• October 12, 2017

एमएसएमई पखवाड़े – 150 औद्योगिक प्रोत्साहन शिविर

एमएसएमई पखवाड़े – 150 औद्योगिक प्रोत्साहन शिविर

जयपुर——————उद्योग व राजकीय उपक्रम मंत्री श्री राजपाल सिंह ने बताया है कि एमएसएमई पखवाड़े के दौरान राज्य में लगभग 150 औद्योगिक प्रोत्साहन शिविरों का आयोजन कर हजारों नागरिकों को राज्य सरकार की औद्योगिक योजनाओं की जानकारी देकर शिविरों में ही लाभाविन्त किया गया है।

उन्होंने बताया कि एमएसएमई पखवाड़े का बड़ा लाभ युवाओं और कृषि भूमि पर उद्योग लगाने वाले ग्रामीणों को मिला है। भामाशाह रोजगार सृजन योजना में 4 पर््रतिशत के ब्याज अनुदान को दो गुणा करते हुए 8 प्रतिशत ब्याज अनुदान देने के आदेश जारी कर सीधा युवा नए उद्यमियों को लाभ पहुंचाने का निर्णय किया वहीं प्रधानमंत्री रोजगार गांरटी योजना के ऋण वितरण को ढ़ाई गुणा तक बढ़ा दिया।

उन्होंने बताया कि खातेदारों को एक एकड़ कृषि भूमि तक सूक्ष्म, लघु उद्योग इकाई या कजावा (अस्थाई ईंट भट््टा) आदि लगाने के लिए स्वतः भूमि उपयोग संपरिवर्तन प्रमाण पत्र के आधार पर वित्तदायी संस्थाओं से ऋण सुविधा के आदेश जारी कर बडी राहत दी है।

उद्योग मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने 17 सितंबर को एमएसएमई दिवस पर इस वर्ष को एमएसएमई वर्ष घोषित करते हुए 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक एमएसएमई पखवाड़ा आयोजित करने की घोषणा की थी। उन्होंने बताया कि औद्योगिक प्रोत्साहन शिविरों से रीको, राजस्थान वित निगम, खादी बोर्ड, औद्योगिक संघों, जिले की वित्तदायी संस्थाआें, आर्टिजनों और युवाओं को जोड़ते हुए उन्हें केन्द्र व राज्य सरकार की उद्योग संवद्र्धन योजनाओं की जानकारी देने के साथी ही शिविर में ही योजनाओं का लाभ दिलाने के प्रयास किए गए।

उन्होंने बताया कि शिविरों में युवाओं को रोजगार के लिए प्रधानमंत्री रोजगार गारंटी योजना, भामाशाह रोजगार सृजन कार्यक्रम की जानकारी देते हुए ऋण आवेदन तैयार कराने के साथ ही बैंकों से ऋण स्वीकृति भी करवाई गई। इसी तरह से शिविरों में आर्टिजन कार्ड, केन्द्र सरकार की जीरो इफेक्ट-जीरो डिफेक्ट व जेम पोर्टल में पंजीयन के लिए प्रोत्साहित किया गया।

उद्योग आयुक्त श्री कुंजी लाल मीणा ने बताया कि पखवाड़े के दौरान जयपुर में आरएसडीसी व अब उद्योग प्रोत्साहन संस्थान और अजमेर, बीकानेर सहित कई स्थानों पर जिला उद्योग केन्द्रों द्वारा हस्तशिल्प प्रदर्शनियों का आयोजन कर शिल्पियों, बुनकरों व दस्तकारों को सीधा बाजार उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने बताया कि पखवाडे़ के दौरान पीएमईजीपी व बीआरएसवाई योजनाओं में 2300 से अधिक युवाओं के आवेदन तैयार कराकर 648 युवाओं के बैंकों से ऋण भी स्वीकृत कराए जा चुके हैं।

श्री मीणा ने बताया कि पखवाड़े के दौरान जयपुर सहित कई जिला उद्योग केन्द्रों ने प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन, टूल किट का वितरण आदि कार्य किए हैं। उन्होंने बताया कि जिला उद्योग केन्द्रों द्वार स्वच्छता अभियान व नवाचार कार्यक्रमों को भी अपनाया गया है।

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