कुएंमारी में विकास की दस्तक : उज्जवला की सौगात:श्रमिक महिलाओ को साइकिल

कुएंमारी में विकास की दस्तक : उज्जवला की सौगात:श्रमिक महिलाओ को  साइकिल

कोण्डागांव (छत्तीसगढ)—— जिला मुख्यालय से लगभग 72 कि.मी. दूर अत्यंत दूरस्थ क्षेत्र कुएंमारी में आयोजित जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर एक तरह से अनूठा रहा।

विकासखण्ड केशकाल के अंतर्गत ग्राम कुएंमारी अपनी सुरम्य पहाड़ी श्रृंखलाओं एवं प्राकृतिक जल स्त्रोतो एवं झरनों के लिए जाना जाता है। सघन वनो घाटी पहाड़ी के बीच बसा होने के कारण इसे संवेदनशील क्षेत्र का दर्जा दिया गया है।

इस दुर्गम वनांचल में 01 जून 2018 को आयोजित जनसमस्या निवारण शिविर में ग्राम कुएं के अलावा चांदाबेड़ा, भण्डारपाल, माड़गांव, कुदारवाही, मिड़ते, कुम्मुड़, बेड़मावाही, रावबेड़ा, तुतारी, उपरबेदी, उपरचंदेली जैसे दर्जनभर गांव के अपार ग्रामीणों की भीड़ इस शिविर की सफलता का साक्षी हुआ।

जिला कलेक्टर नीलकंठ टीकाम ने इस दौरान अनूठी पहल करके उपरोक्त सभी ग्रामों के निवासियों को क्रमवार मंच में बुलाकर उनसे शिक्षा स्वास्थ्य बुनियादी समस्याओं जैसे पुल-पुलिया, रोड निर्माण, कौशल प्रशिक्षण जैसे विषयों पर खुलकर बातचीत की और क्षेत्र के विकास में उनसे सुझाव मांगे।

कुल मिलाकर ग्रामीणों ने उपरोक्त मांगो के अलावा शीतला माता मंदिर, रंगमंच, घोटूल, देवगुड़ी, स्टेडियम निर्माण, मोबाईल टावर की स्थापना, कुएमारी के प्राकृतिक झरनो के संरक्षण रख-रखाव जैसे मुद्दो पर अपनी बात रखी।

अपने प्रेरणादायी संबोधन में कलेक्टर नीलकंठ टीकाम ने इस अवसर पर कहा कि पेयजल समस्या से निपटने हेतु सर्वप्रथम प्राकृतिक जल स्त्रोतो को सहजने का कार्य किया जायेगा। इसके लिए भूमिगत जल के समीप कुंड अथवा एक बड़ा टैंक बनाने का प्रस्ताव स्थानीय ग्रामीणों द्वारा भेजा जाए।

क्षेत्र में आयरनयुक्त पानी निकलना एक गंभीर समस्या है इसका तात्कालिक उपाय के तहत प्राकृतिक जल स्त्रोतो का नियमित रख-रखाव करना जरुरी होगा। जल संरक्षण के महत्व पर ध्यान आकर्षित करते हुए उन्होंने कहा कि कृषि, पेयजल एवं निस्तारी के लिए जल संरक्षण पर ग्रामीणों को जागरुक होने की आवश्यकता है।

वर्षा जल को संचित करने डबरी एवं तालाब का निर्माण कराया जाना चाहिए। जिससे भूमिगत जल में वृद्धि होगी और गैर वर्षा सीजन में भी पानी उपलब्ध रहेगा। क्षेत्र में निर्माणाधीन विभागीय भवनों के विषय में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी शासकीय भवन चाहे वह आंगनबाड़ी केन्द्र हो या शाला अथवा स्वास्थ्य केन्द्र सभी महत्वपूर्ण भवन ग्राम के मुख्य बस्ती के समीप ही निर्मित होनी चाहिए। इस स्थिति में भूमि आबंटन हेतु पटवारी, ग्राम पंचायत सभी का समन्वय हो।

ग्रामीण युवक एवं महिलाऐं जुड़े स्व-सहायता समूह से – कलेक्टर

युवाओं एवं महिलाओं से इस दौरान सीधे संवाद करते हुए कलेक्टर ने कहा कि स्व-रोजगार स्थापित करना आज समय की मांग है अतः युवक और महिलाऐं समूह का निर्माण करें और इसके माध्यम से सुकर, बकरी, मुर्गी, गाय, बतख पालन, डेयरी व्यवसाय, मत्स्य पालन, ईंट निर्माण व्यवसाय के अतिरिक्त आय अर्जित करने का जरिया बना सकते है। इसके लिए प्रशिक्षण जिला प्रशासन द्वारा दिया जायेगा।

कुपोषण की स्थिति पर विचार रखते हुए उन्होंने कहा कि यह पाया गया है कि ग्रामीण बालक अपने बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्र में भेजने के प्रति उदासीन रहते है यही कारण है कि क्षेत्र में कुपोषण की दर अधिक है आंगनबाड़ी केन्द्र में बच्चों को नियमित रुप से भेजने पर और वहां मिलने वाली पौष्टिक सामग्री के मिलने से कुपोषण को दूर किया जा सकता है।

अंत में उन्होंने कहा कि इस शिविर के माध्यम से पूरा जिला प्रशासन ग्रामीणों के समक्ष है और प्राप्त सभी आवेदनों का पूरी संवेदनशीलता के साथ निराकरण किया जायेगा।

शिविर में ग्रामीणों ने सड़क निर्माण के तहत धनोरा से कोरकोटी, कोरकोटी, कुएं से चुड़ावा, कुएं से उपरीचंदेली,खालेचंदेली से उपरीमुरवेण्ड एनएच तक रोड निर्माण की मांग रखी। इसके लिए कलेक्टर ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया।

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शिविर में मिले 266 आवेदन में निराकृत हुए 168

कुएंमारी जनसमस्या निवारण शिविर में कुल 266 आवेदन प्राप्त हुए जिनमें निराकृत आवेदनों की संख्या 168 रही। शिविर स्थल में इस ग्राम पंचायत को सौभाग्य योजना के तहत पूर्ण विद्युतीकरण ग्राम का प्रमाण पत्र दिया गया।

प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत लक्ष्य के अनुरुप सभी आवास पूर्ण करने के लिए ग्रामवासियों का आभार व्यक्त किया गया। इसके साथ ही उज्जवला योजना के तहत 11 हितग्राहियों को गैस सिलेण्डर एवं स्टोव तथा श्रम विभाग के द्वारा 16 महिला श्रमिको को साइकिले वितरित की गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 108 ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर औषधियाँ वितरित की गई।

इस दौरान अध्यक्ष जिला पंचायत देवचंद मातलाम, पूर्व विधायक सेवक राम नेताम, अध्यक्ष नगर पंचायत (केशकाल) आकाश मेहता, सीईओ जिला पंचायत डॉ0 संजय कन्नौजे, एसडीएम धनंजय नेताम, सीईओ जनपद पंचायत आर.बी.ध्रुव, अध्यक्ष वनोपज सहकारी समिति झाड़ीराम सलाम, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास जी.एस.सोरी, जिला महिला बाल विकास अधिकारी रविकांत ध्रुवे, सीएमएचओ डॉ0एस.के.कनवर, जिला शिक्षा अधिकारी राजेश मिश्रा, कार्यपालन अभियंता देवेन्द्र नेताम, अरुण शर्मा सहित विभिन्न विभागो के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

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