- November 10, 2021
एसपी अब हर महीने लॉ एंड ऑर्डर की बैठक करेंगे — एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) विनय कुमार

पटना —- हर महीने क्राइम मीटिंग की तरह ही जिलों के एसपी अब लॉ एंड ऑर्डर को लेकर भी बैठक करेंगे। भागलपुर सहित अन्य जिलों में लॉ एंड ऑर्डर के मामले सामने आने के बाद पुलिस मुख्यालय से निर्देश दिया गया है। डीजीपी की अध्यक्षता में हुई लॉ एंड ऑर्डर की समीक्षा बैठक के बाद एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) विनय कुमार ने भागलपुर सहित सभी जिलों के एसपी को निर्देशित किया है।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि प्रत्येक महीने के चौथे सप्ताह में लॉ एंड ऑर्डर को लेकर जिलों के एसपी अपने अधीनस्थ पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। पुलिस मुख्यालय से आये पत्र में इस बात का भी जिक्र है कि सीएम जल्द ही लॉ एंड ऑर्डर को लेकर समीक्षा बैठक कर सकते हैं।
लॉ एंड ऑर्डर के लंबित मामले चिह्नित कर कार्रवाई का निर्देश
लॉ एंड ऑर्डर की घटनाओं में लंबित चल रहे मामलों का जल्दी निपटारा करने का भी एडीजी ने निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि एसपी कार्यालय में विधि व्यवस्था शाखा और अपराध शाखा आपस में समन्वय स्थापित कर ऐसे मामलों को चिह्नित कर लिस्ट तैयार करेंगे और वरीय अधिकारी उन मामलों के जल्दी निपटारे के लिए संबंधित पदाधिकारी को निर्देशित करेंगे। सांप्रदायिक मामलों में अभियोजन के लिए प्रस्ताव शीघ्र उपलब्ध कराने को कहा गया है।
पुलिस पर हमले के मामलों में गिफ्तारी नहीं होने से नाराजगी
एडीजी ने सभी जिलों को लिखे पत्र में इस बात पर नाराजगी जताई है कि लॉ एंड ऑर्डर खासकर पुलिस पर हमला करने की घटनाओं में अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं हो रही है। ऐसे में मामलों की मॉनिटरिंग करने के लिए जिलों के एसपी के साथ ही रेंज डीआईजी को भी कहा गया है।
एडीजी ने कहा है कि पुलिस पर हमला करने वालों के खिलाफ सबूत इकट्ठा कर उनकी त्वरित गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम भी बनानी पड़े तो उसमें देरी नहीं होनी चाहिए। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा कि ऐसे मामलों में गिरफ्तारी होने से पुलिस का मनोबल बढ़ेगा।
भागलपुर में पुलिस पर हमले की कई हो चुकी हैं घटनाएं
भागलपुर जिले में पुलिस पर हमले और लॉ एंड ऑर्डर के कई मामले सामने आ चुके हैं। रविवार की रात काली प्रतिमा विसर्जन के दौरान कटहलबाड़ी में बीच सड़क पर फायरिंग, मारपीट, पत्थरबाजी और बमबाजी की घटना हुई। पुलिस पर भी हमला किया गया। इस मामले में तिलकामांझी थानाध्यक्ष के बयान पर केस दर्ज किया गया है।
10 जुलाई को जीरोमाइल के बाबूपुर में लूट के आरोपी को गिरफ्तार करने गयी पुलिस पर बदमाशों ने हमला कर दिया था जिसमें एएसपी सहित कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गये थे।
पांच जून को लूटकांड और विस्फोटक अधिनियम मामले में फरार नीरू यादव की गिरफ्तारी के लिए बबरगंज पुलिस सकरुल्लाचक स्थित उसके घर में छापेमारी करने पहुंची तो उसके परिजनों और सहयोगियों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया था। पिछले साल भी कहलगांव में प्रशिक्षु आईपीएस भरत सोनी के नेतृत्व में अपराधी को पकड़ने गयी पुलिस की टीम पर बम से हमला कर दिया गया था।