बिहार

सामाजिक रूढ़िवाद से आज़ाद नहीं हुआ विधवा पुनर्विवाह : निशा सहनी

मुजफ्फरपुर- दांपत्य जीवन रूपी गाड़ी के दो पहिए होते हैं. जिस तरह एक पहिया के नहीं रहने से गाड़ी नहीं
Read More

शिक्षा के क्षेत्र में परिवर्तनकारी दौर से गुज़रता बिहार : फूलदेव पटेल

मुजफ्फरपुर———–सदियों से यह माना गया है कि शिक्षा के बिना मनुष्य पशु के समान है. मानव सभ्यता का अस्तित्व शिक्षा
Read More

बिहार में लागू ‘प्रीपेड स्मार्ट मीटर योजना’ देश के लिए बनी नजीर  – मुरली मनोहर श्रीवास्तव

वर्ष 2005 से पहले बिहार को लालटेन युग से जाना जाता था। यहां पर बिजली की खास्ता हालत थी। गांव
Read More

लैंगिक भेदभाव से मुक्त नहीं हुआ ग्रामीण समाज : सीमा कुमारी

गया—- “दीदी, हमको भी पढ़ने का बहुत मन करता है. लेकिन मम्मी-पापा स्कूल जाने नहीं देते हैं, कहते हैं पढ़
Read More

कैसे पढ़ें जब लाइट ही नहीं है ? : पुष्पा कुमारी

गया, ——–“जब जब शाम में पढ़ने बैठते हैं तो लाइट ही चली जाती है. कई बार तो जल्दी आ जाती
Read More

गांव-गांव तक पहुँच रहा है पीने का साफ़ पानी : प्रेमशीला देवी

गया ———–   देश के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के बेहतर स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने वर्ष
Read More

सेहत के प्रति लापरवाह ग्रामीण महिलाएं : सिमरन सहनी

मुजफ्फरपुर——–कहते हैं कि सेहत हज़ार नेमत के बराबर है। लेकिन इसमें सबसे अधिक लापरवाही ग्रामीण महिलाएं बरतती हैं। जो घर-परिवार
Read More

सिंचाई के बिना प्रभावित होती कृषि : माधुरी सिन्हा

गया———-   देश के निर्माण में शहर के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों का भी बराबर का योगदान रहा है. शहर में
Read More

योजनाओं से बदल रही है महिलाओं की जिंदगी : रिंकू कुमारी

मुजफ्फरपुर——— देश भर में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए केंद्र से लेकर सभी राज्य सरकार अपने अपने स्तर पर
Read More

बालिका शिक्षा के प्रति उदासीनता विकास में बाधक है : सिमरन सहनी

मुजफ्फरपुर —–  हम वैश्विक स्तर पर सुपर पावर बनने की होड़ में हैं. लेकिन लैंगिक असमानता आज भी हमारे समक्ष
Read More