• March 6, 2019

अभिभाषक संघ की दो दिन की हडताल

अभिभाषक संघ की दो दिन की हडताल

प्रतापगढ — अभिभाषक संघ की एक आवश्यक बैठक अभिभाषक कक्ष में आहूत की गई जिसकी अध्यक्षता सी.पी.सिंह ने की।

अभिभाषक संघ के अध्यक्ष सी.पी. सिंह एवं सचिव रमेशचन्द्र शर्मा ने बताया कि अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अरनोद के न्यायालय का बैठक स्थान प्रतापगढ से अरनोद किये जाने के विषय में सदन में बैठक आहूत की गई जिसमें वरिष्ठ अभिभाषक पारसमल जैन, केशरसिंह बाठी, बाबूलाल जैन, अजय कुमार पिछोलिया, जगदीश पुरोहित, लोक अभियोजक तरूणदास बैरागी, शांतिलाल आंजना, किशनलाल कुमावत, मनीष नागर, अमजद खान पठान, मुकेश नागदा, अरूण वैष्णव आदि ने अपने विचार व्यक्त किये एवं सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि वरिष्ठ अभिभाषक का एक प्रतिनिधि मण्डल अधिवक्ता पारसमल जैन के नेतृत्व में अध्यक्ष सी.पी.सिंह, बाबूलाल जैन, अजय कुमार पिछोलिया, पूर्व अध्यक्ष सुनिल कुमार मेहता जोधपुर जाकर मुख्य न्यायाधीपति महोदय से भेंटकर इस संदर्भ में अपना प्रतिवेदन पेश करेगें।

अभिभाषक संघ के सचिव रमेशचन्द्र शर्मा ने बताया कि अभिभाषक संघ प्रतापगढ के अधिवक्ता दिनांक 07 व 08 मार्च 2019 को अपना न्यायिक कार्य स्थगित रखकर न्यायालय में पैरवी करेगें।

वर्ष 2008 में उक्त न्यायालय का मुख्यालय प्रतापगढ रखा गया था एवं प्रतापगढ से अरनोद का मुख्यालय मात्र 15 किलोमीटर दूर हैं। अरनोद में वर्तमान में न्यायालय भवन का निर्माण नहीं हुआ हैं इसके साथ ही न्यायालय की बैठक के लिये पर्याप्त साधन उपलब्ध नहीं हैं इस कारण उक्त न्यायालय का मुख्यालय प्रतापगढ में रखे जाने की मांग को लेकर अधिवक्ता ने अपने न्यायिक कार्य का स्थगन रखा हैं।

रमेशचन्द्र शर्मा (सचिव)
मो.नं. 94143-96845

Related post

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…
पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…

Leave a Reply