• November 26, 2018

अंतर्राष्ट्रीय राजगीर महोत्सव 2018—मद्य निषेध वाटिका का उद्घाटन —:- मुख्यमंत्री

अंतर्राष्ट्रीय राजगीर महोत्सव 2018—मद्य निषेध वाटिका का उद्घाटन   —:- मुख्यमंत्री

पटना———-:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने राजगीर के अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय राजगीर महोत्सव 2018 का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया।

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर महोत्सव के इस कार्यक्रम में शामिल होकर मुझे प्रसन्नता हो रही है। अब इस महोत्सव का व्यापक आयोजन होने लगा है, इसके लिए पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन को बधाई देता हूॅ।

इस महोत्सव में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित होते हैं। कुश्ती प्रतियोगिता, जुडो कराटे जैसे अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है। नामी कलाकारों को सांस्कृतिक कार्यक्रम में बाहर से बुलाया जाता है लेकिन उसके साथ-साथ मेरा सुझाव है कि स्थानीय कलाकारों को भी इस कार्यक्रम में शामिल कर उनमें प्रतियोगिता करायी जाए ताकि लोगों के बीच यहां के कलाकारों की भी पहचान बन सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर का ऐतिहासिक, पौराणिक, आध्यात्मिक एवं पर्यावरणीय महत्व है। यहां की ———-पंच पहाड़ी दो करोड़ से 10 करोड़ वर्ष पुराना है।

ऐतिहासिक दृष्टिकोण से यहां———- जरासंध का अखाड़ा है, —–पांडु पोखर है। यहां ———–भगवान कृष्ण का भी आगमन हुआ था। ———भगवान बुद्ध ज्ञान प्राप्ति के पहले भी यहां आए थे और बाद में भी यहां आकर 12 वर्ष तक रहे हैं। यहां वेणुवन में ठहरते थे और गृद्धकूट पर्वत पर उपदेश देते थे। कहा जाता है कि उन्होंने प्रथम प्रवचन यहीं विपुल गिरी में दिया था। जैन के 20वें तीर्थंकर की जन्मभूमि राजगीर रही है।

भगवान महावीर का निर्वाण स्थल पावापुरी है। यहां बगल में ही बड़ा झील है, जहां 10 हजार कि0मी0 की यात्रा कर पक्षी आते हैं। यह मखदूम साहब की भूमि है। गुरु नानक देव जी भी यहां आए थे, यहां पर शीतल कुंड है, जिसके बगल में सिख श्रद्धालुओं द्वारा एक गुरुद्वारे का निर्माण कराया जाना है। गुरु नानक देव जी की 550 वीं जयंती अगले वर्ष मनायी जाएगी। यहां मलमास मेले में 33 करोड़ देवी-देवताओं का एक महिने तक निवास होता है। यहां से हर धर्म के प्रणेताओं का संपर्क रहा है। गृद्धकुट पर्वत के बगल में शांति स्तूप है। अगले वर्ष जिसका 50 स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा। यहां भूटान के लोगों द्वारा मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है। यहां जू सफारी, ग्रीन सफारी बनाया जा रहा है।

नालंदा विश्वविद्यालय का पुनर्निर्माण कराया जा रहा है। कहा जाता है कि बख्तियार खिलजी बख्तियारपुर में रहकर नालंदा विश्वविद्यालय को विध्वंश किया था। मुझे जब जनता के द्वारा शक्ति मिली तो नालंदा विश्वविद्यालय का पुर्ननिर्माण कर रहे हैं। नांलदा विश्वविद्यालय में ही कन्फिल्किट रिजोल्युशन सेंटर भी बनेगा, जो आज के युग में शांति स्थापित करने में महत्वपूर्ण साबित होगा। राजगीर में बिहार पुलिस अकादमी का निर्माण किया गया है, जिसमें डी0एस0पी0, दारोगा सहित महिला एवं पुलिस पुलिसकर्मियों की भी ट्रेनिंग दी जायेगी। यहां सी0आर0पी0एफ0 का भी सेंटर है, इन सब के स्थापित होने से लोगों में सुरक्षा के प्रति विश्वास बना रहेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना से राजगीर के लिए बेहतर सड़क निर्माण से आवागमन की सुविधा बढ़ी है और आपसी कनेक्टिविटी को दुरुस्त कर राजगीर पहुंचने में अब और कम समय लगेगा। उन्होंने कहा कि राजगीर महोत्सव का यह संदेश है कि आपस में प्रेम, सद्भाव, भाईचारा, शांति के साथ मिलकर रहें। सभी धर्म का भी यही मानना है कि बिहार का जो गौरवशाली इतिहास रहा है, हम सब मिल-जुलकर फिर से प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बाल विवाह एवं दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को दूर करने के लिए हम सबको मिलकर काम करना होगा।

राज्य में शराबबंदी लागू किया गया है, इसके लिए लोगों को सजग रहना होगा और लोगों को सचेत करते रहना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर का साईक्लोपियन वॉल अपने आप में अद्भुत है। इसको भी वर्ल्ड हेरिटेज सेंटर बनाने के लिए काम करना है। उन्होंने कहा कि गांधी जी का जीवन ही उनका संदेश है। गांधी जी ने कहा था कि यह पृथ्वी लोगों की जरुरतों को पूरा कर सकती है, उनके लालच को नहीं। हम सबको पर्यावरण के प्रति सतर्क रहना चाहिए। पर्यावरण के छेड़छाड़ से ही जलवायु परिवर्तन हो रहा है और बिहार में वर्षापात घटा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी ने सात सामाजिक पाप बताए हैं, जिसके बारे में लोगों को जानना चाहिए। अगर 10 प्रतिशत लोग भी गांधी जी के विचारों को अपना लें तो यह देश बदल जाएगा। उन्होंने कहा कि हम न्याय के साथ विकास के पथ पर बढ़ रहे हैं। हम क्राइम, करप्शन और कम्युनिलिज्म से समझौता कभी नहीं करते हैं। राज्य विकास के पथ पर अग्रसर है। हर घर बिजली पहुंचाने का लक्ष्य समय के पूर्व ही 25 अक्टूबर 2018 को ही पूरा कर लिया गया।

बिजली के आने से लोगों में खुशहाली आयी है। सात निश्चय के तहत लोगों को पीने का पानी, पक्की गली, नाली उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमलोग राज्य के ऐतिहासिक स्थलों को भी हाईलाइट करने में लगे हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर का सभी दृष्टिकोण से विशिष्ट महत्व है।

ग्राम श्रीमंडपों में लगे स्टॉलों का निरीक्षण किया। अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन परिसर में मद्य निषेध वाटिका का मुख्यमंत्री ने फीता काटकर उद्घाटन किया। इस मद्य निषेध वाटिका में शराबबंदी के फायदे और नषासेवन के नुकसान को सांकेतिक तौर पर बेहतर ढ़ंग से दिखाया गया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से दो वाटर ए0टी0एम0 का शुभारंभ किया।

समारोह को पर्यटन मंत्री श्री प्रमोद कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री श्री श्रवण कुमार, ग्रामीण कार्य मंत्री सह नालंदा जिले के प्रभारी मंत्री श्री शैलेश कुमार एवं पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव पर्यटन श्री रवि मनु भाई परमार ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर सांसद श्री कौशलेंद्र कुमार, विधायक चंद्रसेन कुमार, विधायक श्री रवि ज्योति, विधायक श्री जितेंद्र कुमार, विधायक श्री अत्रिमुनी उर्फ शक्ति सिंह यादव, विधायक श्री सुनील कुमार, विधान पार्षद श्री हीरा बिंद, विधान पार्षद श्रीमती रीना यादव, अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री मनीष कुमार वर्मा, आयुक्त पटना प्रमण्डल श्री आर0एन0 चांेग्थु, विशेष सचिव मुख्यमंत्री सचिवालय श्री अनुपम कुमार, पर्यटन विभाग की एम0डी0 सुश्री इनायत खां, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, जिलाधिकारी नालंदा, पुलिस अधीक्षक नालंदा सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

इस उद्घाटन समारोह में सर्वधर्म प्रार्थना का भी आयोजन किया गया, जिसमें छह धर्मों के गुरूओं ने मंगलाचरण किया। इस मौके पर अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पाष्र्व गायिका अनुराधा पौडवाल एवं उनकी पुत्री कविता पौडवाल ने अपनी गायिकी से शमां बाॅधा, जिसका वहाॅ मौजूद लोगों ने भरपूर लुत्फ उठाया।

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