- May 24, 2017
कुख्यात छोटीसादडी गौवंश तस्करी गिरफ्तार
प्रतापगढ पुलिस थाना टीम को 5100/-रूपयें की इनाम
प्रतापगढ दिनांक 24.05.2017 —(हिमांशू त्रिवेदी)———- पुलिस अधीक्षक शिवराजसिंह मीणा के निर्देशन पर गौवंश तस्करी पर अंकुश लगाने के लिये पुलिस थाना प्रतापगढ के थाना प्रभारी श्री मांगीलाल विश्नोई द्वारा सशक्त पुलिस नाकेबन्दी ने गौवंश से भरे हुए 71 गौवंश को मुक्त कराया एवं गौवंश को कांठल गौशाला प्रतापगढ के प्रभारी नरेन्द्र कुमार नगरीवाले के सूपूर्द किया।
ट्रक में एक बछडे की दम घूटने से मौत हो गई एवं सभी गौवंश घायल अवस्था में थे। पशु क्रुरता निवारण समिति के पदाधिकारी पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार बोरदिया, नगरपरिषद सभापति कमलेश डोशी, कार्यकारी सचिव अधिवक्ता रमेशचन्द्र शर्मा, सदस्य सचिन पटवा, कपिल गुप्ता ने पूलिस कार्यवाही की सराहना करते हुए गौवंश जप्त करने वाली टीम के लिये 5100/-रूपयें की पुरस्कार राशि व प्रशस्ति पत्र भेंट करने का निर्णय लिया एवं स्वतन्त्रता दिवस पर पुलिस प्रशासन को सम्मानित किये जाने का जिला प्रशासन से अनुरोध किया।
भाजपा शासित उत्तरप्रदेश राज्य में यशस्वी मुख्यमन्त्री श्री योगी आदित्यनाथ के प्रयास से उत्तरप्रदेश में अवैध कत्लखानों पर प्रतिबन्ध लगा हैं इस कारण गौवंश कत्ल के लिये ले जाना बन्द हो गया हैं इस कारण मुल्तानपुरा मध्यप्रदेश के कुख्यात गौ तस्कर उत्तर प्रदेश नम्बर के कंटेनर पेक बाॅडी में 72 गौवंश को निर्दयता पूर्वक भरकर महाराष्ट्र के धूलिया कत्लखाने ले जा रहे थे।
प्रतापगढ थाना पुलिस के सक्रियता एवं कर्तव्य परायणता के कारण ट्रक को जप्त कर गौवंश को मुक्त कराया हैं एवं एक वर्ष पूर्व पुलिस थाना धोलापानी व छोटीसादडी द्वारा जिन गौ तस्करों को पकडा था वे न्यायालय से जमानत प्राप्त कर पूनः ट्रक में गौवंश भरकर कत्लखाने ले जा रहे थे।
गौवंश से भरे कन्टेनर की सूचना मिलने पर प्रतापगढ के गौ सेवक एवं गौ प्रेमी कपिल गुप्ता, गोपाल गुर्जर, कमलेश गुर्जर महेश गुर्जर महेश गुर्जर किशन गायरी कांठल गौशाला पहुंचे उन्होनें सावधानीपूर्वक गौवंश को ट्रक से नीचे उतारकर गौशाला को पुलिस ने सूपूर्द किया।
पशु क्रुरता निवारण समिति के कार्यकारी सचिव अधिवक्ता रमेशचन्द्र शर्मा ने बताया कि इन दिनों राजस्थान से काफी गौवंश गौ तस्करी हो रही हैं। गौ तस्कर राजस्थान से टोंक-बुंदी-कोटा होते हुए मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश कर रहे हैं एवं राजस्थान के बांसवाडा जिले एवं प्रतापगढ से मध्यप्रदेश होते हुए महाराष्ट्र में गौवंश को वध हेतु ले जा रहे हैं। सीमावर्ती क्षैत्रों में सशक्त पुलिस चैकिंग एवं गौ रक्षा टास्क फोर्स की राज्य सरकार से मांग की हैं।