- July 27, 2019
अर्धसैनिक बलों की 100 नई कंपनियां तैनात—- 35ए
जम्मू-कश्मीर——– अर्धसैनिक बलों की 100 नई कंपनियां तैनात की गई हैं. कुछ ही दिनों में लगभग 16000 और जवान घाटी की सुरक्षा में तैनात किए जाएंगे. केंद्र सरकार के इस फैसले का जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती ने विरोध जताया है.
महबूबा ने अपने ट्विटर हैंडल के एक ट्वीट कर कहा कि घाटी में 10 हज़ार सैनिकों की तैनाती के केंद्र सरकार के फैसले ने लोगों में डर पैदा कर दिया है. कश्मीर में सुरक्षाबलों की कोई कमी नहीं है.
जम्मू-कश्मीर एक राजनीतिक समस्या है जो कि मिलिट्री से हल नहीं होगी. भारत सरकार को अपनी पॉलिसी पर दोबारा विचार करने और उसमें सुधार करने की ज़रूरत है.
महबूबा मुफ्ती ने सुबह भी इस मामले से जुड़ा एक ट्वीट रीट्वीट किया था. जिसमें केंद्र सरकार के इस ऑर्डर की कॉपी भी लगी हुई है.
क्या है मामला
केंद्र ने आतंकवाद निरोधक अभियानों और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कश्मीर घाटी में केंद्रीय बलों के करीब दस हजार कर्मियों को भेजने का आदेश दिया है. गृह मंत्रालय ने कश्मीर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सीएपीएफ समेत अन्य बलों की अतिरिक्त 100 कंपनियों को तैनात करने का आदेश दिया है.
मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स की 50, बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स की 10, सशस्त्र सीमा बल की 30 और भारत-तिब्बत बॉर्डर पुलिस की 10 कंपनियां तैनात की गई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त के कार्यक्रम में जम्मू कश्मीर जा सकते हैं. इसी दिन आर्टिकल 35ए पर कोई बड़ी घोषणा की जा सकती है.