केन्द्र सरकार से मनाली-लेह मार्ग के सुधार कार्य को प्राथमिकता देनेे का आग्रह

केन्द्र सरकार से मनाली-लेह मार्ग के सुधार कार्य को प्राथमिकता देनेे का आग्रह

शिमला (हि०प्र०) –  स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री कौल सिंह ठाकुर ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय परिवहन मंत्री श्री नीतिन गडकरी के साथ आयोजित एक बैठक में प्रदेश में सड़कों की स्थिति सुधारने पर प्राथमिकता के आधार पर ध्यान देने का अनुरोध किया। उन्होंने बैठक में विशेष तौर पर आग्रह किया कि मनाली से लेह तक घोषित राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर सुधार कार्य आरम्भ करने के लिए प्राथमिकता के आधार पर ग्लोबल टैंडर आमंत्रित किये जाएं।

श्री ठाकुर ने कहा कि मनाली से लेह तक का पूरा मार्ग देश की सामरिक दृष्टि से बहुत ही महत्वूपर्ण है तथा कारगिल क्षेत्र जैसे सामरिक दृष्टि से संवेदनशील स्थलों के लिए राशन व अन्य पदार्थों की आपूर्ति इसी मार्ग से की जाती है। बैठक में श्री कौल सिंह ठाकुर ने कीरतपुर से मनाली राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर चल रहे सुधार कार्य के कारण वर्तमान मार्ग के उपेक्षित हो जाने की वजह से आने-जाने वालों को हो रही असुविधा की तरफ केन्द्रीय मंत्री का ध्यान आकर्षित करते हुए उनसे अनुरोध किया कि सम्बन्धित कंपनी को इस कार्य के पूर्ण होने तक वर्तमान सड़क को सही हालत में बनाये रखने के भी निर्देश दिये जायें ताकि किसी भी संभावित दुर्घटना से बचा जा सके और यातायात सुचारू रूप से चल सके।

श्री कौल सिंह ठाकुर ने बैठक में पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय उच्च मार्ग-20 तथा कीरतपुर-मनाली राष्ट्रीय उच्च मार्ग-21, जो मनाली जाने के लिए मंडी में आपस में जुड़ते हैं, उस पर भूभू जोत में सुरंग बनाने का मामला भी विशेष तौर पर उठाया । उन्होंने केन्द्रीय मंत्री को अवगत करवाया कि इस जगह पर सुरंग बन जाने से पठानकोट से कुल्लू व मनाली जाने के लिए लगभग 70 किलोमीटर मार्ग की दूरी कम हो जाएगी। उन्होंने मांग की कि इस सुरंग के निर्माण को प्राथमिकता के आधार पर लिया जाए तथा इसे भी राष्ट्रीय उच्च मार्ग का हिस्सा घोषित किया जाए।

उन्होंने यह भी बताया कि 85 करोड़ रूपए की लागत से लगभग 3 किलोमीटर लम्बी इस सुरंग की डीपीआर बनाने का कार्य पहले ही आरम्भ किया जा चुका है। श्री कौल सिंह ठाकुर ने बैठक में प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान आई0आई0टी0 मंडी को जोड़ने वाली मंडी-कमांद-कटोला बजोरा सड़क का मामला भी उठाया तथा इसके रख-रखाव के लिए केन्द्रीय सड़क निधि (सीआरएफ) से 45 करोड़ रूपसे प्रदेान करने का आग्रह किया। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि केन्द्रीय परिवहन मंत्री ने बैठक में मंत्रालय के सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि हिमाचल प्रदेश की सड़कों के सही रख-रखाव पर प्राथमिकता के आधार पर ध्यान दें। केन्द्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया कि वह प्रदेश का स्वयं भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेंगे।

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