- December 16, 2017
किसानों के बच्चे कृषि उत्पाद के उद्योग स्थापित कर सकेंगे : मुख्यमंत्री
भोपाल :(दुर्गेश रायकवार)————मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार ने किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के उद्देश्य से भावांतर भुगतान योजना शुरू की है।
मुख्यमंत्री ने किसानों से आग्रह किया कि वे खेती-किसानी के कार्यों को प्राथमिकता से करें, इस कार्य को छोड़ें नहीं। उन्होंने कहा कि खेती का रकबा बँट-बँट कर छोटा हो रहा है। इसके लिए राज्य सरकार खेती के साथ किसानों के बेटे-बेटियों के लिए एक अभिनव योजना शुरू कर रही है।
योजना में उन्हें लोन के रूप में बड़ी रकम दिलवाई जायेगी। इस लोन की गारंटी बैंकों को राज्य सरकार देगी। लोन की राशि से किसानों के बेटे-बेटियाँ कृषि उपज से बनने वाले उत्पाद तैयार करने के उद्योग स्थापित कर सकेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज अशोकनगर के बहादुरपुर और सहराई में विशाल किसान सम्मेलन एवं भावांतर राशि भुगतान समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने समारोह में 13 हजार 281 किसानों को 34 करोड़ से ज्यादा की भावांतर भुगतान राशि के स्वीकृति-पत्र वितरित किये। उन्होंने 13 करोड़ 72 लाख की लागत से निर्मित दो निर्माण कार्य जनता को समर्पित किये। मुख्यमंत्री ने 146 करोड़ से ज्यादा की लागत के 17 निर्माण कार्यों का शिलान्यास भी किया। मुख्यमंत्री ने 7534 हितग्राहियों को हितग्राहीमूलक योजनाओं के करीब 32 करोड़ के हित-लाभ पत्र भी सौंपे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीब वर्ग को होने वाली जटिल बीमारियों के उपचार के लिए राज्य बीमारी सहायता कोष से मदद दी जा रही है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि गरीबों के लिए बिजली का बिल मीटर के आधार पर भिजवाये जाने की बजाय एक निर्धारित राशि पर भिजवाया जायेगा। इसके लिए नियमों में बदलाव किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को खसरे की नकल एवं बी-1 की कॉपी उनके घरों पर जाकर उपलब्ध करवाई जायेगी। उन्होंने समारोह में मौजूद किसानों एवं ग्रामीणजन को बताया कि बहादुरपुर को तहसील का दर्जा दिया जाने की प्रक्रिया चल रही है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बहादुरपुर में रोड-शो भी किया। रोड-शो के दौरान मुख्यमंत्री आम लोगों से मिले और उनकी समस्याओं को जाना।
सभी गरीबों को मिलेंगे नि:शुल्क बिजली कनेक्शन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सौभाग्य योजना में प्रदेश के सभी गरीबों को नि:शुल्क बिजली कनेक्शन दिये जाएंगे। साथ ही बिजली बिलों में संशोधन भी किया जाएगा। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में मासूम बालिकाओं के साथ दुराचार करने वाले दुष्कर्मियों को फाँसी की सजा देने के लिये राज्य सरकार द्वारा विधेयक पारित कर कानून बनाने की कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने विधेयक के समर्थन में हस्ताक्षर अभियान चलाने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने करीला धाम में करीला विकास प्राधिकरण बनाने और एक करोड़ रूपये की लागत से सीता मैया मंदिर बनवाने की घोषणा की। उन्होंने सहराई में नया महाविद्यालय शुरू करने, अचलगढ़ में संत रविदास का मंदिर बनाने, सहराई में नल-जल योजना शुरू करने, ग्राम बरखाना में 33 के.व्ही. का विद्युत उप-केन्द्र स्थापित करने की भी घोषणा की। श्री चौहान ने राजघाट सिंचाई जल परियोजना के दायरे में 26 अन्य गाँवों को शामिल करने के लिये सर्वे करने के निर्देश दिये।
सम्मेलन में गृह मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, राज्यसभा सदस्य श्री प्रभात झा, विधायक श्री गोपीलाल जाटव तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण और किसान परिवार उपस्थित थे।