ई-भुगतान प्रणाली : पब्लिक फण्ड मेनेजमेन्ट सिस्टम (पीएफएमएस)

ई-भुगतान प्रणाली : पब्लिक फण्ड मेनेजमेन्ट सिस्टम (पीएफएमएस)

महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में ई-भुगतान प्रणाली को सुदृढ़ करने तथा मनरेगा श्रमिकों को मजदूरी भुगतान में आने वाली समस्या के समाधान के मकसद से प्रदेश में पब्लिक फण्ड मेनेजमेन्ट सिस्टम (पीएफएमएस) लागू किया गया है। इस नई प्रणाली से नरेगा साफ्टवेयर के साथ बेंकिंग सिस्टम और पोस्ट ऑफिस का समन्वय कर निर्बाध भुगतान की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।

इस संबंध में 14 जुलाई 2015 को प्रातः 10:30 बजे से नर्मदा भवन, में राज्य-स्तरीय कार्यशाला की जा रही है। कार्यशाला में प्रमुख बेंकों के मुम्‍बई स्थित वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी, पोस्ट ऑफिस, एनआईसी दिल्ली, ग्रामीण विकास मंत्रालय नई दिल्ली और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भागीदारी करेंगे। कार्यशाला राज्य रोजगार गारंटी परिषद् तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा की जा रही है।

प्रदेश में माह फरवरी 2015 से ई-एफएमएस अंतर्गत फण्ड ट्रान्सफर ऑर्डर (एफटीओ) द्वारा पब्लिक फण्ड मेनेजमेन्ट सिस्टम (पीएफएमएस) प्रणाली लागू की गई है। कार्यशाला में पीएफएमएस प्रणाली के जरिये बेंक तथा पोस्ट ऑफिस द्वारा भुगतान में अपनाई जा रही तकनीक तथा इसके प्रभावी क्रियान्वयन में समस्याओं तथा उनके समाधान के बारे में चर्चा होगी। साथ ही मनरेगा सॉफ्टवेयर से ई-एफएमएस में इलेक्ट्रॉनिक भुगतान प्रणाली के प्रभावी क्रियान्वयन पर चर्चा होगी।

मध्यप्रदेश देश का प्रथम राज्य है जहाँ महात्मा गाँधी नरेगा में ई-एफएमएस प्रणाली से भुगतान की प्रभावी व्यवस्था सबसे पहले लागू की गई है। वर्ष 2013-14 से चेक भुगतान पर पूर्ण रोक लगाते हुए मजदूरी तथा सामग्री का भुगतान ई-भुगतान प्रणाली से किया जा रहा है। चालू माली साल से सभी भुगतान के लिये महात्मा गाँधी नरेगा का राज्य स्तर पर एक खाता संधारित किया जा रहा है।

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