• December 3, 2016

हार्ट ऑफ एशिया कांफ्रेंस: यही अंतिम इलाज है पाक का— मोदी

हार्ट ऑफ एशिया कांफ्रेंस: यही अंतिम इलाज है पाक का— मोदी

अमृतसर (न्यूज 18 )– जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों को देखते हुए भारत अमृतसर के हार्ट ऑफ एशिया समिट से पाकिस्तान को अलग-थलग कर सकता है। यह समिट 3-4 दिसंबर को होना है।

उरी और नगरोटा आतंकी हमलों के बाद यह पहली बार होगा जब पाकिस्तान का कोई सीनियर डिप्लोमैट भारत में इंटरनेशनल सेमिनार में शिरकत कर रहा है। भारत कूटनीतिक रूप से इस मंच का इस्तेमाल पाकिस्तान को घेरने और राष्ट्र प्रयोजित आतंकवाद पर कार्रवाई के लिए दबाव बनाने के लिए कर सकता है।1

हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी की हाफिज सईद से बातचीत का टेप सामने आने के बाद पाकिस्तान बैकफुट पर है। बीते 8 जुलाई को सुरक्षा बलों के हाथों मारे गए आतंकी बुरहान बानी और हाफिज सईद के बीच बातचीत का एक ऑडियो क्लिप न्यूज18 इंडिया के हाथ लगा।

यह टेप बुरहान की मौत के कुछ दिन पहले का ही है। टेप में बुरहान लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद से बात कर रहा है। टेप में बुरहान भारतीय सुरक्षाबलों के खिलाफ जिहाद के लिए हाफिज से मदद और दुआ मांग रहा है।

40 देशों के नेता और अधिकारी इस कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं। अमृतसर में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। शाम को करीब साढ़े 6 बजे कॉन्फ्रेन्स में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अब्दुल गनी पहुंचने वाले हैं। हालांकि रविवार को इस सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा।

अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण के इस अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंच से खुद अफगानिस्तान की ओर से सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ मजबूत कार्रवाई के लिए के लिए एक क्षेत्रीय सहयोग समझौते की पहल होनी है।

बैठक में शिरकत के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री सरताज अजीज भी अमृतसर आ रहे हैं। अजीज रविवार को मंत्री स्तरीय बैठक में भाग लेंगे। वह पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। हालांकि इस दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय वार्ता नहीं होगी

इसस पहले बुधवार को ‘डॉन’ के मुताबिक, विदेश कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया था अभी हमें उनकी ओर से कोई इच्छा नजर नहीं आ रही। गेंद अब भारत के पाले में है, क्योंकि वे जानते हैं कि हम तैयार हैं, लेकिन हम नहीं जानते कि वे तैयार हैं या नहीं।

भारत ने भी अपना रूख स्पष्ट करते हुए कहा था कि उन्हें पाकिस्तान से द्विपक्षीय वार्ता का कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। भारतीय विदेश मंत्रालय के पाकिस्तान से संबंधित मामलों के खंड के प्रमुख गोपाल बागले ने कहा था पाकिस्तान ने अब तक द्विपक्षीय वार्ता का कोई प्रस्ताव नहीं रखा है।

गौरतलब है कि पिछले हार्ट ऑफ एशिया मंत्री स्तरीय सम्मेलन में पाकिस्तान और भारत ने सभी पुराने मुद्दों को लेकर व्यापक द्विपक्षीय वार्ता शुरू करने पर सहमति जताई थी। हालांकि इस साल जनवरी में पठानकोट में हुए आतंकी हमले के कारण वार्ता बहाल नहीं हो पाई।

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