• February 19, 2017

एलईडी ट्यूब लाइट्स-जयपुरिया हॉस्पिटल को सालाना- 6.2 लाख रुपये की बचत

एलईडी ट्यूब लाइट्स-जयपुरिया हॉस्पिटल को सालाना- 6.2 लाख रुपये की बचत

जयपुर, 19 फरवरी। राजस्थान सरकार द्वारा संचालित रुक्मणी देवी बेनी प्रसाद जयपुरिया हॉस्पिटल ने 1,000 पारंपरिक ट्यूब लाइट्स को बदलकर उसकी जगह ऊर्जा दक्ष एलईडी ट्यूब लाइट्स लगाने की पहल की है। राजस्थान सरकार के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री कालीचरण सराफा ने इस प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान में एलईडी ट्यूब लाइट्स इन्स्टॉलेशन का उद्घाटन किया।

केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली कंपनी एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) ने इस परियोजना का कार्यान्वयन किया। एलईडी ट्यूब लाइट्स को अपनाने से जयपुरिया हॉस्टिपल को सालाना 73,000 यूनिट्स से ज्यादा बिजली की बचत करने में मदद मिलेगी और इससे अस्पताल को हर साल करीब 6.2 लाख रुपये की बचत होगी।

उल्लेखनीय है कि ईईएसएल संयुक्त उपक्रम वाली सार्वजनिक इकाई है, जो भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रलय के तहत् उन्नत जीवन बाय अफोर्डेबल एलईडी एंड अप्लाइंसेज फॉर ऑल (उजाला) जैसी ऊर्जा कुशल योजनाओं का कार्यान्वयन करती है।

इस अवसर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ईईएसएल के अतिरिक्त महाप्रबंधक श्री गिरिजा शंकर ने कहा, ‘‘पारंपरिक ट्यूब लाइट्स को बदलकर एलईडी लाइट्स लगाने के लिए जयपुरिया हॉस्पिटल के साथ साझेदारी करने पर हमें गर्व है। हम अस्पताल प्रशासन को हमारी दक्षता और सेवाओं पर भरोसा जताने के लिए धन्यवाद देते हैं। हम और भी संस्थानों और संगठनों को आगे आकर अकुशल उपकरणों की जगह ऊर्जा कुशल उपकरण लगाने और अपने बिजली बिलों पर भारी मात्रा में पैसा बचाने की अपील करते हैं।’’

गौरतलब है कि ऊर्जा दक्षता को प्रोत्साहित करने और कार्बन उत्सर्जन के बारे में वास्तविक उपभोक्ताओं के बीच जागरूकता लाने के मकसद से ईईएसएल विभिन्न सरकारी संगठनों और निजी संस्थानों के साथ पारंपरिक उपकरणों की जगह अपने परिसरों में ऊर्जा कुशल उपकरण लगाने के लिए काम कर रही है।

इस कदम के तहत् बिल्डिंग क्षेत्र में ऊर्जा दक्षता उपायों को बढ़ावा देने की मांग की जाती है क्योंकि वाणिज्यिक इमारतों जैसे- अस्पतालों, कार्यालयों, विश्वविद्यालयों, बैंकों में दिन भर बिजली आपूर्ति की जरूरत होती है और ऎसे में इन परिसरों में अपेक्षाकृत बिजली की खपत के घंटे ज्यादा होते हैं।

राजस्थान के लोग उजाला योजना के अंतर्गत ऊर्जा दक्ष 20 वॉट की एलईडी ट्यूब लाइट्स के साथ 9 वॉट के एलईडी बल्ब और 50 वॉट के पंखे भी ले सकते हैं, जिसकी कीमत क्रमश ः 230 रुपये, 65 रुपये और 1,150 रुपये है। ये उपकरण जहां उपलब्ध हैं, उनके वितरण केंद्रों की जानकारी www.ujala.gov.in पर देख सकते हैं।

उपभोक्ता इन उपकरणों को एईएन कार्यालयों से ई-मित्र काउंटारों पर खरीद सकते हैं और www.ebazaar.rajasthan.gov.in पर इसे ऑनलाइन बुक भी कर सकते हैं।

3 साल के अंदर अगर एलईडी बल्बों और एलईडी ट्यूब लाइट्स तथा 2 साल के दौरान ऊर्जा दक्ष एलईडी पंखोें में किसी भी तरह की तकनीकी गड़बड़ी आती है तो ईईएसएल उसे मुफ्त में बदलने की सुविधा भी मुहैया कराती है। वितरण के दौरान, शहर के अंदर परिचालित किसी भी वितरण काउंटर्स पर ऎसे उपकरणों को बदला जा सकता है।

अधिक जानकारी के लिए राजस्थान में हेल्पलाइन नम्बर 0141-4044186 पर संपर्क किया जा सकता है। उजाला योजना के अंतर्गत राजस्थान में 1.24 करोड़ एलईडी बल्बों, 12,000 ऊर्जा दक्ष पंखे और 22,000 से ज्यादा एलईडी ट्यूब लाइट्स वितरित किए गए हैं, जिससे प्रतिदिन 44 लाख किलोवॉट से ज्यादा की बिजली की बचत होगी और बिजली की अधिकतम मांग में 323 मेगावॉट की कमी आएगी। इस योजना के माध्यम से उपभोक्ताओं के बिजली बिलों में समेकित तौर पर प्रतिदिन 1.76 करोड़ रुपये की कमी आएगी।

ईईएसएल के बारे में नेशनल थर्मल पावर कार्पोरेशन लिमिटेड, पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड, रूरल इलेक्टि्रफिकेशन कॉरपोरेशन और पावर ग्रिड का संयुक्त उपक्रम एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) का गठन ऊर्जा मांलय के अधीन ऊर्जा दक्ष परियोजनाओं को लागू करने के लिए किया गया था।

ईईएसएल एक सुपर एनर्जी एफिशिएंसी सर्विस कंपनी (ईएससीओ) है, जो भारत में ऊर्जा दक्षता के बाजार को खोलना चाहती है, जिसके करीब 12 अरब डॉलर होने का अनुमान है, और नवोन्मेशी कारोबारी मॉडल्स और उसे लागू करने के तरीकों से वर्तमान में हो रही बिजली की खपत को भी 20 फीसदी तक कम किया जा सकता है।

यह राज्य की डिस्कॉम्स, ईआरसी, एसडीए और आने वाली ईएससीओ, वित्तीय संस्थानों आदि के क्षमता निर्माण में संसाधन केंद्र (रिसोर्स सेंटर) की तरह भी काम करता है।

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