसवार, पेण्डखरी, सायर केदमा, रामनगर, चकेरी, पूटा, उदयपुर और डांडगांव के 400 से अधिक महिला और पुरूषों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का आयोजन केन्द्रीय रेशम बोर्ड भारत सरकार के द्वारा आयोजित किया गया। ग्रामीण हितग्राहियों को प्रोजेक्टर के माध्यम से नगद रहित लेन-देन करने के तरीके दिखाये गये।

इस जागरूकता कार्यक्रम में भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय के प्रबंधक श्री एम. प्रभाकर एवं श्री अभिषेक सिन्हा कन्जूमर असिस्टेंट ने विस्तृत रूप से डिजिटल लेन-देन के बारे में बताया।

इस जागरूकता कार्यक्रम में रेशम विभाग के उप संचालक श्री सीएस नोन्हारे ने सरगुजिहा एवं छत्तीसगढ़ में लेन-देन के तरीके की जानकारी दी।

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