- December 13, 2016
अमरकंटक के आसपास खनन पर प्रतिबंध-मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान
भोपाल ————- मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मॉं नर्मदा के उदगम स्थल अमरकंटक के आसपास के क्षेत्र में खनन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जायेगा। इसके लिये भारत शासन को पत्र भी लिखा जायेगा। इससे नर्मदा नदी प्रदूषणमुक्त हो सकेगी और प्रवाह प्रबल होगा।
श्री चौहान आज नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान डिण्डोरी जिले के करंजिया में एक विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। करंजिया निवासी श्री यासीन खान ने यात्रा में शामिल लोगों के लिये भण्डारा आयोजित कर सदभाव की अदभुत मिसाल प्रस्तुत की।
मुख्यमंत्री आज ‘नमामि देवी नर्मदे”-सेवा यात्रा में अरण्डी आश्रम से रवाना होकर करंजिया पहुँचे। करंजिया में उन्होंने कहा कि इंसान ने अपने स्वार्थ के कारण जंगल काट डाले तथा धरती माँ का सीना चीरकर तमाम खनिज निकाले और उसमें गंदा पानी छोड़कर उसे प्रदूषित किया।
माँ नर्मदा मध्यप्रदेश की जीवनदायिनी है, जिसने हमें सिंचाई के लिये पानी और बिजली की सौगात दी है। इसलिये हम सबका परम कर्त्तव्य बनता है कि हम माँ नर्मदा को स्वच्छ और उसके प्रवाह को प्रबल करने के लिये भरपूर सहयोग करें। यह यात्रा इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति के लिये निकाली गई है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि माँ नर्मदा नदी के प्रवाह को प्रबल बनाने के लिये जंगलों की खाली जमीन में सघन वृक्षारोपण किया जायेगा। साथ ही दोनों तटों के किसानों की जमीन पर पौधे लगाने के लिये किसानों को 20 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर तीन वर्ष तक अनुदान तथा वृक्षारोपण की लागत में 40 प्रतिशत की सहायता दी जायेगी।
नदी के किनारे पड़ने वाले हर गाँव में शौचालय बनाने के लिये 12-12 हजार रूपये का अनुदान दिया जायेगा। उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया कि नर्मदा नदी में फूल, पत्ती आदि पूजन सामग्री नहीं डाले। साथ ही जल समाधि भी न दें। इसके लिये तट पर पूजन कुण्ड और मुक्ति धाम भी बनाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि माँ, बहन, बेटी को सम्मान दिलाने के लिये सरकार कृतसंकल्पित है। उनके लिये घाटों पर वस्त्र बदलने के लिये चेंजिंग रूम भी बनाये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों को पक्के घर बनाने के लिये एक लाख 20 हजार रूपये की सहायता दी जायेगी। साथ ही जिनके पास अपना घर बनाने की जमीन नहीं होगी उन्हें जमीन दी जायेगी। उन्होंने नशा छोड़ने और बच्चों को स्कूल भेजने तथा बेटा-बेटी को बराबर समझने की समझाईश दी।
उन्होंने कहा कि बच्चों की पढ़ाई में कोई परेशानी नहीं होगी उनकी हरसंभव मदद की जायेगी। इस अवसर पर उन्होंने ग्रामीणों को इस बात का संकल्प भी दिलाया। पूर्व में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री ओमप्रकाश धुर्वे ने यात्रियों एवं अतिथियों का स्वागत किया। अंत में क्षेत्रीय विधायक श्री ओमकार सिंह मरकाम ने आभार व्यक्त किया।
परमपूज्य संत महामण्डलेश्वर हरिहरानन्द एवं पूज्य संत श्री रामभूषण ने भी यात्रा के सफल होने की शुभकामनाएँ दी। इस अवसर पर वन मंत्री डॉ गौरीशंकर शेजवार, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग राज्य मंत्री श्री संजय पाठक आदि जन-प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
जन-जन के मुख से निकला हर-हर नर्मदे
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान नर्मदा सेवा यात्रा के दूसरे दिन अरण्डी आश्रम से रवाना हुए। उन्होंने ग्राम बोंदर से करंजिया तक पाँच किलोमीटर की पैदल यात्रा की। इस दौरान जगह-जगह ग्रामीणों द्वारा कलश और पुष्पहारों से यात्रा की अगवानी की गई तथा परम्परागत गीत-संगीत से भी स्वागत किया गया।
यात्रा में शामिल लोग ढोलक, मांदर की थाप और शहनाई की गूँज में अपने आप को झूमने से नहीं रोक पाये। मुख्यमंत्री भी ग्रामीणों के साथ झूमे और ढोलक भी बजाई। आसपास के गाँव से आयी उपयात्राएँ भी इस यात्रा में शामिल होती गई। इस अद्भुत दृश्य और विशाल जनसैलाब में शामिल महिला, पुरूष, बच्चे, बूढ़े और जवान हर किसी के मुख से हर-हर नर्मदे के स्वर फूट रहे थे। पूरा वातावरण माँ नर्मदामय था। दूर-दूर तक जन ही जन का विंहगम दृश्य दिख रहा था। यात्रा के प्रति पूरे क्षेत्र में अपार उत्साह देखा गया।
मुख्यमंत्री ने रास्ते में कबीर चबूतरा, जगतपुर, नारीग्वरा, बोंदर आदि गाँव में रूककर ग्रामीणों को संबोधित किया। उन्हें वृक्षारोपण, शौचालय बनवाने, स्वच्छता अपनाने और पर्यावरण की रक्षा, नशामुक्ति आदि का संकल्प भी दिलाया।