• December 5, 2015

आजीविका ब्यूरों एवं श्रम विभाग के मध्य एम.ओ.यू.

आजीविका ब्यूरों एवं श्रम विभाग के मध्य एम.ओ.यू.

जयपुर – असंगठित क्षेत्र के निर्माण श्रमिकों की विभिन्न समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए लेबर लाईन सेवा का शुभारम्भ कर दिया गया है। इस तरह की सेवा प्रारंभ करने वाला राजस्थान देश का प्रथम राज्य बन गया है।

श्रम राज्यमंत्री श्री सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी ने बताया कि यह सेवा पायलट पोजेक्ट के तौर पर प्रात: 8:00 बजे से सांय 8:00 बजे तक टोल फ्री नम्बर 1800 1800 999 पर उपलब्ध करवाई गई है, जो लेबर लाईन के नाम से जानी पहचानी जाएगी।

लेबर लाईन सेवा आजीविका ब्यूरों, उदयपुर द्वारा संचालित की जाएगी । इस सम्बन्ध में श्री टीटी की उपस्थिति में आजीविका ब्यूरों, उदयपुर के कार्यक्रम निदेशक श्री कृष्णावतार शर्मा तथा प्रमुख शासन सचिव, श्रम श्री रजत कुमार मिश्र, अतिरिक्त श्रम आयुक्त, श्री विष्णु कुमार शर्मा ने एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किये है।

श्री टीटी ने बताया कि लेबर लाईन द्वारा असंगठित क्षेत्र के निर्माण श्रमिकों को विभिन्न छोटी-मोटी मजदूरी एवं नियोजक से संबंधित समस्याओं के समाधान, भवन एवं अन्य संनिर्माण श्रमिक कल्याण मण्डल द्वारा प्रदत्त हितलाभों एवं विभिन्न योजनाओं के आवेदन करने के साथ-साथ कानूनी सहायता भी प्रदान की जाएगी।

श्री टीटी ने बताया कि लेबरलाईन हेल्पलाईन सेवा का एक माह का परीक्षण के रूप में कुल 8665 कॉल आई, उनमें से 3666 मजदूरी से संबंधित विवाद प्रकरण दर्ज हुए है तथा लगभग 1550 विवादों का समाधान लेबरलाईन के हस्तक्षेप से कराया जा चुका है। उन्होंने बताया कि श्रमिकों के हक में एक करोड़ अस्सी लाख से ज्यादा राशि का भुगतान श्रमिकों को कराया गया है।

श्री टीटी ने बताया कि राज्य की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में श्रम विभाग द्वारा निर्माण श्रमिकों के कल्याण के उपाय सुनिश्चित करने के लिए प्राथमिकता से कार्यवाही की जा रही है। इस अवसर पर आजीविका ब्यूरों तथा श्रम विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद थे।

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