• August 23, 2018

किसानों को 7254 करोड़ रूपये का फसली ऋण 21 अगस्त तक वितरित

किसानों को 7254 करोड़ रूपये का फसली ऋण 21 अगस्त तक वितरित

जयपुर—–सहकारिता मंत्री श्री अजय सिंह किलक ने बताया कि केन्द्रीय सहकारी बैंकों द्वारा किसानों को खरीफ सीजन में 21 अगस्त तक 7 हजार 254 करोड़ रूपये से अधिक का ऋण वितरित किया जा चुका है और किसानों के आवेदन के आधार पर ऋण स्वीकृत करने की प्रक्रिया जारी है।

उन्होंने बताया कि जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक बाड़मेर द्वारा 614.04 करोड़ रुपये, श्रीगंगानगर द्वारा 590.13 करोड़ रूपये, हनुमानगढ़ द्वारा 508.01 करोड़ रूपये, जोधपुर द्वारा 419.17 करोड़ रूपये, जयपुर द्वारा 418.24 करोड़ रुपये, पाली द्वारा 387.80 करोड़ रूपये, जालोर द्वारा 372.52 करोड़ रुपये, सीकर द्वारा 347.11 करोड़ रुपये, झालावाड़ द्वारा 342.47 करोड़ रुपये, भीलवाड़ा द्वारा 324.21 करोड़ रुपये, कोटा द्वारा 315.22 करोड़ रूपये, झुंझुनूं द्वारा 308.89 करोड़ रूपये एवं चित्तौडगढ़ द्वारा 275.25 करोड़ रूपये का खरीफ सीजन का फसली ऋण वितरण किया गया है।

इसी प्रकार जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक अलवर द्वारा 245.15 करोड़ रुपये, बीकानेर द्वारा 205.59 करोड़ रुपये, बारां द्वारा 189.45 करोड़ रुपये, बूंदी द्वारा 188 करोड़ रुपये, अजमेर द्वारा 184 करोड़ रुपये, नागौर द्वारा 168.12 करोड़ रुपये, जैसलमेर द्वारा 153.87 करोड़ रुपये, भरतपुर द्वारा 127.44 करोड़ रुपये, सिरोही द्वारा 107.92 करोड़ रुपये, चुरू द्वारा 97.15 करोड़ रुपये, उदयपुर द्वारा 93.44 करोड़ रुपये, दौसा द्वारा 85.13 करोड़ रुपये, सवाईमाधोपुर द्वारा 83.63 करोड़ रुपये, बांसवाड़ा द्वारा 49.87 करोड़ रुपये, टोंक द्वारा 33.52 करोड़ रुपये और डूंगरपुर द्वारा 19.26 करोड़ रुपये का खरीफ सीजन का फसली ऋण वितरण किया गया है।

—-

Related post

मेक्सिको और कनाडा से संयुक्त राज्य अमेरिका में आने वाले सभी उत्पादों और  खुली सीमाओं पर 25% टैरिफ

मेक्सिको और कनाडा से संयुक्त राज्य अमेरिका में आने वाले सभी उत्पादों और  खुली सीमाओं पर…

ट्रम्प ने कहा, “20 जनवरी को, अपने  पहले कार्यकारी आदेशों में से एक के रूप में,…
बाकू में COP29: जलवायु संकट और अधूरे वादों की कहानी

बाकू में COP29: जलवायु संकट और अधूरे वादों की कहानी

निशान्त——-   बाकू, अज़रबैजान में आयोजित 29वें संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP29) ने दुनिया भर के देशों को एक…

Leave a Reply