अपहृत किशोरी बालिका को मुक्त– बहरी पुलिस

अपहृत किशोरी बालिका को मुक्त– बहरी पुलिस

सीधी ( विजय सिंह )- जिले के बहरी से लापता किशोरी को 3 हजार किलोमीटर की दूरी व 65 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद अंततः मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त करा लिया गया। इस अपराध में शामिल महिला जमीला खान को यमुना नगर, हरियाणा व बसंत चमार को सहारनपुर, उत्तर प्रदेश से हिरासत में लेकर कल न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।

बहरी थाना प्रभारी पवन सिंह ने बताया कि 25 दिसम्बर 2021 को फरियादी पार्वती (परिवर्तित नाम) थाना में उपस्थित होकर बताई कि 17 वर्षीय मेरी लड़की सरोज पार्वती (परिवर्तित नाम) 18 दिसम्बर 2021 को घर से बिना बताये कहीं चली गई है, जो आज तक घर नहीं आई है। फरियादिया की रिपोर्ट पर अपराध कायम कर विवेचना में मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर गुमशुदा की खोजबीन की गई।

जिसमें मुखबिर तंत्र व सायबर सेल से अपहृता का पता उत्तर प्रदेश चलने पर टीम गठित कर उत्तर प्रदेश भेजा गया, जहां नाबालिग मिली। अपहृता सरोज ने बताया कि आरोपिया जमीला द्वारा अच्छा पैसों वाला काम दिलाने के बहाने से बहला फुसलाकर बहरी सीधी से उत्तर प्रदेश ले गई थी। उसने अपने साथी आरोपियों के माध्यम से उत्तर प्रदेश निवासी बसंत चमार को 70 हजार रूपये में बेच दी थी। बसंत उसे अपनी पत्नी के रूप में घर में बंद कर रखता था और किसी से बात नहीं करने देता था। वह पीड़िता से लगातार दुष्कर्म करता व भागने पर जान से मार देने की धमकी देता था।
नवागत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुकेश श्रीवास्तव के कुशल निर्देशन में थाना प्रभारी बहरी उप निरीक्षक पवन सिंह के नेतृत्व मे टीम के द्वारा सीधी से लगभग तीन हजार किलोमीटर की दूरी तय करते हुये चार राज्यों की सीमा में 65 घंटे तक लगतार सर्च आपरेशन चलाते हुये मानव तस्कर सरगना को काफी मशक्कत के बाद महिला आरोपी जमीला उर्फ फातिमा पति नवाब खान, उम्र-40 वर्ष, निवासी नाहरपुर, थाना- जठलाना, जिला- यमुना नगर, हरियाणा से तथा बसंत चमार पिता पृथ्वी, उम्र-33 वर्ष, निवासी ग्राम थापुल, थाना बिहारीगढ़, जिला-सहारनपुर, उत्तर प्रदेश को उत्तराखंड से गिरफ्तार करने में सफलता हांथ लगी।

बहरी थाना में पंजीबद्ध अपराध क्रमांक 766/21 में भा.दं.सं. की धारा 363, 366अ, 370, 370 अ, 376(2)(एन), 120 बी, 506, 5 एल/6 पाक्सो एक्ट, 5(2)(वी) एस.सी.-एस.टी. एक्ट के तहत आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी बहरी उप निरी. पवन कुमार सिंह, स.उनि. आर.एस.सोनवंसी, आरक्षक विवेक दिवेदी, अवधेश कुशवाहा, महिला आरक्षक प्रिया व सायबर सेल से आनंद मिश्रा, प्रदीप मिश्रा, मुरारी का विशेष योगदान रहा।

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