• January 18, 2019

उत्पीड़ित महिलाओ को सहायता के लिये ’’वन स्टाॅप सेन्टर’’ 19 जनवरी से शुरू

उत्पीड़ित महिलाओ को सहायता के लिये ’’वन स्टाॅप सेन्टर’’ 19 जनवरी से शुरू

प्रतापगढ़——- घरेलू हिंसा एवं यौन उत्पीड़न से आतंकित महिलाओं को तुरन्त प्रभाव से राहत दिलाने के लिये जिला चिकित्सालय में 19 जनवरी से ’’वन स्टाॅप सेन्टर’ शुरू होगा।

वन स्टाॅप सेन्टर को शुरू करने एवं आवश्यक संसाधन एवं सुविधाओ को जिला कलक्टर श्यामसिंह राजपुरोहित की अध्यक्षता में गुरुवार को जिला स्तरीय प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित हुई।

जिला कलक्टर ने बैठक में ’वन स्टाॅप सेन्टर’ को पूर्व मंे संचालित एनजीओ द्वारा भूगतान प्राप्ति का कार्य विवरण प्रस्तुत नहीं करने एवं भुगतान बिल प्रस्तुत करने को गंभीरता से लिया और समिति के निर्णय के अनुसार संकल्प संस्थान आकोला चित्तौड़गढ़ की जांच पुलिस द्वारा जांच करवाई जाएगी।

प्रबंधन समिति की बैठक में वन स्टाॅप सेन्टर को संचालित करने पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया। इस सेन्टर पर आने वाली महिलाओ को महिला कांस्टेबल, कानुनी सलाहकार, महिला चिकित्सक तथा परामर्श दाताओ द्वारा कार्य किया जायेगा। बैठक में सेन्टर पर अस्थाई रूप से महिला काउन्सलर, गार्ड एवं कुक की वैकल्पिक व्यवस्था की जायेगी।

जिला कलक्टर ने वन स्टाॅप सेन्टर को पुनः सुव्यवस्थित रूप से सेवाएं प्रारंभ करने के लिये महिला एवं अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक को निर्देशित किया। उन्होंने सेन्टर के लिये क्रय समिति का गठन करने, सेन्टर के लिए चिन्हीत भूमि का शिलान्यास कर निर्माण कार्य प्रारंभ करने के निर्देश भी दिये गये।

इस अवसर पर अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश लक्ष्मीकांत वैष्णव, अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक रतनलाल भार्गव, डाॅ. ओपी दायमा, आरसीएचओ डाॅ. दीपक मीणा आदि मौजूद रहे। प्रारंभ में महिला एवं अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक रतन वर्मा ने वन स्टाॅप सेन्टर की विस्तृत जानकारी दी।

Related post

सिक्किम की नदियाँ खतरे में !

सिक्किम की नदियाँ खतरे में !

लखनउ (निशांत सक्सेना) —— तीस्ता -III परियोजना पर वैज्ञानिक पुनर्मूल्यांकन और लोकतांत्रिक निर्णय की माँग जब भी…
हमारे भारत में, लाखों लोग यहां रह रहे हैं, जिन्हें रहने का कोई अधिकार नहीं है

हमारे भारत में, लाखों लोग यहां रह रहे हैं, जिन्हें रहने का कोई अधिकार नहीं है

पीआईबी : (नई दिल्ली)  उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़  ने अवैध प्रवास पर गंभीर चिंता व्यक्त…
भाषा मानवता को समझने का एक पासपोर्ट है- श्री टिम कर्टिस, निदेशक, यूनेस्को प्रतिनिधि

भाषा मानवता को समझने का एक पासपोर्ट है- श्री टिम कर्टिस, निदेशक, यूनेस्को प्रतिनिधि

पीआईबी दिल्ली : इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) ने 21 और 22 फरवरी 2025 को…

Leave a Reply