• May 13, 2017

अमृत योजना-विकासात्मक सौगात –विधायक

अमृत योजना-विकासात्मक सौगात –विधायक

बहादुरगढ़– भाजपा विधायक नरेश कौशिक ने कहा कि शहरी क्षेत्र के संपूर्ण विकास की प्रतीक केंद्र सरकार की अटल वीनीकरण और शहरी परिवर्तन(अमृत) योजना पेयजल, सीवरेज व ड्रेनेज सिस्टम के माध्यम से शहर के सुधारीकरण व नवीनीकरण में अहम कदम है। इस योजना में बहादुरगढ़ शहरी क्षेत्र को शामिल कर भाजपा सरकार ने बहादुरगढ़ वासियों को एक बेहतर विकासात्मक सौगात दी है।

विधायक नरेश कौशिक,चेयरमैन कैप्टन राम सिंह दलाल, कैप्टन बलवान खत्री, राजपाल शर्मा, पाले राम शर्मा सहित अमृत योजना से जुड़े चीफ इंजीनियर उमेश धींगड़ा, तकनीकी सलाहकार संजय गुप्ता, जनस्वास्थ्य विभाग से दलबीर देशवाल, नप सचिव मुकेश कुमार, एमई भारत भूषण “

केंद्र सरकार की ओर से योजना में मंजूर की गई है जिस पर विभागीय कार्य शुरू कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि अमृत योजना में 45 करोड़ रूपए की लागत से शहर की कालोनियों में सीवरेज सिस्टम को नया रूप दिया जाएगा और लोगों को स्वच्छ पेयजल मुहैया हो इसके लिए इस योजना में करीब 40 करोड़ रूपए की राशि खर्च होगी। शहर में गंदे पानी अथवा बरसाती पानी की निकासी के लिए 20 करोड़ रूपए की राशि सरकार ने मंजूर की है।

उन्होंने कहा कि योजना को बेहतर ढंग से लागू करने के लिए वे स्वयं मोनिटरिंग कर रहे हैं ताकि केंद्र सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना का लाभ शहरवासियों को जल्द से जल्द मिल सके।

बहादुरगढ़ हलके के गांव बामडौली, कानौंदा, कुलासी, खैरपुर व मुकंदपुर में पर्याप्त मात्रा में पेयजल आपूर्ति के लिए भाजपा सरकार ने ढाई साल के कार्यकाल में स्पेशल प्रोजेक्ट बनाते हुए लोगों को शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की है।

विधायक कौशिक ने कहा की नहरी पानी को जलघर तक लिफ्ट करके पहुंचाया जाएगा जिसके लिए विभागीय स्तर पर करीब 14 करोड़ रूपए की राशि खर्च की गई है जबकि पेयजल आपूर्ति निर्बाध रूप से रहे इसके लिए करीब 22 लाख रूपए की लागत से बिजली आपूर्ति हेतु नया फीडर जलघरों के लिए स्थापित किया है ताकि इन गांवों में पेयजल की आपूर्ति सही ढंग से रहे।

उन्होंने बताया कि हलके के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को पेयजल सुविधा प्रदान करने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग के माध्यम से करीब 20 करोड़ रूपए की राशि के प्रोजेक्ट को मंजूरी दिलाई गई है जिसके तहत गांवों में नई पेयजल लाइनों को डालने के साथ ही नए जलघरों का भी निर्माण होगा।

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