• May 30, 2019

आयुष्मान भारत जन अरोग्य योजना— लगभग 1,10,000 गोल्डन कार्ड- सीएमओ डॉ0 रमेश

आयुष्मान भारत जन अरोग्य योजना— लगभग 1,10,000 गोल्डन कार्ड- सीएमओ डॉ0 रमेश

करनाल ——— आयुष्मान भारत जन अरोग्य योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके तहत गरीब वर्ग के लोगों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त में ईलाज मिलता है। यह योजना परिवारों को अपना ईलाज कैशलेस व पेपरलैस तरीके से करवाने में बहुत ही लाभदायक सिद्घ हो रही है।

करनाल जिला के सभी सरकारी व प्राईवेट अस्पताल, जो आयुष्मान भारत योजना के तहत रजिस्टर्ड हैं, उन सभी में गरीब और वंचित वर्ग के लोगो को मुफ्त में ईलाज मिल रहा है। जिला में अब तक कुल 1 लाख 10 हजार गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं। इनमें से 1800 लाभर्थियों की क्लेम सम्बंधित अस्पतालों को दी जा चुकी है।

यह जानकारी सीएमओ डॉ0 रमेश ने दी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री जन अरोग्य योजना, (आयुष्मान भारत) को लेकर जिला के 36 सरकारी व प्राइवेट अस्पताल सूचीबद्ध हो गए हैं।

इस स्कीम के तहत लाभार्थियों की भिन्न-भिन्न श्रेणियों बनाई गई हैं, जिनमें 1 हजार से भी अधिक पैकेज मौजूद हैं, जो कैंसर के ईलाज, रेडिएशन थेरेपी, कीमो थेरेपी, हृदय से जुड़ी दिक्कतें,स्टैंट डालने, दिमागी ऑपरेशन,दांतो व आंखो का ऑपरेशन, एम.आर.आई. व सी.टी. स्कैन जैसे विशेष टेस्ट कवर होते हैं, यानि इस योजना में कुल 1350 ट्रीटमैंट पैकेज हैं जिनमें से 303 पैकेज सरकारी अस्पतालों के लिए अरक्षित रखे गये थे जिनमें से 157 सर्जरी पैकेज की सुविधा रजिस्टर्ड प्राइवेट अस्पतालों में मिलेगी तथा 146 सर्जरी पैकेज की सुविधाओं का लाभ केवल सरकारी अस्पतालों से ही मिलेगा।

इस योजना के तहत लाभार्थी परिवार के सदस्य का 5 लाख रूपये तक का ईलाज सूचीबद्ध अस्पतालों में फ्री किया जाएगा। सदस्यों की संख्या और आयु सीमा की कोई बाध्यता नहीं है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थी भी इस स्कीम में फायदा ले सकेंगे। इस योजना के तहत परिवार के सदस्य अपना राशन कार्ड तथा आधार कार्ड सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में जाकर काउंटर पर बैठे आयुष्मान मित्र को मिलकर अपना नाम लाभार्थी सूची में चेक करवा सकते हैं तथा लाभार्थी सूची में नाम पाए जाने पर अपना व परिवार के सभी सदस्यों का गोल्डन कार्ड बनवा सकते हैं।

जिला के सूचीबद्ध अस्पताल :-

सरकारी अस्पतालों में कल्पना चावला राजकीय मैडिकल कॉलेज, सिविल अस्पताल करनाल तथा नीलोखेड़ी व असंध, घरौंडा व इंद्री के उपमण्डल स्तरीय अस्पताल तथा सीएचसी तरावड़ी व बल्ला शामिल हैं। जबकि प्राईवेट अस्पतालों मेें शहर के रामा सुपर स्पेसिलिटी एंड क्रिटिकल केयर अस्पताल, संजीव बंसल सिग्नस अस्पताल, बाला जी अस्पताल, मिनानी अस्पताल, विर्क अस्पताल प्राईवेट लिमिटेड, डॉ. के.सी. सचदेवा अस्पताल, मिगलानी नर्सिंग होम, सुशील गर्ग अस्पताल, सरस्वती नेत्रालय, पार्क अस्पताल, भटनागर आई केयर सेंटर, हरियाणा अस्पताल, अरविंद अस्पताल, ठाकुर आई एंड मैटरनिटी हॉस्पिटल, श्री मूलचंद किडनी हॉस्पिटल एंड यूरोलॉजिकल इंस्टीट्यूट, सूर्या हॉस्पिटल तथा श्रीहरि हॉस्पिटल, अर्पणा हॉस्पिटल, सेठ हॉस्पिटल, हरियाणा नर्सिंग होम, पारस नर्सिंग होम, प्रवीण अस्पताल, अरोड़ा आईज एंड लैक्सिक लैसर सैंटर, आरपी वैल्तार अस्पताल, करनाल नर्सिंग होम, पीआरपी अस्पताल किडनी सैंटर तथा दुआ मल्टीस्पैशलिटी अस्पताल शामिल हैं।

Related post

क्या भारत एक स्वस्थ युवाओं का देश भी है?

क्या भारत एक स्वस्थ युवाओं का देश भी है?

डॉक्टर नीलम महेंद्र : वर्तमान  भारत जिसके विषय में हम गर्व से कहते हैं कि यह…
नेहरू से हमें जो सीखना चाहिए

नेहरू से हमें जो सीखना चाहिए

कल्पना पांडे————-इतने सालों बाद हमे शर्म से ये स्वीकार कर लेना चाहिए कि धार्मिक आडंबरों, पाखंड…
और सब बढ़िया…..!   अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार)

और सब बढ़िया…..! अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार)

अतुल मलिकराम ——– सुख और दुःख, हमारे जीवन के दो पहिये हैं, दोनों की धुरी पर…

Leave a Reply