किसानों का दर्द समझता हूँ, उन्हें पसीने की पूरी कीमत दूँगा – मुख्यमंत्री श्री चौहान

किसानों का दर्द समझता हूँ, उन्हें पसीने की पूरी कीमत दूँगा – मुख्यमंत्री श्री चौहान

** 1.11 लाख किसानों के बैंक खाते में दी 882.74 करोड़ फसल बीमा राशि

भोपाल : (दुर्गेश रायकवार)———मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शाजापुर जिले के कालापीपल में फसल बीमा राशि वितरण समारोह में कहा कि मैं किसानों का दर्द समझता हूँ।

किसान अलग-अलग मौसम की मार झेलते हुए खेतों में मेहनत कर पसीना बहाता है। उन्होंने कहा कि मैं किसानों को उनकी मेहनत और पसीने की पूरी कीमत दूँगा। किसानों की मेहनत को व्यर्थ नहीं जाने दूँगा।

महत्वपूर्ण घोषणाएँ

कालापीपल में आईटीआई खोला जायेगा।

अरनियाकलां में नवीन महाविद्यालय प्रारंभ किया जायेगा।

पोलायकलां के सालीग्राम तोमर महाविद्यालय में अगले सत्र से विज्ञान की कक्षाएँ प्रारंभ की जायेगी।

कृषि उपज मण्डी में कृषक विश्राम-गृह के लिये एक करोड़ रुपये दिये जायेंगे।

पानखेड़ी एवं कालापीपल में दीनदयाल पार्क बनाने के लिये 2 करोड़ रुपये दिये जायेंगे।

हिरणों से फसल को हो रहे नुकसान से बचाने के लिये कार्य-योजना बनाई जायेगी।

श्री चौहान ने समारोह में राजगढ़ और शाजापुर जिले के एक लाख 11 हजार किसानों के बैंक खातों में खरीफ वर्ष 2017 की 882 करोड़ 74 लाख रुपये फसल बीमा राशि ई-पेमेंट से ट्रांसफर की। उन्होंने किसानों को बीमा दावा राशि के प्रमाण-पत्र भी वितरित किये। श्री चौहान ने शाजापुर जिले के 117 करोड़ रुपये से अधिक लागत के 22 निर्माण कार्यों का ई-शिलान्यास और ई-लोकार्पण भी किया।

किसानों का बकाया बिजली बिल हुआ शून्य

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसानों के विशाल जन-समूह को बताया कि बिजली बिल माफी योजना में किसानों का पुराना सभी बकाया बिजली बिल अब शून्य कर दिया गया है। अब किसानों को हर महीने 200 रुपये तक वास्तविक बिजली का बिल भुगतान करना होगा।

उन्होंने कहा कि आगामी 5 वर्ष के विकास की कार्य-योजना बनाने के लिये किसानों सहित समाज के सभी वर्गों से सुझाव आमंत्रित किये जायेंगे। श्री चौहान ने इस मौके पर मुख्यमंत्री जन-कल्याण (संबल) योजना, सरल बिल योजना, बिजली बिल माफी योजना, भावांतर भुगतान योजना और कृषक समृद्धि योजना की भी जानकारी दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान भाई खेती को लाभ का व्यवसाय बनाने और अपने बच्चों को कृषि आधारित उद्योग स्थापित करने की दिशा में अग्रसर हों, राज्य सरकार हर कदम पर उनका साथ देगी।

मालवांचल की फसलों का पूरा पेटर्न बदल जायेगा

श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा के पानी को क्षिप्रा नदी में डालने का असंभव कार्य राज्य सरकार ने संभव कर दिखाया है। देवास, उज्जैन, शाजापुर और आगर जिलों में सिंचाई के लिये नर्मदा-कालीसिंध पार्ट-1 और पार्ट-2 तथा नर्मदा-मालवा-गंभीर पार्ट-1 और पार्ट-2 तथा नर्मदा-मालवा-क्षिप्रा पार्ट-2 लिंक परियोजनाओं से सिंचाई की विस्तृत कार्य-योजना तैयार की गई है।

योजना से विभिन्न चरणों में मालवांचल के 14 लाख 20 हजार एकड़ में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि सिंचाई की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित होने से अगले 5 साल में मालवांचल में फसलों का पूरा पेटर्न ही बदल जायेगा।

इस मौके पर प्रभारी मंत्री श्री दीपक जोशी, सांसद श्री मनोहर ऊँटवाल और श्री रोड़मल नागर, विधायक श्री इंदर सिंह परमार, श्री जसवंत सिंह हाड़ा और श्री अरुण भीमावद, ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष श्री विजेन्द्र सिसोदिया, जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पाण्डे, अन्य जन-प्रतिनिधि, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी.सी. मीणा और बड़ी संख्या में किसान बन्धु मौजूद थे।

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