ई-रिक्शा : मैला ढोने वालों तथा उनके परिवार के सदस्यों का सशक्तिकरण

ई-रिक्शा : मैला ढोने वालों तथा उनके परिवार के सदस्यों का सशक्तिकरण
पेसूका ————- सिर पर मैला ढोने वाले लोगों तथा उनके परिवार के सदस्यों के लिए सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गहलोत ने 250 सफल प्रशिक्षुओं को आज कोर्स पूरा करने का प्रमाण पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस तथा रोजगार पत्र दिया। 

मैला ढोने वाले लोगों के पुर्नवास के लिए स्व-रोजगार योजना के अंतर्गत विभिन्न कार्यों के लिए प्रशिक्षण दिया गया। अधिकतर वाणिज्यिक मोटर चालक प्रशिक्षुओं को विभिन्न ऑनलाइन कैब सेवाओं तथा स्वंयसेवी संगठनों ने नियुक्त कर रखा है। वाणिज्यिक वाहनों को खरीदने के लिए दिल्ली अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, शारीरिक रूप से दिव्यांग वित्त तथा विकास निगम (डीएसएफडीसी) के साथ वित्तीय सहायता का प्रबंध किया गया है।

श्री गहलोत ने ई-रिक्शा के लिए लाभार्थियों को ऋण स्वीकृति पत्र दिया। ई-रिक्शा को डीएसएफडीसी द्वारा वित्तीय सहायता दी गई है। उन्होंने कहा कि उनके मंत्रालय ने वाणिज्यिक वाहन चालन क्षमताओं तथा आत्मरक्षा के लिए 200 महिलाओं को प्रशिक्षित किया है। इस प्रयास से रोजगार/स्व-रोजगार के अवसर देकर महिलाओं का सामाजिक और आर्थिक सशक्तीकरण का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकेगा।

सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री ने कहा कि आत्मरक्षा के बारे में कौशल प्रशिक्षण से महिला चालकों को न केवल आत्मरक्षा में मदद मिलेगी, बल्कि महिला यात्रियों में सुरक्षाभाव विकसित होगा।

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