- March 18, 2016
अमानक खाद, बीज एवं कीटनाशक निर्माताओं और विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही
जयपुर ———- आयुक्त एवं पदेन विशिष्ट शासन सचिव कृषि श्री नीरज के पवन ने कहा कि अमानक खाद, बीज एवं कीटनाशक निर्माताओं और विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि इनके खिलाफ लाइसेंस निलंबित करने, माल जब्त करने और एफआईआर दर्ज कराने जैसी कार्यवाही अमल में जाई जाएगी।
श्री पवन गुरूवार को पंत कृषि भवन में कीटनाशक और उर्वरक निर्माताओं की बैठक कर अध्यक्षता की रहे थे। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य किसान को गुणवत्तायुक्त खाद, बीज और कीटनाशक उपलब्ध कराना है। उन्होंने घटिया खाद, बीज और कीटनाशक पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ये तीनों चीजें, कृषि का मूल आधार हैं।
अगर किसानों को ये ही गुणवत्तायुक्त नहीं मिलेंगे, तो ये किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा और अपराध है, जिसे वो किसी भी सूरत में नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि ऎसे निर्माताओं और विक्रेताओं के खिलाफ उर्वरक नियंत्रण आदेश, 1968 और कीटनाशक नियंत्रण आदेश के तहत कार्यवाही की जाएगी।
श्री पवन ने कहा कि जहां उवर्रक और कीटनाशक का उत्पादन हो रहा है, अब वहां से सैम्पल लिए जाएंगे ताकि बाजार में बिकने वाली माल की गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके। इसके साथ ही निर्माता द्वारा वह माल किसे और किस मात्रा में बेचा गया, इसकी जानकारी भी निर्माताओं को कृषि विभाग को उपलब्ध करानी होगी। उन्होंने कहा कि अब ऎसे सभी उर्वरकों के विक्रय और उत्पादन पर पाबंदी होगी, जो उर्वरक नियंत्रण आदेश के तहत नहीं आते हैं।
श्री पवन ने सभी कीटनाशक उत्पादन स्थलाें पर सीसीटीवी कैमरा लगवाने और उसका लिंक कृषि विभाग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, ताकि विभागीय स्तर पर निर्माताओं के यहां होने उत्पादन कार्यों पर नजर रखी जा सके। उन्होंने कीटनाशक निर्माताओं को निर्देशित किया कि वे उत्पादन की पहली सूचना विभाग को देंगे।
श्री पवन ने सभी कीटनाशक निर्माताओं को अपने यहां कैमिस्ट को आवश्यक रूप से रखने के निर्देश देते हुए । कहा कि वे अपने कैमिस्टों के नाम और मोबाइल नम्बर विभाग को उपलब्ध कराएं। उन्होंने कीटनाशक निर्माताओं को अपने यहां स्वचालित मशीनें स्थापित करने के निर्देश दिए ताकि कीटनाशक की गुणवत्ता सही सुनिश्चित हो सके।
श्री पवन ने खरीफ और रबी सीजन में पड़ोसी राज्यों से बिना अनुमति और अवैधानिक तरीके से आने वाले उर्वरक और कीटनाशकों पर सख्ती बरतने और उनके माल जब्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसान की फसल की सेहत के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। प्रदेश के सभी किसानों को अच्छा आदान उपलब्ध कराने के लिए हम संकल्पबद्ध हैं।
उन्होंने निर्माताओं से कहा कि वो विक्रेताओं को उत्पाद की अगली खेप तभी उपलब्ध कराएं, जब पुराने माल के समयोजन की रिपोर्ट प्राप्त हो जाए। इसके साथ ही उन्होंने निर्माताओं से अपनी इकाई के आगे नाम, अनुज्ञापत्र की अवधि सहित विभन्न सूचनाओं वाला बोर्ड लगाने के निर्देश दिए। इन बैठकों में अतिरिक्त निदेशक श्री एचल मीणा, श्री सुरेश गौतम, संयुक्त निदेशक श्री केसी मीना, श्री रामगोपाल शर्मा सहित बड़ी संख्या में कीटनाशक और उर्वरक निर्माता और उनके प्रतिनिधि उपस्थित थे।
श्री पवन ने उर्वरक और कीटनाशक निर्माताओं से कहा कि अपने मुनाफे के चक्कर में किसान के भविष्य के साथ खिलवाड़ न करें। श्री पवन ने कहा कि उन्होंने संकल्प लिया है कि उन्हें चाहे किसी से भी लड़ना पड़े वो आदानों की गुणवत्ता पर कोई समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने सभी निर्माताओं को अपने मोबाइल नम्बर भी दिए, कहा कि उनके विभाग से सम्बंधित भी कोई शिकायत हो, तो वो सीधे उन्हें इसके सम्बंध में अवगत कराएं।
श्री पवन ने उर्वरक और कीटनाशक निर्माताओं को घटिया उत्पाद निर्माण न करने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि वो हमारे किसान और आगामी पीढ़ी के भविष्य के लिए संकल्प लें कि घटिया उर्वरक और कीटनाशक का निर्माण नहीं करेंगे। श्री पवन ने कहा कि कीटनाशक निर्माताओं के यहां मजूदरों को डस्ट में काम करने की वजह से विभिन्न बीमारियां हो सकती हैं, इसलिए सरकार कीटनाशक फैक्टि्रयों में काम करने वाले श्रमिकों की निशुल्क जांच कराएगी।