“आरोग्य दानं” योजना से हजारों मरीजो को मिलेगा निशुल्क दवा, अनुपयोग मेडिसिन को कलेक्ट कर जरूरतमंद को देगा संगठन – विनायक लुनिया

“आरोग्य दानं” योजना से हजारों मरीजो को मिलेगा निशुल्क दवा, अनुपयोग मेडिसिन को कलेक्ट कर जरूरतमंद को देगा संगठन – विनायक लुनिया

इंदौर/उज्जैन/ कोलकाता/ मुंबई/ नई दिल्ली——– वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी स्व. श्री अशोक जी लुनिया द्वारा स्थापित आल मीडिया जर्नलिस्ट सोशल वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले देश भर के 20 राज्यों के 100 से अधिक शहरों में जरूरतमंद मरीजों के लिए “आरोग्य दानं” नामक योजना का शुभारम्भ आगामी 1 जनवरी 2019 से किया जा रहा है।

संगठन के अंतराष्ट्रीय अध्यक्ष पत्रकार विनायक अशोक लुनिया ने बताया की आज देश भर में करोडो की तादात में मरीज है जिनमे से एक बड़ा तबका आर्थिक रूप से कमजोर है जो आवश्यक दवाओं के अभाव में बीमारी से जूझता है। जिसके सन्दर्भ में हमारे देश की सरकार द्वारा भी विभिन्न योजनाए संचालित किया जा रहा है किन्तु आज भी हमारे देश में गरीबी के कारण मरीज इलाज और दवाओं के अभाव में दम तोड़ रहे है। इसी लिए आल मीडिया जर्नलिस्ट सोशल वेलफेयर एसोसिएशन एवं जैन मीडिया सोशल वेलफेयर सोसाइटी के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय वरिष्ठ पत्रकार सचिन कासलीवाल के नेतृत्व में “आरोग्य दानं” योजना का शुभारम्भ कर संचालन करने जा रहे है, उक्त योजना को जन जन तक पहुँचाने के लिए देश भर के विभिन्न क्षेत्रों से जुडी अनेकों समाजसेवी संस्थान भी अपना अहम् भूमिका निभएगी।

कैसे होगा संचालन
संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनीष कुमट ने बताया की दवा संग्रहण एवं वितरण 3 स्तर पर किया जायेगा। वहीँ दवाओं के वितरण के लिए भी 3 स्तर निर्धारित किया गया है।
दवा संग्रह
1- घरों से कार्यकर्ताओं के के सहयोग से अनावश्यक दवाओं को कलेक्ट करना।
2- दवा बाजार के व्यापारियों से दवाये दान लेना।
3- मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव से सैंपल की दवाये निशुल्क प्राप्त करना।

दवा का वितरण

1- शासकीय अस्पतालों में जरुरतमंद मरीजों को टीम के डॉक्टरों के माध्यम से दवा को जाँच कर उपलब्ध करवाना।
2- शहर में विभिन्न निशुल्क औषधालय केंद्र का शासकीय नियमानुसार संचालन के माध्यम से।
3- लम्बे समय तक चलने वाले दवाओं को सूचीबद्ध कर मरीजों को घर पर निशुल्क रूप से दवा उपलब्ध करवाना।

ऐसे होगा संग्रहण

जैन मीडिया सोशल वेलफेयर सोसाइटी के राष्ट्रीय महासचिव अतुल जैन ने बताया की प्रत्येक शहर में 3 स्तर पर दवा संग्रहण होगा।
1- प्रत्येक 20 से अधिक दवा संग्रहण सेंटर खोले जायेंगे। जिन सेंटरों में स्थानीय नागरिक दवा दान कर रसीद प्राप्त करेंगे, प्राप्त दवाओं को स्थानीय डॉक्टर की निगरानी वाली गठित टीम द्वारा दवा की एक्सपायरी को जांचा जायेगा व् अलग- अलग श्रेणी में संगृहीत किया जायेगा।
2- प्रत्येक शहर में 10 सदस्यों की एक टीम दवा बाजार स्थित दवा के थोक व्यापारियों से दवाओं को संगठन में सहयोग स्वरुप प्राप्त करेगा।
3- 10 सदस्यों की टीम शहर में मौजूद मेडिकल रिप्रेज़ेंटेटिव से संपर्क कर उनसे सैंपल के दवा दान स्वरुप प्राप्त करेंगे।

इनके निगरानी में होगा वितरण

संगठन के राष्ट्रीय संगठन महासचिव अमित आदित्य सान्याल ने बताया की प्रत्येक शहर में स्थानीय डॉक्टर एवं स्वस्थ कर्मियों की टीम के द्वारा होगा दवाओं का वितरण।

जिलाधीश से लेंगे सहयोग

संगठन के संस्थापक सदस्य एवं अंतराष्ट्रीय तबला वादक आदित्य नारायण बैनर्जी ने बताया की प्रत्येक शहर में प्रारम्भ किया जाने वाले सेंटर के लिए शहर के जिलाधीश कलेक्टर को सुचना देकर उनसे संचालन एवं वितरण के लिए स्वस्थ विभाग का सहयोग लिया जायेगा।

इन राज्यों में होगा योजनाओं का संचालन

मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, झारखण्ड, कर्णाटक, महाराष्ट्र, ओड़िशा, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, चण्डीगढ़, दिल्ली. पुदुच्चेरी में योजनाओं का संचालन संगठन के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारीगण द्वारा किया जायेगा।

संपर्क ————
विनायक लुनिया
आल मीडिया जर्नलिस्ट सोशल वेलफेयर एसोसिएशन
8319031105

Related post

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…
पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…

Leave a Reply