- December 14, 2015
कबीरधाम जिले का दूसरा सहकारी शक्कर कारखाने की बुनियाद
छतीसगढ – गन्ना उत्पादक किसानों की आर्थिक बेहतरी के लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कल 14 दिसम्बर को पंडरिया में दोपहर 1.30 बजे राज्य के चौथे सहकारी शक्कर कारखाने की बुनियाद रखेंगे। सहकारिता के क्षेत्र में भोरमदेव कारखाने के बाद यह कबीरधाम जिले का दूसरा सहकारी शक्कर कारखाना होगा। सहकारिता के क्षेत्र में ही राज्य के दो अन्य शक्कर कारखाने बालोद जिले के ग्राम करकाभाट और जिला सूरजपुर के ग्राम केरता में संचालित हो रहे हैं। पंडरिया में बनने वाला शक्कर कारखाना डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल का तीसरा कारखाना होगा। उल्लेखनीय है कि इस नये शक्कर कारखाने का नामकरण लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम पर किया गया है। लगभग 80 हेक्टेयर के रकबे में इसकी स्थापना से पंडरिया सहित निकटवर्ती मुंगेली और बेमेतरा जिले के लगभग बीस हजार किसानों को फायदा होगा।
नये शक्कर कारखाने के बायोमॉस से बनने वाली 14 मेगावाट बिजली से क्षेत्र के लगभग बीस हजार घरों को रौशनी मिलेगी। इस नये शक्कर कारखाने की क्षमता प्रतिदिन ढाई हजार मीटरिक टन गन्ना पेराई होगी। छत्तीसगढ़ राज्य शक्कर उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर बनेगा। पंडरिया शक्कर कारखाने के लिए बनी समिति में दस हजार 325 अंशधारक किसान शामिल हैं, जिनकी अंशपूंजी दो करोड़ 17 लाख रूपए है। समिति में राज्य सरकार की अंशपूंजी 35 प्रतिशत और मंडी बोर्ड की अंशपूंजी 15 करोड़ रूपए होगी।
मुख्यमंत्री कल 14 तारीख को रायपुर से दोपहर 12 बजे हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर 12.30 बजे ग्राम पीपरछेड़ी (जिला-दुर्ग) पहुंचेंगे और वहां एक वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद 1.30 बजे कबीरधाम जिले के विकासखंड मुख्यालय पंडरिया आकर 163 करोड़ 12 लाख रूपए की लागत वाले इस कारखाने का भूमिपूजन और शिलान्यास करेंगे। डॉ. सिंह कारखाने के संचालन के लिए गठित सहकारी समिति के अंशधारक किसानों को प्रमाण-पत्र जारी करने की भी शुरूआत करेंगे। वे पंडरिया के ग्राम बिसेसरा स्थित हेलीपैड से अपरान्ह तीन बजे रवाना होकर 3.30 बजे रायपुर लौट आएंगे।
डॉ. रमन सिंह नये शक्कर कारखाने को मिलाकर समारोह में पंडरिया क्षेत्र के विकास के लिए लगभग 198 करोड़ रूपए के विभिन्न निर्माण कार्यों की सौगात देंगे। इनमें दो करोड़ 07 लाख रूपए की लागत से पंडरिया में बनने वाले औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आई.टी.आई) भवन का भूमिपूजन भी शामिल है। मुख्यमंत्री इस मौके पर क्षेत्र के सूखा प्रभावित किसानों को राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत लगभग 18 करोड़ रूपए के मुआवजा वितरण कार्य की भी शुरूआत करेंगे। वे प्रतीक स्वरूप 11 किसानों को मुआवजा राशि प्रदान करेंगे। इसके अलावा डॉ. सिंह जिले के भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाने के अंशधारक किसानों के लिए 24 करोड़ 92 लाख रूपए के बोनस वितरण कार्यक्रम का भी शुभारंभ करेंगे। वे सांकेतिक रूप से 11 किसानों को बोनस राशि प्रदान करेंगे।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री लगभग 192 करोड़ 32 लाख रूपए के दस निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और पांच करोड़ 56 लाख रूपए के छह निर्माण कार्यों का लोकार्पण करेंगे। उनके हाथों जिन निर्माण कार्यो की बुनियाद रखी जाएगी, उनमें सात करोड़ 96 लाख 54 हजार रूपए की लागत वाली मगरवाड़ा व्यपवर्तन सिंचाई योजना, दो करोड़ ग्राम कन्झेटा-कान्हामेरा सिंचाई एनीकट, चार करोड़ 70 लाख 30 हजार रूपए की लागत से होने वाले सरोधा मुख्य नहर के छह किलोमीटर का लाईनिंग कार्य, एक करोड़ 69 लाख रूपए की लागत से बनने वाली कोको सिंचाई एनीकट, सकरी नदी पर दो करोड़ 07 लाख 60 हजार रूपए की लागत से बनने वाले सिंचाई एनीकट, दो करोड़ 52 लाख रूपए की जल्दानाला सिंचाई जलाशय योजना और दो करोड़ 96 लाख रूपए की लागत वाली राजपुर एनीकट-सह-कॉजवे भी शामिल हैं।
डॉ. सिंह इसके अलावा ग्राम कापाडीह के लिए 49 लाख 75 हजार रूपए की लागत से बनने वाले हाईस्कूल भवन और दो करोड 04 लाख की लागत से बनने वाले ग्राम रूसे-मोहगांव मार्ग का भूमिपूजन करेंगे। मुख्यमंत्री लगभग पांच करोड 56 लाख रूपए के पूर्ण हो चुके जिन भवनों का लोकार्पण करेंगे, उनमें तीन करोड 02 लाख रूपए की लागत से ग्राम लटुआ में निर्मित मॉडल स्कूल भवन, एक करोड़ 07 लाख लागत से ग्राम दुल्लापुर में निर्मित कन्या छात्रावास भवन , 56 लाख 22 हजार रूपए की लागत से ग्राम कोदवागोड़ान में निर्मित शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल भवन, 49 लाख 75 हजार रूपए की लागत से ग्राम सोमनापुर में निर्मित हाईस्कूल भवन, 22 लाख 81 हजार रूपए की लागत से ग्राम पलानसरी में निर्मित उप स्वास्थ्य केन्द्र भवन और 18 लाख रूपए की लागत से ग्राम कुण्डा के सरकारी अस्पताल में निर्मित दस सीटों वाला वैक्सिन वार्ड शामिल है।