- January 4, 2015
अपराधी खाकी को पूरी साल छकाते रहे
फिरोजाबाद (विकासपालिवाल) – बर्ष 2014 में सुहाग नगरी की धरती पर खून खूब बहा। पुलिस फाइलों में दर्ज अपराध के आंकड़ों पर गौर किया जाये तो जिले में वर्ष 2014 में सबसे ज्यादा अपराध हुये इनमें हत्याओं के साथ लूट का ग्राफ काफी तेजी से बढ़ा लेकिन पुलिस कार्यवाही हर मामले में बैकफुट पर ही दिखायी दी।
पिछले वर्ष जनपद में अपराधों की बाढ़ सी आ गयी। अपराधी खाकी को छकाते नजर आये। कहीं ग्रामीण तो कहीं व्यापारी को गोली का शिकार बनाया गया। दिन दहाड़े लाखों रुपयों की लूट की घटना हुई और पुलिस सिर्फ तमाशा देखती रही। कई वारदातों में पुलिस ने या तो फर्जी खुलासा किया या फिर घटना का खुलासा ही नहीं कर पाये।
कई बार तो ऐसी नौवत आयी कि पुलिस एक घटना का खुलासा नहीं कर पाती तब तक अपराधी दूसरी घटना को अंजाम देकर चुनौती दे देते। सुहाग नगरी की जनता ने पिछला वर्ष दहसत के बीच गुजारा। यदि पिछली घटना पर गौर किया जाये तो वर्ष 2014 में दोहरे हत्याकाण्ड को लेकर फिरोजाबाद जनपद दहलता रहा। पिछली 07 जुलाई को जसराना थाना के कस्बा पाढ़म में लहुसन व्यापारी आर0डी0 दुवे व उनके पिता की दिन दहाड़े बुलैरो से कुचलकर हत्या कर दी।
05 सितम्बर को रसूलपुर थाना क्षेत्र के दूधवाली गली में एक चिकित्सक व उसकी पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। इसी तरह नारखी क्षेत्र में भी पिता पुत्र की हत्या कर दी गयी। वहीं शिकोहाबाद थाना क्षेत्र में कथावाचक लवली की हत्या कर दी गयी। इसके अलावा रामगढ़ में अवैध सम्बन्धों के चलते एक युवक की हत्या कर उसके शव को टुकड़ों में बाँट दिया। वहीं विभिन्न घटनाओं के बाद एस0पी0 समेत कई कोतवाल भी निलम्बित हुये।
बर्ष बार अपराध एक नजर में-
बर्ष 2013 में 86 हत्यायें, 7 डकैती, 70 लूट, 396 वाहन चोरी हुई।
वर्ष 2014 में 129, हत्यायें, 5 डकैती, 82 लूट तथा 482 वाहन चोरी की वारदातें सामने आयीं।