- December 2, 2015
काम में देरी करने वाली कम्पनियों पर सख्ती – मुख्यमंत्री
जयपुर – मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि पेयजल परियोजनाओं के काम में देरी करने वाली कम्पनियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने ऐसी कम्पनियों को भविष्य में किसी भी परियोजना में निविदा के लिए अयोग्य घोषित करने के लिए नियमों में आवश्यक बदलाव करने के निर्देश दिए।
श्रीमती राजे मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास पर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा कर रही थीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है और इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभागीय अधिकारी पेयजल योजनाओं के लिए स्वीकृत राशि का पूर्ण सदुपयोग सुनिश्चित करें ताकि उस क्षेत्र के प्रत्येक गांव एवं ढाणी में रहने वाले नागरिक को लाभ मिले।
जनता काम पर विश्वास करती है
श्रीमती राजे ने कहा कि जनता बातों पर नहीं काम पर विश्वास करती है। उसे बातें नहीं काम चाहिए। इसलिए हमें विकास के विजन को ध्यान में रखते हुए कम समय में अधिक से अधिक कार्य करने पर फोकस करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने वर्ष 2014-15 एवं 2015-16 के बजट में घोषित 24 पेयजल योजनाओं एवं प्रदेश में चल रही 67 मुख्य पेयजल योजनाओं की समीक्षा के दौरान अब तक अधूरी पेयजल परियोजनाओं में देरी को गम्भीरता से लिया और कहा कि इन्हें शीघ्र पूरा करें।
परियोजनाओं को समन्वित और समयबद्ध रूप से पूरा करें
श्रीमती राजे ने कहा कि विभाग पेयजल परियोजनाओं की समस्त संरचनाओं का निर्माण समयबद्घ एवं समन्वित ढंग से करे ताकि योजनाओं को शुरू होने में अनावश्यक देरी नहीं हो। मुख्यमंत्री ने बड़े प्रोजेक्ट्स की प्रगति एवं प्राप्त लक्ष्यों की मॉनिटरिंग के लिए बोस्टन कन्सल्टिंग ग्रुप के सहयोग से बनाये गये ऑनलाइन सॉफ्टवेयर का प्रस्तुतीकरण भी देखा। उन्होंने कहा कि पेयजल गुणवत्ता प्रभावित गांवों में लगने वाले आर.ओ. प्लान्ट का अधिकतम उपयोग हो तथा इनके संधारण की भी पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
बैठक में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी, मुख्य सचिव श्री सी.एस. राजन, प्रमुख शासन सचिव वित्त श्री पी.एस. मेहरा, प्रमुख शासन सचिव पीएचईडी श्री जे.सी. महान्ति, शासन सचिव पीएचईडी श्री दिनेश कुमार, शासन सचिव जल संसाधन श्री अजिताभ शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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