- June 27, 2017
आपातकाल लोकतंत्र का काला अध्याय -शिक्षा राज्य मंत्री
जयपुर—————-शिक्षा राज्य मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने 25 और 26 जून के दरमियान देश में लगे आपातकाल को लोकतंत्र का काला अध्याय बताया है। उन्होंने कहा कि कोई भी भारतीय उसे भूल नहीं सकता। उन्होंने नई पीढ़ी को लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए अग्रणी रहते हुए कार्य करने का आह्वान किया है।
उन्होंने कहा कि आपात काल भारतीय लोकतंत्र का वह काला अध्याय है, जिसमें समाचार पत्रों के दफ्तरों में बिजली 25 जून 1975 की अर्ध रात्रि ही काट दी गई थी। प्रेस को निष्प्रभावी बना दिया गया। उस दौर में लोकतंत्र की रक्षा के लिए आपातकाल के विरोध मे आंदोलन हुए और नेताओं को जेल हुई।
उन्होंने कहा कि आपात काल के काले अघ्याय को भारतीय जनता कभी इसलिए नहीं भुल सकती कि तमाम बंदिशों के बावजूद लोक लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए एकजुट हुए और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा की।
श्री देवनानी ने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए लोगों की हुई एकजुटता, आपातकाल में किए गए संघर्ष और उस काले अध्याय से नई पीढ़ी को अवगत कराने के लिए ही राज्य सरकार ने गत सत्र में पाठ्य पुस्तकों में आपातकाल विषयक अध्याय को भी जोड़ा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र सर्वोपरी है और इसी की रक्षा के लिए हमें सदा काम करते रहना चाहिए।