75 करोड़ 28 लाख रूपये के लैपटाप

75 करोड़ 28 लाख रूपये के लैपटाप

भोपाल :- प्रदेश के 39 हजार 607 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को बारहवीं की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करने पर पिछले छह वर्ष में 75 करोड़ 28 लाख रूपये के लैपटाप पुरस्कार स्वरूप दिये गये। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की पहल पर शुरू की गई मेधावी विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के क्रियान्वयन से विद्यार्थियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन लगातार बढ़ रहा है। प्रतिभाशाली विद्यार्थियों की संख्या जहाँ वर्ष 2009-10 में केवल 473 थी वहीं अब यह बढ़कर 17 हजार 896 हो गयी है।

इस साल जिन्हें लैपटाप मिला है उनमें 9267 शासकीय तथा 8629 अशासकीय विद्यालयों के हैं। पुरस्कार स्वरूप लैपटाप देने की मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह की पहल की सभी अभिभावकों ने सराहना की है। विद्यार्थियों में भी भारी उत्साह है। इस योजना का दायरा बढाते हुए अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों के लिये 85 प्रतिशत अंक प्राप्त करने के स्थान पर 75 प्रतिशत अंकों की योग्यता का मानक तय किया गया। इसके चलते इस वर्ग के 7420 विद्यार्थियों को लैपटाप मिला।

शैक्षणिक अधोसंरचना में विस्तार

प्रदेश में बड़ी संख्या में स्कूल भवनों का निर्माण किया गया है। स्कूलों में टायलेट बनाये गये हैं। सभी विद्यार्थियों को नि:शुल्क पाठ्यपुस्तकें प्रदान की जा रही हैं। लगभग 85 लाख पात्र विद्यार्थियों को 8 विभागों की 30 प्रकार की छात्रवृत्तियाँ ऑनलाइन भुगतान की गयी है।

शिक्षा अधोसंरचना को मजबूत बनाते हुए पहली बार 1000 से अधिक हाई स्कूल एक साल में खोले जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त 100 हाई स्कूल का हायर सकेण्डरी स्कूल में उन्नयन किया जा रहा है। इस साल लगभग सभी हाई स्कूल एवं हायर सकेण्डरी स्कूलों में विद्युत व्यवस्था उपलब्ध करायी जायेगी।

शैक्षणिक गुणवत्ता

शालेय शिक्षा में शैक्षणिक गुणवत्ता बढाने के लिये कक्षा 9वीं तथा 11वीं में सी.बी..एस.ई. की तर्ज पर सतत एवं व्यापक मूल्यांकन प्रारंभ किया जा रहा है। करीब 2000 स्कूलों को कम्प्यूटर दिये जायेंगे। इससे विद्यार्थियों को शुरूआत से ही कम्प्यूटर शिक्षा लेने में मदद मिलेगी। इसके लिये 20,000 शिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया जायेगा।

विद्यार्थियों को सुविधाएँ

नवीं कक्षा में पढ़ने वाले उन सभी विद्यार्थियों को नि:शुल्क साइकिल मिलेगी जिनके गाँव में शासकीय विद्यालय नहीं है। इस वर्ष कक्षा 9वीं के 4 लाख से अधिक विद्यार्थियों को साईकिल खरीदकर उपलब्ध करवायी जायेंगी। शैक्षणिक अमले की कमी दूर करने के लिये इस वर्ष शासकीय शालाओं में लगभग 40 हजार संविदा शाला शिक्षकों की भर्ती की जायेगी।

इंदौर संभाग आगे

इस साल इंदौर संभाग के सबसे ज्यादा 3118 विद्यार्थियों को लैपटॉप मिला। भोपाल के 2819, उज्जैन के 2134, जबलपुर के 2642, सागर के 2122, चंबल के 932, ग्वालियर के 1540, होशंगाबाद के 889, रीवा के 1211 और शहडोल के 489 विद्यार्थियों को अच्छे प्रदर्शन के लिये लैपटॉप मिला। इस तरह कुल 17 हजार 896 प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं के बैंक खातों में इस वर्ष लैपटॉप के लिये 44 करोड़ 74 लाख रूपये सीधे जमा कराये गये।

इस योजना के शुरू होने के पहले साल वर्ष 2009-10 में 473 प्रतिभाशाली छात्र-छात्राएँ पुरस्कृत हुए थे। सत्र 2010-11 में 743, सत्र 2011-12 में 1072, सत्र 2012-13 में 2073 छात्र-छात्राएँ पुरस्कृत किये गये। सत्र 2013-14 में शासन ने अशासकीय विद्यालय के छात्र-छात्राओं को भी इस योजना में शामिल किया जिससे सत्र 2013-14 में यह संख्या 7751 एवं 2014-15 में 10072 तक जा पहुँची।

मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी सहायता योजना

प्रतिभाओं को आर्थिक सहायता देने के लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी सहायता योजना शुरू की जा रही है। मुख्यमंत्री ने इस योजना को आदर्श बनाने के लिये विद्यार्थियों से एक महीने के भीतर सुझाव मांगे हैं। यह सुझाव cm@mp.gov.in पर ई-मेल किये जा सकते हैं। इसके अलावा shivrajsinghchouhan.org के सिटीजन कॉर्नर पर अपने सुझाव दिये जा सकते हैं।

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