- August 6, 2018
उज्जवला योजना–35 हजार 397 एलपीजी क्नैक्शन वितरित–उपायुक्त सुमेधा कटारिया
पानीपत—— उज्जवला योजना उन गरीब परिवारों के लिए वरदान साबित हुई है, जो परिवार आर्थिक साधनों के अभाव के कारण यह गैस के क्नैक्शन नही ले पा रहे थे। इसी के दृष्टिगत केन्द्र सरकार ने उज्जवला योजना लागू की है जिसका मुख्य उद्देश्य पूरे भारत में स्वच्छ इंधन के रूप में उपयोग को बढावा देना है जो कि नि:शुल्क एलपीजी गैस क्नैक्शन वितरित करके पूरा किया जा रहा है।
इस योजना की सीधे तौर पर मंशा महिला सशक्तिकरण को बढावा देने और उनके स्वास्थ्य की रक्षा करना भी है। वर्तमान में बढ़ते प्रदूषण और अनेक अशुद्ध इंधनों के उपयोग से जहां ग्रहणियों के स्वास्थ्य पर विपरित प्रभाव पड़ रहा था वहीं अनेक महिलाएं ऐसी भी है जिन्हें इस अशुद्ध इंधन के कारण आंखों की रोशनी चले जाने का नुकसान भी उठाना पड़ा है।
उपायुक्त सुमेधा कटारिया के अनुसार उज्जवला योजना के तहत जिला में 37 हजार 854 आवेदन एलपीजी वितरकों से प्राप्त हुए हैं जिनमें से 35 हजार 397 एलपीजी क्नैक्शन प्रदान किए जा चुके हैं और हर महिने करीब 14 हजार 248 गैस सिलैण्डर इस योजना के तहत भरे जा रहे हैं। सभी कम्पनियों के 12 हजार 441 उपभोक्ताओं को लगातार सबसीडी भी प्रदान की जा रही है।
उन्होंने बताया कि एक समय ऐसा भी था जब परिवार का खाना पकाने के लिए मंत्रियों व सांसदों की अनुशंसापर ही ये एलपीजी गैस क्नैक्शन मिलते थे लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदृष्टिता और कार्यकुशलता के कारण ही इस योजना को अमलीजामा पहनाया जा सका है और प्रत्येक हरियाणवी के लिए गर्व और गौरव की बात है कि इस योजना को अमलीजामा पहनाने में हरियाणा ने सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है और प्रदेश को सबसे पहले कैरोसीन तेल मुक्त राज्य घोषित किया है।
आज हरियाणा में कहीं भी सरकारी डीपो पर कैरोसीन तेल की बिक्री नही होती और ना ही कोई ऐसा परिवार है जिसने समय रहते आवेदन किया हो और उसे एलपीजी का क्नैक्शन समय पर ना मिला हो। पठान मौहल्ला की रहने वाली श्वेता पुत्री सुरेन्द्र कुमार व सैनी मौहल्ला निवासी वर्षा पुत्री शेर सिंह ने बताया कि यह योजना हमारे परिवार के लिए तो एक वरदान साबित हुई है।
जिला खाद्य एवं पूति नियंत्रक अनीता खर्ब ने बताया कि जिला में इस योजना को और आगे बढाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को विशेष तौर पर कैम्प लगाने के निर्देश दिए गए हैं। 10 अगस्त को इसराना और समालखा मण्डी में गैस क्नैक्शन जारी करने हेतू कैम्प लगाए जाएंगे।