• December 11, 2014

उर्वरक कंपनियों और अधिकारियों की बैठक – कृषि मंत्री

उर्वरक कंपनियों और अधिकारियों की बैठक – कृषि मंत्री

जयपुर – कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी ने उर्वरक कंपनियों से किसानों की मांग के अनुरूप समय पर खाद की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए गंभीरता से प्रयास करने के निर्देश दिए हैं और चेतावनी दी है कि जो कंपनियां और अधिकारी इस मामले में ढि़लाई बरतेंगे, उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा तथा उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।

कृषि मंत्री ने बुधवार को कोटा के सीएडी सभागार में कृषि, सीएडी एवं संबंधित विभागों, उर्वरक कंपनियों व एजेंसियों के प्रतिनिधियों तथा संभाग के प्रमुख अधिकारियों की बैठक ली और खाद की मौजूदा स्थिति की विस्तार से समीक्षा की और महत्त्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।

बैठक में स्थानीय जनप्रतिनिधि संबंधित विभिन्न विभागों के अधिकारियों, कंपनी पदाधिकारियों आदि ने हिस्सा लिया।

बैठक में खाद की मांग के अनुरूप आपूर्ति सुनिश्चित करने, खाद वितरण की निगरानी व्यवस्था मजबूत करने, खाद परिवहन व्यवस्था में सुधार लाने, खाद से संबंधित सभी एजेंसियों व विभागों में प्रभावी समन्वय बनाये रखने, अत्यधिक मांग वाले इलाकों में प्राथमिकता के आधार पर खाद मुहैया कराने से संबंधित विषयों पर गंभीरता से चर्चा की गई। सभी खाद निर्माता व विक्रेता एजेंसियों व कंपनियों से कहा गया कि वे ढिलाई छोड़ें तथा जहां जरूरत है वहां तत्काल मांग के अनुरूप ऊर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करें।

कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी ने कंपनियों से कहा कि वे राजस्थान में यूरिया की कमी को गंभीरता से लें व नैतिक दायित्व मानते हुए किसानों की मांग के अनुरूप जल्द से जल्द युद्घस्तर पर ऊर्वरक मुहैया करवाएं।  उन्होंने कोटा संभाग एवं जिले में ऊर्वरकों की मांग तथा आपूर्ति और अब तक प्राप्ति पर आंकड़ों के माध्यम से विस्तृत प्रकाश डाला और कंपनियों को निर्देश दिए कि क्षेत्र में बैकलाग को शामिल कर आगामी 15 से 20 दिन में कम से कम करीब 285000 टन एमटी यूरिया की संभाग में आपूर्ति सुनिश्चित करें।

श्री सैनी ने कहा कि राज्य सरकार इस मामले में पूरी गंभीरता एव संवेदनशीलता के साथ किसानों के हित में भरसक प्रयासों में जुटी हुई है तथा इस विषय पर केन्द्र सरकार से लगातार संपर्क में है।

उन्होंने ऊर्वरकों के उपयोग में वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने पर जोर दिया और कहा कि किसानों में इसके जरूरत के मुताबिक उपयोग के बारे में व्यापक जागरुकता पैदा करने की आवश्यकता है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से कहा कि वे खाद के मामले मेें मांग भिजवाने से पूर्व किसानों की वास्तविक जरूरतों का पूर्ण आकलन करें।

उन्होंने खाद के पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में पहुंचने की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों से कहा कि वे टीम बनाकर सीमावर्ती इलाकों में आकस्मिक निरीक्षण करें, निरन्तर चौकसी बरतें तथा दोषी एजेंसियों के खिलाफ सख्त कानूनी एवं विभागीय कार्यवाही अमल मेंं लाएं।ऋउन्होंने बताया कि खाद के मामले में उदासीनता बरतने वाली एजेंसियों व कंपनियों के खिलाफ भारत सरकार को लिखा जाएगा।

संासद श्री ओम बिड़ला ने बताया कि केन्द्र ने राज्य की मांग के अनुरूप उर्वरक दिया है। उन्होंने इफको, कृभको की रेक कोटा मंगवाने के प्रति गंभीरता से कार्यवाही पर जोर देते हुए कहा कि इससे खाद वितरण गतिविधि मजबूत होगी। उन्होंने खाद वितरण में अनियमितता बरतने वालों के लाईसेंस निरस्त करने का सुझाव दिया व पर्याप्त निगरानी में खाद वितरण की प्रभावी व्यवस्था पर बल दिया।

इस अवसर पर स्थानीय विधायकों ने भी विचार व्यक्त किये।

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