कन्या सुमंगला योजना

कन्या सुमंगला योजना

लखनऊ:——- उत्तर प्रदेश सरकार ने दिसंबर 2021 तक ‘कन्या सुमंगला योजना’ के तहत, एक बालिका को उसके जन्म के समय से शुरू होने वाले लगभग 15 वर्षों की अवधि में 15,000 रुपये दिए जाते हैं के अंतर्गत नए बालिकासो को जोड़ने का प्रयास कर रही है।

महिला कल्याण एवं बाल विकास निदेशक मनोज राय ने कहा कि राज्य सरकार सभी 75 जिलों में नए लाभार्थियों की पहचान करेगी।

उत्तर प्रदेश महिला कल्याण और बाल विकास विभाग ने एक कार्य योजना जारी की है, जिसमें सभी जिलों को विशिष्ट लक्ष्य दिए गए हैं और वे उसी अनुसार काम करेंगे।”

15 अक्टूबर तक, जिलों को 70,000 नए लाभार्थियों को कवर करने का निर्देश दिया गया है। इसी तरह नवंबर में 70,000 और लाभार्थियों को जोड़ा जाना है।

दिसंबर में, योजना के तहत अन्य 60,000 नए लाभार्थियों को जोड़ा जाएगा।

यह योजना 1 अप्रैल, 2019 को लागू की गई और इससे पहले ही राज्य में 10.01 लाख से अधिक लड़कियां लाभान्वित हो चुकी हैं। उन्हें सीधे बैंक हस्तांतरण के माध्यम से धन हस्तांतरित किया गया है।

‘मिशन शक्ति’ अभियान के तहत योजना में 1.55 लाख से अधिक नए लाभार्थी जोड़े गए हैं।

‘कन्या सुमंगला योजना’ के तहत लाभार्थियों को जन्म के समय से चरणबद्ध तरीके से 15,000 रुपये दिए जाते हैं।

जन्म और पहले टीकाकरण के समय क्रमश: 2,000 रुपये और 1,000 रुपये की राशि दी जाती है।

कक्षा 1 से 6 में प्रवेश के समय सभी को 2,000 रुपये दिए जाते हैं। 3,000 रुपये की पांचवीं किस्त तब दी जाती है जब एक लड़की कक्षा 9 में नामांकित होती है, जबकि 5,000 रुपये की अंतिम किस्त तब दी जाती है जब एक लड़की पास हो जाती है। कक्षा 12, स्नातक या डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश लेता है।

2021-22 में ‘डेस्टीट्यूट वूमन’ योजना में 1.73 लाख नए लाभार्थियों को जोड़ा गया है, जबकि पिछले 4.5 वर्षों में कुल 12.36 लाख लाभार्थियों को जोड़ा गया है।

Related post

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…
पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…

Leave a Reply